डॉलर हुआ मजबूत

इसके साथ ही रुपया एक दशक में डॉलर के खिलाफ सबसे खराब सालाना प्रदर्शन की ओर बढ़ रहा है। अमेरिका फेडरल रिजर्व (US Federal Reserve) के एक बार फिर ब्याज दरों में इजाफा करने की उम्मीद है। माना जा रही है कि नीतिगत दरों में एक बार फिर 75 बेसिस पॉइंट्स की बढ़ोतरी की जा सकती है। इसके साथ ही चीन के इकनॉमिक आउटलुक के कारण भी एशियाई करेंसीज की मांग प्रभावित हुई।
डॉलर के मुकाबले सात पैसे मजबूत डॉलर हुआ मजबूत हुआ रुपया
मुंबई। घरेल शेयर बाजार से मिले सकारात्मक रुख की बदौलत कारोबारी सप्ताह के पहले दिन सोमवार को भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले सात पैसे की मजबूती के साथ 73.73 प्रति डॉलर पर खुला।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया शुरुआती कारोबार में 73.79 प्रति डॉलर पर खुला। बाद में यह सात पैसे की बढ़त के साथ 73.73 प्रति डॉलर पर कारोबार कर रहा था। इस बीच, छह मुद्राओं की तुलना में अमेरिकी मुद्रा का रुख दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.04 प्रतिशत की बढ़त के साथ 90.73 पर पहुंच गया।उल्लेखनीय है कि भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले बीते शुक्रवार को 73.80 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
डॉलर के मुकाबले रुपया चार पैसे मजबूत
अंतर बैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में कारोबार की शुरुआत में रुपया 73.05 पर खुला। कारोबार के दौरान यह 73.01 से 73.15 रुपये प्रति डालर के दायरे में रहने के बाद अंत में पिछले कारोबारी सत्र के बंद भाव की तुलना में चार पैसे मजबूत डॉलर हुआ मजबूत होकर 73.02 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
साप्ताहिक आधार पर डॉलर के मुकाबले रुपये में 67 पैसे की तेजी आई है।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के दिलीप परमार के अनुसार, हाजिर डॉलर/रुपये को 73.15 के आसपास प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा और 72.90 पर उसे समर्थन मिल रहा है।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.01 प्रतिशत बढ़कर 92.23 हो गया।
उधर, बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक 277.41 अंक की तेजी के साथ 58,129.95 अंक के सर्वकालिक उच्च स्तर पर बंद हुआ।
Rupee vs Dollar: रुपये के साथ 37 साल में पहली बार हुआ ऐसा, जानिए अब क्या रह गई है कीमत
नवभारत टाइम्स 31-10-2022
नई दिल्ली:
रुपये की कीमत में सोमवार को 30 पैसे की गिरावट आई और अमेरिकी डॉलर के मुकाबले यह 82.775 पर बंद हुआ। एशिया की दूसरी अधिकांश करेंसीज की कीमत में भी गिरावट आई। इसकी वजह यह है कि अगले हफ्ते कुछ देशों के सेंट्रल बैंकों की अगले हफ्ते बैठक होने जा रही है। इसमें नीतिगत दरों में बढ़ोतरी की जा सकती है। अक्टूबर में रुपये में डॉलर के मुकाबले 1.77 फीसदी की गिरावट आई। यह लगातार दसवां महीना है जब रुपये की कीमत डॉलर के मुकाबले गिरी है। इससे पहले अंतिम बार दिसंबर 2021 में रुपये डॉलर के मुकाबले मजबूत हुआ था। 1985 के बाद यह पहला मौका है जब रुपये की कीमत में डॉलर के मुकाबले इतने लंबे समय तक गिरावट आई डॉलर हुआ मजबूत है।
बाजार में हलचल : अमेरिकी डॉलर मजबूत होने से रुपया अब तक सबसे निचले स्तर पर, जानिए डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत
पूरे दुनिया में सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका को माना जाता है। ऐसे ही इसकी करेंसी डॉलर भी विश्व भर में सबसे मजबूत मानी जाती है। तमाम देशों की मुद्रा का आकलन भी डॉलर से किया जाता है। ऐसे ही भारतीय करेंसी रुपये का भी डॉलर से तुलनात्मक अध्ययन होता रहा है। डॉलर के मुकाबले लगातार दूसरे दिन भारतीय करेंसी रुपए में बड़ी गिरावट आई है। जिसकी वजह से बाजार में हलचल बढ़ गई है।
गुरुवार सुबह कारोबार शुरू होते ही वो अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 42 पैसे टूटकर 80.38 पर आ गया। इसके साथ ही रुपया अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है। इससे पहले बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 79.9750 के स्तर पर बंद डॉलर हुआ मजबूत हुआ, जबकि बुधवार सुबह 79.79 पर कारोबार शुरू हुआ था। रुपये के निचले स्तर पर पहुंचते ही विपक्ष को केंद्र सरकार पर हमला करने का मौका मिल गया है।
डॉलर हुआ मजबूत, रुपए में आई रिकॉर्ड गिरावट, जानिए दुनिया की सबसे शक्तिशाली मुद्राओं के बारे में
राज एक्सप्रेस। सोमवार को डॉलर के मुकाबले रूपए में गिरावट आने से भारतीय मुद्रा अब तक के अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है। सोमवार को भारतीय मुद्रा डॉलर के मुकाबले 43 पैसे गिरकर 78.28 रूपए पर बंद हुई। इसी के साथ इतिहास में यह पहला मौका है जब भारतीय मुद्रा डॉलर के मुकाबले 78 रुपए के नीचे जा पहुंची है। रूपए में गिरावट का बड़ा कारण विदेशों में अमेरिकी मुद्रा की मजबूती को माना जा रहा है। ऐसे में आज हम आपको दुनिया की 5 सबसे मजबूत मुद्राओं के बारे में बता रहे हैं। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि इनमें दुनिया की सबसे लोकप्रिय मुद्रा अमेरिकी डॉलर का नाम शामिल नहीं है।