बिटकॉइन इंडिया में लीगल है या नहीं?

FAQ’s Crypto currency Bill 2021-22
इंडिया में बिटकॉइन कैसे खरीदें | Buy Bitcoin In India 2022
क्या आप जानते हैं इंडिया में बिटकॉइन कैसे खरीदें एवं कहां से खरीदें. आप में से बहुत सारे लोग बिटकॉइन के बारे में बहुत सुना होगा लेकिन आपको यह सही तरीके से पता नहीं है कि आप कहां से बिटकॉइन सेफ्ली खरीद सकते हैं. क्योंकि हर एक क्रिप्टो एक्सचेंज बिटकॉइन खरीदने वाला प्लेटफार्म आपको आसानी से Bitcoin खरीदने का ऑप्शन प्रोवाइड नहीं करता है.
इसीलिए हम चाहते हैं अगर आप यह जानना चाहते हैं इंडिया में बिटकॉइन कैसे खरीदें जिससे आप इंडिया में रहकर ही बिटकॉइन के जरिए कुछ पैसा कमा सकते हैं, तो हमारे इस लेख को अंत तक अच्छी तरीके से परे.
Table Of Contents
इंडिया में बिटकॉइन कैसे खरीदें 2022 | How To Buy Bitcoin in India
जैसे कि आप जानते हैं अभी तक इंडिया में क्रिप्टो करेंसी लीगल चीजों के अंदर ही आता है. लेकिन यहां पर बात लीगल या इलीगल की नहीं है, हां पर बात है आप इंडिया में बिटकॉइन कैसे खरीदें वह भी कम ट्रांजैक्शन कमीशन देकर. लेकिन अभी सबसे बड़ा प्रश्न यह है कि आप कहां से सबसे कम चार्ज देकर 2022 के अंदर इंडिया में बिटकॉइन खरीद सकते हैं.क्योंकि अभी के टाइम पर आपको हर कोई मनी एक्सचेंज का एप्लीकेशन क्रिप्टो करेंसी खरीदने का या फिर भेजने का सुविधा नहीं देता है.
इसलिए आपको कोई भी क्रिप्टो करेंसी जैसे कि बिटकॉइन खरीदने से पहले कुछ चीजों को अच्छी तरीके से जानना बहुत जरूरी है. जिसमें से सबसे पहला काम है कि एक अच्छा क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफार्म को ढूंढना जहां पर आप बहुत कम चार्ज में भी बिटकॉइन को आसानी से खरीद या फिर बेछ सकते हैं.
इसलिए आज हम इस लेख में स्टेप बाय स्टेप आपको समझाएंगे कि आप इंडिया में बिटकॉइन कैसे खरीदें वह भी बहुत ही कम चार्जेस में.
एक अच्छा क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म चुने
इंडिया में बिटकॉइन कैसे खरीदें इसका उत्तर पाने के लिए आपको पहले एक ट्रस्टवर्थी क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म ढूंढना होगा जिसमें आप कम एक चीज रेट में कोई भी क्रिप्टो करेंसी जैसे कि बिटकॉइन को खरीद पाए. अगर आप एक ट्रस्टवर्थी क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज प्लेटफार्म का नाम सुनना चाहते हैं तो हम आपको दो ऐसे कंपनी का नाम बताएंगे जहां से आप 100% निश्चित होकर जितना मर्जी उतना बिटकॉइन खरीद सकते हैं.
और इसमें से एक प्लेटफार्म तो ऐसा है जहां पर आपको साइन अप करने के बाद ₹100 का फ्री बिटकॉइन मिलेगा. यह दोनों प्लेटफार्म का नाम है CoinDCX एवं दूसरा है Binance प्लेटफार्म.अगर आप इंडिया से हो आप अभी बिटकॉइन खरीदना चाहते हो तो ऊपर दिए गए दोनों ऐप में से कोई भी एक एप के द्वारा आप यह काम कर सकते हो. इसमें से CoinDCX का एफिलिएट लिंक के द्वारा साइन अप करने पर एवं उसमें पहला ट्रांजैक्शन करने के बाद आपको कुछ बिटकॉइन फ्री में मिलेगा.
और दूसरा Binance एप के द्वारा Bitcoin खरीदने पर आप बहुत ही कम दाम में एवं बहुत ही कम जांच में ज्यादा बिटकॉइन खरीद सकते हो.तो अभी यह डिसिशन आपके ऊपर है आप कौन से प्लेटफार्म के द्वारा बिटकॉइन खरीदना चाहते हो.
बिटकॉइन खरीदने का पेमेंट ऑप्शन चुनें
आशा करता हूं आप ऊपर में से कोई भी एक प्लेटफार्म को अपने सुविधा के अनुजाई आपका पसंदीदा प्लेटफार्म सिलेक्ट कर लिए होंगे. अभी बात आता है पेमेंट ऑप्शन का जहां पर ऊपर दिए गए दोनों ऐप में पेमेंट ऑप्शन अलग-अलग है.जैसे कि अगर आप कॉइनडीसीएक्स ऐप में बिटकॉइन खरीदना चाहते हैं तो आपको एक और एक ऐप MobikWik करके इंस्टॉल करना पड़ेगा जो आपको CoinDCX के वॉलेट में पैसा लोड करने के लिए सहायता करेगा.
दूसरी और अगर आप Binance एप की बात करें तो आप डायरेक्ट यूपीआई एवं Debit कार्ड के द्वारा बहुत आसानी से बिटकॉइन खरीद सकते हैं. लेकिन फिर भी मैक्सिमम लोग कॉइनडीसीएक्स आपका ही यूज करते हैं क्योंकिअगर आप CoinDCX के कोई भी एफिलिएट लिंक के द्वारा sign up करेंगे तो आपको Free में Bitcoin मिलेगा जो आपको Binance में नहीं मिलने वाला है.
आर्डर प्लेस करें
अभी आप सारा प्रोसीजर फॉलो करने के बाद अगर आप ठीक-ठाक तरीके से पेमेंट करते हैं तो आपका ऑर्डर 1 या 2 मिनट के अंदर ही प्लेस हो जाएगा. तो आशा करता हूं अगर आप ऊपर दिए गए सारे प्रोसेस को फॉलो किए होंगे तो आप आसानी से इंडिया में बिटकॉइन कैसे खरीदें इसका उत्तर भी पा लिया होगा.
बिटकॉइन का प्राइस जानिए
अगर आप इंडिया में रहकर कोई भी बिटकॉइन खरीदने के लिए तैयार है तो आपको सबसे पहले बिटकॉइन का सटीक प्राइस जानना होगा. जैसे कि आप जानते हो आजकल इंडिया में बहुत सारा ऑनलाइन क्रिप्टो एक्सचेंज का वेबसाइट निकल चुका है जहां पर आप को बिटकॉइन खरीदने के लिए तरह-तरह की ऑफर करते हैं. लेकिन इसमें से बहुत सारे वेबसाइट या एप्लीकेशन ऐसा भी है जहां पर आपको एक चीज दिखाई देता होगा.
इसीलिए अगर आप Bitcoin खरीदना चाहते हो तो पहले आप सही Live Bitcoin Price को जाने.
बिटकॉइन खरीदने के लिए क्या-क्या डॉक्यूमेंट चाहए
अभी आप बिटकॉइन के बारे में सारा इंफॉर्मेशन जान्ने के बाद आपके मन में एक प्रश्न आ रहा होगा कि बिटकॉइन को खरीदने के लिए या फिर कोई भी Crypto Money Exchange का अकाउंट ओपन करने के लिए क्या-क्या डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ता है. अगर आप इंडिया में Bitcoin खरीदना चाहते हैं तो आपको एक वेरीफाइड क्रिप्टो मनी एक्सचेंज का अकाउंट ओपन करना होगा एवं इसके लिए जो-जो डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ेगी वह नीचे लिस्ट में दिया गया है:
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- लाइव करंट फोटो
यह तीन चार डॉक्यूमेंट अगर आपके पास है तो आप कोई भी क्रिप्टो एक्सचेंज अकाउंट इंडिया में ओपन करके बिटकॉइन खरीद सकते हैं.
बिटकॉइन खरीदे एवं बेछे
अगर आप एक रेगुलर बिटकॉइन बाय यार एवं सेलर हो तो आपको ऐसा एक प्लेटफार्म चाहिए जहां पर आप बहुत आसानी से इंस्टेंट बिटकॉइन खरीद या बेच सकते हो. लेकिन सबसे दुख की बात यह है कि इंडिया में जो भी क्रिप्टो एक्सचेंज का वेबसाइट अवेलेबल है वो बिटकॉइन खरीदने एवं सेलिंग करके का ऑप्शन बहुत कम ही देता है.
इसलिए अगर आप हमारी सलाह मानें तो CoinDCX एवं Binance जैसी प्लेटफार्म पर साइन अप करके बिटकॉइन को आसानी से खरीद हासिल कर सकते हैं.
क्या मुझे बिटकॉइन खरीदना चाहिए
अभी आपके मन में आ रहा होगा कि क्या मुझे Bitcoin खरीदना चाहिए. अगर आपको इस सवाल का जवाब चाहिए तो इसका उत्तर आपको आपसे अच्छा और कोई नहीं दे सकता. इसके ऊपर भी फिर भी आप हमारी सलाह चाहते हैं तो हम आपको बताएंगे अगर आपके पास थोड़ा बहुत सेविंग्स हैं तो उससे विंग्स का कुछ हिस्सा आप Bitcoin में लॉन्ग टाइ के लिए इन्वेस्ट कर सकते हैं.
क्योंकि अगर आप Bitcoin में कुछ पैसा लगा के बहुत समय तक होल्ड कर सकते हैं तब भी आपको बहुत ही अच्छा खासा फायदा होने वाला है.
निष्कर्ष
तो आशा करता हूं अगर आप हमारे इस लेख को अच्छी तरीके से भरे हुए हैं तो आपको इंडिया में बिटकॉइन कैसे खरीदें इसका जवाब बखूबी से आ गया होगा. इसके परान भी अगर आपके मन में How to Buy Bitcoin in India को लेकर कुछ भी प्रश्न है तो आप नीचे कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं.
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क्रिप्टो करेंसी बिल 2021-22 | जानिए क्रिप्टोकरंसी बिल को लेकर PM मोदी ने क्या कहा | crypto currency Bill in India
हो सकता है, आपने क्रिप्टो करेंसी (Crypto currency) का नाम तो सुना हो। परंतु क्या आप जानते हैं? भारत में अभी तक क्रिप्टोकरंसी गैर क़ानूनी है। क्योंकि क्रिप्टो करेंसी को भारत में किसी भी तरह से क़ानूनी तौर पर यूज नहीं किया जाता। भारत में क्रिप्टो करेंसी के तकरीबन डेढ़ से ढाई करोड़ यूजर हैं। यूजर्स की बढ़ती संख्या को देखते हुए भारत सरकार द्वारा क्रिप्टोकरंसी बिल (Crypto currency Bill 2021-22) लाने की घोषणा की गई थी। शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरंसी एंड रेगुलेशन आफ ऑफिशल डिजिटल करंसी (Crypto currency and Regulation of Official Digital Currency) पर बिल पास करने की बात कही गई है।
भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister of India, Shri Narendra Modi) द्वारा Cryptocurrency Bill को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की हैं और मजबूत रेगुलेटरी स्टेप्स उठाने के संकेत दिए गए हैं। भारत सरकार का मानना है, कि क्रिप्टो करेंसी को लेकर रेगुलेशन नहीं होने से इसका उपयोग टेररिस्ट फीडिंग (terrorist feeding) और काला धन (black money) की आवाजाही में हो सकता है। इसीलिए अभी तक भारत सरकार द्वारा क्रिप्टो करेंसी को लीगल करार नहीं किया गया है। क्रिप्टोकरंसी को लेकर बढ़ते यूजर्स का रुझान देखते हुए भारत सरकार द्वारा क्रिप्टोकरंसी बिल लाने की प्लानिंग की जा रही है।
Crypto currency Bill 2021-22 | क्रिप्टोकरंसी बिल 2021-22 क्या है?
भारत में बढ़ते हुए क्रिप्टोकरंसी के ट्रेंड को लेकर भारत सरकार द्वारा गाइड लाइन पर मंथन किया जा रहा है। क्रिप्टोकरंसी के नियमन के लिए केंद्र सरकार की ओर से संसद के शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरंसी एवं अधिकारी डिजिटल मुद्रा विनिमय विधेयक पेश किया जाएगा। जिससे क्रिप्टोकरंसी को लेकर भारत में स्थिति स्पष्ट हो सकती है, कि यह भारत में पूर्ण तरह से फेल होगी या इसे गाइडलाइन के बिटकॉइन इंडिया में लीगल है या नहीं? आधार पर सुचारू रूप से जारी रखा जा सकता है। सरकार द्वारा क्रिप्टो करेंसी को लेकर जिस बिल को पास किया जाएगा उसका नाम है क्रिप्टोकरंसी एवं अधिकारिक डिजिटल मुद्रा विनिमय विधेयक 2021 (Cryptocurrency and Official Digital Currency Exchange Bill 2021)
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा क्रिप्टो करेंसी पर आधिकारिक तौर पर फ्रेमवर्क तैयार किया जा रहा है, तथा क्रिप्टो करेंसी के इस्तेमाल को लेकर तकनीकी प्रारूप बनाने की योजना पर तैयारी चल रही है। भारत सरकार के रुझान के अनुसार निजी क्रिप्टोकरंसी पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है। दरअसल शीतकालीन सत्र में पेश होने वाले 26 दिन सूची में क्रिप्टो करेंसी बिल भी शामिल है। अब देखना यह है कि कैसे क्रिप्टोकरंसी अपने आप को इंडिया में लीगल साबित करती है या फिर पूर्णतया बेन होती है।
What Prime Minister Narendra Modi said on Cryptocurrency | क्रिप्टोकरंसी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्या कहा
जैसा कि आप सभी जानते हैं क्रिप्टोकरंसी एक डिजिटल करेंसी है। जिसे इंडिया में लीगल करार नहीं किया गया है। परंतु विदेशों में डिजिटल करेंसी को बहुत अत्यधिक मात्रा में उपयोग किया जाता है। जिसमें बिटकॉइन (bitcoin) महत्वपूर्ण क्रिप्टोकरंसी कॉइन है, जो कि अब तक की क्रिप्टोकरंसी में सबसे महंगा कॉइन है।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा क्रिप्टोकरंसी को लेकर कई मंत्रालयों से उच्च स्तरीय बैठक की जा चुकी है। इसके अलावा सिटी न्यूज़ संवाद कार्यक्रम के दौरान क्रिप्टोकरंसी को लेकर संबोधन दिया गया, जिसमें पीएम मोदी कहते हैं, “क्रिप्टो करंसी आफ बिटकॉइन का उदाहरण ले लीजिए यह बेहद जरूरी है, कि सभी लोकतांत्रिक देश इस पर काम करें। साथ ही सुनिश्चित करें, कि यह गलत हाथों में न पड़े। क्योंकि इससे हमारे युवाओं पर गलत असर पड़ सकता है।”
In which countries is cryptocurrency legal | क्रिप्टोकरंसी किन देशों में लीगल है?
क्रिप्टोकरंसी भारत और चीन जैसे देशों में बैन है। हाल फिलहाल रिजर्व बैंक द्वारा इस पर पूर्णतया बैन बिटकॉइन इंडिया में लीगल है या नहीं? लगा रखा है। पर अमेरिका समेत कई बड़े देश इसे अनुकूल स्कीम बना रहे हैं। सेंट्रल अमेरिका के अल सल्वाडोर कि कांग्रेस ने 8 जून 2021 को बिटकॉइन पर कानून पास किया। बिटकॉइन को लीगल टेंडर बनाने वाला दुनिया का यह पहला देश है। इसके साथ दक्षिण कोरिया जैसे बड़े देश भी क्रिप्टो करेंसी और एक्सचेंज को रेगुलेट करने के लिए कानूनी स्ट्रक्चर बनाने की तैयारी कर रहे हैं। क्रिप्टो करेंसी को क्रिप्टो फ्रेंडली मियामी युवक ने हाल ही में क्रिप्टो एंक्लेव का आयोजन किया। बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरंसी को पूरी दुनिया अपनाने का प्रयास कर रही है। इसी के साथ बिटकॉइन या अन्य क्रिप्टोकरंसी पर आधारित मैचुअल फंड स्कीम भी लांच की जा चुकी है।
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FAQ’s Crypto currency Bill 2021-22
Q . क्रिप्टोकरंसी बिल 2021 क्या है?
Ans. भारत के संविधान सत्र में क्रिप्टोकरंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल पास करने पर मंथन किया जा रहा है। सरकार का मानना है, कि क्रिप्टोकरंसी अभी तक इंडिया में गैरकानूनी है। क्रिप्टो करेंसी की उपयोगिता को लेकर भारत अभी भी इस पर प्रतिक्रिया नहीं दे पाया है। शीतकालीन सत्र में यदि क्रिप्टोकरंसी बिल 2021 पास होता है, तो इस पर मजबूत गाइडलाइन जरूर बनेगी।
Q. क्या क्रिप्टोकरंसी भारत में लीगल है?
Ans. जी नहीं, अभी तक भारत में क्रिप्टोकरंसी को लेकर कोई भी कानून पास नहीं किया गया है। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा क्रिप्टोकरंसी को बैन किया जा चुका है। अब शीतकालीन सत्र में 26 विधेयक बिल पास होने वाले हैं। जिसमें क्रिप्टोकरंसी भी शामिल है। यदि बिल पास होता है तो उस सरकार द्वारा इसकी उपयोगिता पर गाइडलाइन जरूर तैयार की जाएगी।
Q. क्रिप्टोकरंसी बिल 2021 कब तक पास होगा?
Ans. शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशल डिजिटल करंसी बिल 2021 पास हो सकता है। परंतु अभी तक बिल को लेकर कोई अपडेट नहीं की गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा क्रिप्टोकरंसी को लेकर विभिन्न मंत्रालय एवं उच्च अधिकारियों से वार्तालाप की गई है।
केंद्र के फैसले से बिटकॉइन बोल्ड: दुनिया में क्रिप्टो का मार्केट गिरा; बिटकॉइन में 8.74% की गिरावट; इस करेंसी से जुड़ी हर बात जानिए
केंद्र सरकार की क्रिप्टोकरेंसी पर शिकंजा कसने की खबर के बाद ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसियों में गिरावट देखने को मिल रही है। हालाकि आज सुबह 10 बजे बिटकॉइन 17% से ज्यादा गिरावट देखी जा रही था लेकिन शाम तक इसमें रिकवरी देखने को मिली। शाम साढ़े 5 बजे इसमें 8.72% रह गई थी। यानी निवेशकों का भरोसा क्रिप्टोकरेंसियों पर बना हुआ है।
क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाने के लिए विंटर सेशन में बिल लाने की खबर सामने आने के बाद ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट देखी जा रही है। कीमत 24/11 को शाम साढ़े 5 बजे की है।
क्रिप्टोकरेंसी के लिए सरकार 29 नवंबर से शुरू होने जा रहे शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरेंसी को रेगुलेट करने वाला विधेयक संसद में पेश करेगी। बिल में सभी तरह की प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी पर पाबंदी लगाने की बात कही गई है। इसके बाद इसकी कीमत में 17% से ज्यादा की गिरावट आ गई थी।
क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाने के लिए विंटर सेशन में बिल लाने की खबर सामने आने के बाद ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट देखी जा रही है। कीमत 24/11 को सुबह 10 बजे की है।
हालांकि क्रिप्टो करेंसी टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देने के लिए सरकार कुछ ढील भी दे सकती है। ढील वाली कौन सी क्रिप्टोकरेंसी होंगी ये अभी साफ नहीं है। वहीं बिल की मदद से रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को अपनी आधिकारिक डिजिटल करेंसी जारी करने के लिए सुविधाजनक फ्रेमवर्क मिलेगा।
शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल, 2021 समेत कुल 26 विधेयक पेश किए जाएंगे। लिस्ट में क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ा बिल 10वें नंबर पर है। भारत में क्रिप्टोकरेंसी के 1.5 से 2 करोड़ यूजर हैं। इस बिल के कानून बनने से ये सभी यूजर प्रभावित हो सकते हैं।
लोकसभा बुलेटिन में क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े बिल की शीतकालीन सत्र में पेश किए जाने की जानकारी दी गई है। लिस्ट में ये बिल 10वें नंबर पर है।
अभी क्रिप्टो को लेकर कोई रेगुलेशन नहीं
वर्तमान में, देश में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कोई भी रेगुलेशन नहीं है। इस वजह से, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ क्रिप्टोकरेंसी पर एक बैठक की थी और मजबूत रेगुलेटरी स्टेप्स उठाने के संकेत दिए थे। सरकार का मानना है कि क्रिप्टोकरेंसी को लेकर रेगुलेशन नहीं होने से इसका उपयोग टैरर फंडिंग और काला धन की आवाजाही में हो रहा है।
क्रिप्टो को रोका नहीं जा सकता, लेकिन रेगुलेट किया जाना चाहिए
PM की बैठक के बाद क्रिप्टोकरेंसी को लेकर भाजपा नेता जयंत सिन्हा की अध्यक्षता वाले पार्लियामेंट्री पैनल की पहली बैठक हुई थी। इस बैठक में आम सहमति बनी थी कि क्रिप्टोकरेंसी को रोका नहीं जा सकता है, लेकिन इसे रेगुलेट किया जाना चाहिए।
क्रिप्टोकरेंसी से फाइनेंशियल स्टेबिलिटी की चिंता
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) गवर्नर शक्तिकांत दास का भी बयान सामने आया था। दास ने SBI कॉन्क्लेव में कहा था, 'जब RBI ये कहता है कि क्रिप्टोकरेंसी से मैक्रोइकोनॉमिक और फाइनेंशियल स्टेबिलिटी की चिंताएं हैं, तो इस मुद्दे पर गहरी चर्चा की जरूरत है।'
दुनियाभर में क्रिप्टो करेंसी को किस तरह लिया जा रहा है?
- इसे लेकर देशों का रिस्पॉन्स एक-सा नहीं है। मसलन, भारत और चीन जैसे देश इसका विरोध करते हैं। भारत में बिटकॉइन इंडिया में लीगल है या नहीं? तो रिजर्व बैंक ने इस पर बैन लगा रखा था, पर अमेरिका समेत कई देश इसके अनुकूल स्कीम बना रहे हैं। सेंट्रल अमेरिका के अल सल्वाडोर की कांग्रेस ने 8 जून 2021 को बिटकॉइन कानून पास किया और यह छोटा देश बिटकॉइन को लीगल टेंडर बनाने वाला दुनिया का पहला देश बन गया।
- अल सल्वाडोर में पहले अमेरिकी डॉलर से ही लेन-देन होते थे। अब वहां डिजिटल करेंसी में भी लेन-देन होते हैं। उसकी देखा-देखी, कई दक्षिण अमेरिकी और अफ्रीकी देश भी बिटकॉइन को लीगल स्टेटस देने पर विचार कर रहे हैं।
- दक्षिण कोरिया जैसे बड़े देश भी क्रिप्टो करेंसी और एक्सचेंज को रेगुलेट करने के लिए कानूनी स्ट्रक्चर बनाने पर काम कर रहे हैं। दूसरी ओर क्रिप्टो फ्रेंडली मियामी, US ने हाल ही में क्रिप्टो एनक्लेव का आयोजन किया। पूरी दुनिया में बिटकॉइन जैसी क्रिप्टो करेंसी को अपनाने के प्रयास हो रहे हैं। कुछ देशों ने बिटकॉइन या अन्य क्रिप्टो करेंसी पर आधारित म्यूचुअल फंड भी लॉन्च किए हैं।
क्रिप्टोकरेंसी क्या है, यह कैसे काम करती है?
क्रिप्टोकरेंसी पर किसी का कंट्रोल नहीं है, यह पूरी तरह से डिसेंट्रलाइज्ड व्यवस्था है। कोई भी सरकार या कंपनी इस पर नियंत्रण नहीं कर सकती। इसी वजह से इसमें अस्थिरता भी है। यह ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी और डिस्ट्रिब्यूटेड सिस्टम पर काम करती है, जिसे न तो कोई हैक कर सकता है और न ही किसी तरह की छेड़छाड़।
क्या है डिजिटल करेंसी जिसे RBI लाना चाहती है? सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी यानी CBDC देश की फिएट करेंसी (जैसे रुपया, डॉलर या यूरो) का एक डिजिटल संस्करण है। इसे केंद्रीय बैंक जारी करता है। साथ ही इसकी गारंटी भी देता है। यह फिएट करेंसी के साथ ही वन टु वन एक्चेंजेबल है। इससे ट्रांजैक्शन बिना किसी मध्यस्थ या बैंक के हो जाता है।
रिजर्व बैंक से डिजिटल करेंसी आपको मिलेगी और आप जिसे पेमेंट या ट्रांसफर करेंगे, उसके पास पहुंच जाएगी। न तो किसी वॉलेट में जाएगी और न ही बैंक अकाउंट में। बिल्कुल कैश की तरह काम करेगी, पर होगी डिजिटल।
क्या यह क्रिप्टोकरेंसी का ही रूप होगा?
नहीं। क्रिप्टोकरेंसी के प्रति कोई लाएबल नहीं होता है, जबकि इसके ठीक विपरीत डिजिटल करेंसी केंद्रीय बैंक की देनदारी होगी। क्रिप्टोकरेंसी की कीमत में बहुत उतार-चढ़ाव होता है। क्रिप्टोकरेंसी की माइनिंग होती है। इसके लिए ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल होता है। इसको कोई सरकार या कोई विनियामक अथॉरिटी जारी नहीं करती है। इसके उलट डिजिटल करेंसी को केंद्रीय बैंक जारी करता है।
क्या है RBI का ‘डिजिटल रुपया', बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी से कैसे है अलग
देश की डिजिटल मुद्रा- ‘डिजिटल रुपया’ (e₹) का पहला पायलट परीक्षण 1 नवंबर से शुरू हो गया. केंद्रीय बैंक (RBI) ने अभी होलसेल ट्रांजेक्शन के लिए डिजिटल रुपया जारी बिटकॉइन इंडिया में लीगल है या नहीं? किया है. इस परीक्षण में बैंक, सरकारी प्रतिभूतियों (Government Securities) में सेकेंडरी मार्केट लेनदेन के लिए इस डिजिटल मुद्रा का इस्तेमाल करेंगे. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा शुरू ‘डिजिटल रुपये’ के पहले पायलट परीक्षण में ICICI बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा समेत कई बैंकों ने मंगलवार को सरकारी प्रतिभूतियों में लेनदेन के लिए हिस्सा लिया.
न्यूज एजेंसी पीटीआई-भाषा की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि आईसीआईसीआई बैंक ने ‘केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा’ (सीबीडीसी) का इस्तेमाल करते हुए आईडीएफसी फर्स्ट बैंक को जीएस 2027 प्रतिभूतियां बेचीं. डिजिटल रुपये के साथ कुल मिलाकर 275 करोड़ रुपये के 48 सौदे हुए. भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और कोटक महिंद्रा बैंक ने भी डिजिटल रुपये (थोक खंड) (e₹-W) के पहले पायलट परीक्षण में भाग लिया.
आखिर क्या है डिजिटल बिटकॉइन इंडिया में लीगल है या नहीं? रुपया उर्फ CBDC
डिजिटल करेंसी का पूरा नाम सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (Central Bank Digital Currency or CBDC) है. सरकार ने वित्त वर्ष 2022-23 के बजट में डिजिटल रुपया लाने की घोषणा की थी. 30 मार्च 2022 को सीबीडीसी जारी करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम, 1934 में संशोधनों को सरकार ने राजपत्र अधिसूचना के माध्यम से अधिसूचित किया था. सीबीडीसी किसी केंद्रीय बैंक की तरफ से जारी होने वाले मौद्रिक नोटों का डिजिटल स्वरूप है. इससे यूजर्स को मौजूदा भुगतान प्रणालियों के साथ अतिरिक्त भुगतान विकल्प मिल पाएंगे. डिजिटल रुपया, डिजिटल रूप में नकद रुपए-पैसे की ही तरह है. इसका उपयोग संपत्ति जमा करने के साधन के बजाय लेनदेन की मुद्रा के रूप में किया जाएगा. CBDC को फिजिकल तौर पर नष्ट, जलाया या फाड़ा नहीं जा सकता है.
जिस देश का केंद्रीय बैंक डिजिटल करेंसी को जारी करता है, उस देश की सरकार की मान्यता इसे हासिल होती है. यह उस देश की केंद्रीय बैंक की बैलेंसशीट में भी शामिल होती है. इसकी खासियत यह है कि इसे देश की सॉवरेन करेंसी में बदला जा सकता है.
लीगल टेंडर है डिजिटल रुपया
भारतीय रिजर्व बैंक का CBDC एक लीगल टेंडर है. CBDC के पीछे भारत के केंद्रीय बैंक RBI का बैकअप रहेगा. यह आम मुद्रा यानी फिएट मुद्रा की तरह ही होगा, लेकिन डिजिटल फॉर्मेट में होगा. फिएट मुद्रा, सरकार द्वारा जारी की जाने वाली करेंसी को कहा जाता है. इसलिए एक प्रकार से कह सकते हैं कि डिजिटल रुपया, सरकारी गारंटी वाला डिजिटल वॉलेट होगा. डिजिटल मुद्रा के रूप में जारी इकाइयों को चलन में मौजूद मुद्रा में शामिल किया जाएगा. जैसे लोग सामान या सेवाओं के बदले करेंसी देते हैं, उसी तरह CBDC से भी आप लेनदेन कर सकेंगे. सरल शब्दों में डिजिटल करेंसी का इस्तेमाल हम अपने सामान्य रुपये-पैसे के रूप में कर सकेंगे, बस रुपये-पैसे डिजिटल फॉर्म में होंगे.
दो तरह की CBDC
– रिटेल (CBDC-R): रिटेल CBDC संभवतः सभी को इस्तेमाल के लिए उपलब्ध होगी
– होलसेल (CBDC-W): इसे सिर्फ चुनिंदा फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस के लिए डिजाइन किया गया है.
पिछले दिनों RBI ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा था कि केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (सीबीडीसी) का उद्देश्य मुद्रा के मौजूदा रूपों को बदलने के बजाय डिजिटल मुद्रा को उनका पूरक बनाना और यूजर्स को भुगतान के लिए एक अतिरिक्त विकल्प देना है. इसका मकसद किसी भी तरह से मौजूदा भुगतान प्रणालियों को बदलना नहीं है.
RBI को सीबीडीसी की शुरुआत से कई तरह के लाभ मिलने की उम्मीद है, जैसे कि नकदी पर निर्भरता कम होना, मुद्रा प्रबंधन की कम लागत और निपटान जोखिम में कमी. यह आम जनता और व्यवसायों को सुरक्षा और लिक्विडिटी के साथ केंद्रीय बैंक के पैसे का एक सुविधाजनक, इलेक्ट्रॉनिक रूप प्रदान कर सकता है और उद्यमियों को नए उत्पाद और सेवाएं बनाने के लिए एक मंच प्रदान कर सकता है.
क्रिप्टोकरेंसी से कैसे अलग
डिजिटल करेंसी (Digital Currency) और क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में काफी अंतर है. इसलिए दोनों में कन्फ्यूज न हों. सबसे बड़ा अंतर यह है कि डिजिटल करेंसी को उस देश की सरकार की मान्यता हासिल होती है, जिस देश का केंद्रीय बैंक इसे जारी करता है. डिजिटल रुपये को केंद्रीय बैंक द्वारा विनियमित किया जाता है. इसलिए इसमें जोखिम नहीं होता है. वहीं क्रिप्टोकरेंसी एक मुक्त डिजिटल एसेट या वर्चुअल एसेट है. यह किसी देश या क्षेत्र की सरकार के अधिकार क्षेत्र या कंट्रोल में नहीं है. बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी डिसेंट्रलाइज्ड है और किसी सरकार या सरकारी संस्था से संबंध नहीं है.
कब होगा रिटेल सेगमेंट का ट्रायल
RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि डिजिटल रुपये (खुदरा खंड) (e₹-R) का पहला पायलट परीक्षण नवंबर माह के आखिर में शुरू करने की योजना है. आरबीआई की डिजिटल मुद्रा में सौदों का निपटान करने से निपटान लागत में कमी आने की संभावना है. डिजिटल रुपये (थोक खंड) के पहले पायलट परीक्षण में हिस्सा लेने के लिए SBI, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, HDFC बैंक, ICICI बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, यस बैंक, IDFC फर्स्ट बैंक और HSBC को चुना गया है.
बिटकॉइन क्या है Bitcoin बिटकॉइन इंडिया में लीगल है या नहीं प्राइस लाइव | Cryptocurrency kya hai | भविष्य 2025
बिटकॉइन प्राइस लाइव 2022 आइए समझे बिटकॉइन किस देश की करेंसी है भारत में बिटकॉइन का बिटकॉइन इंडिया में लीगल है या नहीं? भविष्य बिटकॉइन का मालिक कौन है बिटकॉइन का भविष्य 2025 बिटकॉइन क्या है बिटकॉइन के नुकसान सबसे सस्ती क्रिप्टो करेंसी कौन सी है बिटकॉइन का भविष्य 2022
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जो एक तरह से कम कीमत पर Bitcoins खरीदने और उन्हें ऊंचे दामों पर बेचकर पैसा बनाने के लिए के रूप में इसे देख रहे थे। लेकिन अब व्यवसाय में बिटकॉइन (Bitcoins) का चलन तेजी से बढ़ रहा है। बिटकॉइन
Bitcoin एक डिजिटल सम्पति और एक भुगतान प्रणाली की मुद्रा है जिसका आविष्कार सातोशी नकमोटो ने वर्ष 2008 में किया था और 2009 में Open Source Software के रूप में इसे जारी किया गया है। Bitcoin एक virtual currency यानि आभासी मुद्रा है जो ऑनलाइन/ इलेक्ट्रॉनिक खरीद और हस्तांतरण के लिए उपयोग की जाती है।
आप Bitcoins का उपयोग दोस्तों, रिश्तेदारों व व्यापारिक कामों के लिए कर सकते हैं। हर एक खरीद पर डिजिटल लॉगइन होता है और हस्तांतरण लॉग भी विनिमय के साथ update हो जाता है | इससे साथ के साथ पता चल जाता है कि कौन कितने Bitcoins का मालिक है।
Bitcoins किसी अन्य मुद्रा की तरह ही हैं। वे अन्य मुद्राओं के मूल्य की तरह ही उतार-चढ़ाव में आते रहते हैं। हर बार एक Bitcoin खरीद से इसके स्वामित्व में परिवर्तन होता रहता है तथा विनिमय के समय विक्रेता और खरीददार की mutual agreement पर इसकी कीमत का निर्धारण होता है।
आमतौर पर, Bitcoins का मूल्य इस बात पर निर्भर करता है कि खरीददार किस दर से Bitcoins अन्य को कारोबार में बेचता है। इसका एक उचित मूल्य देना बेचने वाले की जिम्मेदारी है। Bitcoins और अन्य मुद्राओं के बीच अंतर यही है की इसमें कोई केंद्रीकृत बैंक नहीं है जो मुद्रा print करे और मूल्यों का निर्धारण करे। लेन-देन में आपूर्ति और मांग के माध्यम से Bitcoins के मूल्य में उतार चढ़ाव होता रहता है।
कुछ उपयोगकर्ता अपने कंप्यूटर से peer-to-peer network में लेन-देन की पुष्टि करने के लिए कार्य करते हैं। ये उपयोगकर्ता जितनी ज्यादा कंप्यूटिंग शक्ति से नेटवर्क में योगदान देते हैं उसी अनुपात में उन्हें नए Bitcoins मिलते हैं।