चार्ट प्रकार

6. Area चार्ट. इसे हम एक महत्वपूर्ण चार्ट्स मे से एक कह सकते है क्योंकि इसमे डाटा को समझना बेहद आसान होता है यह लाइन चार्ट पर आधारित चार्ट है जिसमे अलग अलग रंगों के हिसाब से अलग अलग डाटा मौजूद होते है इसकी खासियत यह होती है की इसके माध्यम से एक साथ अलग अलग डाटा को प्रदर्शित कर सकते है और उन्हे आपस मे Compare कर सकते है।
चार्ट क्या है विभिन्न प्रकार के चार्ट को उदाहरण सहित समझाइए?
- एक डेटा चार्ट एक प्रकार का आरेख या ग्राफ है, जो एक संख्यात्मक या गुणात्मक आंकड़ों के सेट को प्रबंधित और प्रस्तुत करता है।
- जिन मानचित्रों को किसी विशिष्ट उद्देश्य के लिए कुछ अतिरिक्त जानकारी के साथ सजाया जाता है उन्हें अक्सर लेखाचित्र (चार्ट) कहते हैं, जैसे कि समुद्री चार्ट या वैमानिक चार्ट.
ग्राफ से आप क्या समझते हैं?
इसे सुनेंरोकेंदो चर राशियो के बीच वर्गॎकित कागज पर सम्बन्ध दिखाने के लिए जिस सशक्त विधी का प्रयोग करते हैं उसे ग्राफ कहते है।
पाथवे चार्ट क्या है?
इसे सुनेंरोकेंपाई चार्ट में आपका डेटा गोल आकार में दिखाई देता है. इसके अलग-अलग सेक्शन (पाई के स्लाइस) में आपकी डेटा सीरीज़ दिखाई देती है. स्लाइस के आकार, उस मेट्रिक की मात्रा या उससे जुड़े मान के अनुपात में होते हैं जिसे आप चार्ट में शामिल कर रहे हैं.
ग्राफ का चित्र क्या है इसके लाभ और हानि का वर्णन किजिये?
इसे सुनेंरोकेंलाइन ग्राफ – लाइन ग्राफ या रैखिक ग्राफ का उपयोग निरंतर डेटा प्रदर्शित करने चार्ट प्रकार के लिए किया जाता है और यह समय के साथ भविष्य की घटनाओं की भविष्यवाणी करने के लिए उपयोगी होता है। फ़्रीक्वेंसी टेबल – तालिका दिए गए अंतराल के भीतर आने वाले डेटा के टुकड़ों की संख्या दिखाती है। …
चार्ट और मॉडल में क्या अंतर है?
इसे सुनेंरोकेंमॉडल और चार्ट के माध्यम से अपनी अभिव्यक्ति दी। वक्ताओं ने बच्चों के मानसिक विकास के लिए प्रदर्शनी के आयोजन को जरूरी बताया। प्रदर्शनी के माध्यम से बच्चों को नई चीजें सीखने को मिलती है
आरेख कितने प्रकार के होते हैं?
Aarekh कितने प्रकार के होते हैं?
दण्ड चित्र चार्ट प्रकार क्या होते ये कितने प्रकार के होते हैं?
इसे सुनेंरोकेंदंड चित्रों के प्रकार दंड चित्रों के दो ही प्रकार होते हैं-(क) साधारण और (ख) बहु-अवयवी। i) एक दंड चित्र तथा बहुदंड चित्र : एक दंड चित्र में हम उर्ध्व (चित्र 7.1) या क्षैतिज (चित्र 7.2) दंडों की रचना करते हैं। सामान्यतः उर्ध्व दंड अधिक चार्ट प्रकार प्रयोग होते हैं।
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चार्ट किसे कहते हैं? चार्ट के कितने प्रकार होते हैं?
इस प्रकार के चार्ट का प्रयोग किसी संगठन, विचारधारा, आन्दोलन प्रक्रिया वंष आदि के क्रमिक विकास एवं प्रवाह को भलि भाँति दिखाने के लिये किया जाता है। इसी प्रकार शासन संबंधी क्रमिक संगठन को नीचे प्रदर्शित चार्ट द्वारा अच्छी तरह स्पष्ट किया जा सकता है।
इस चार्ट में तथ्य एवं सूचनाओं को तालिका के रूप में प्रदर्शित किया जाता हैं विद्यालय टाइम टेबल इसका सबसे अच्छा उदाहरण है। इस प्रकार के चार्ट द्वारा देष या संसार के विभिन्न सामग्री और संपदा के उत्पादन, औसत वर्षा, औसत उपज, तापक्रम आदि के आँकड़ों को भली भाँति दर्शाया जा सकता है। तुलनात्मक अध्ययन में भी ऐसा प्रदर्शन बहुत सहायक हो सकता है।
चार्ट कितने प्रकार के होते है ?
चार्ट को समझने के बाद अब जो हमारा अगला सवाल है कि आखिर चार्ट कितने प्रकार के होते है, तो आपको बता दे की चार्ट वर्तमान समय मे विभिन्न प्रकार के है लेकिन इसके कुछ मुख्य प्रकार है जिसके उपयोग सर्वाधिक किया जाता है जो की निम्नलिखित है –
1. लाइन चार्ट. यह चार्ट एक महत्वपूर्ण प्रकारों मे से एक है क्योंकि यह सबसे साधारण चार्ट माना जाता है, यह एक प्रकार का ऐसा चार्ट है जिसका उपयोग समय के साथ बदलती जानकारी को प्रदर्शित करने के लिए किया जाता है, इसमे एक लाइन होता है जो की समय के साथ Up और Down होता है, इसीलिए इसी लाइन चार्ट कहा जाता है।
2. बार चार्ट. यह एक ऐसा चार्ट होता है जिसमे की अलग अलग प्रकार के खड़ी पट्टिया मौजूद होती है। यह चार्ट के प्रमुख प्रकारों मे से एक माना जाता चार्ट प्रकार है क्योंकि इससे डाटा को समझने मे आसानी होती है हर एक पट्टी किसी संख्या को दर्शाने का कार्य करती है। इसका इस्तेमाल लगभग हर एक क्षेत्र मे किया जाता है जहां पर डाटा को समझने की आवश्यकता पड़ती है।
चार्ट का उपयोग – Uses of Charts in Hindi
चार्ट का उपयोग वर्तमान समय मे हर जगह किसी न किसी रूप मे होता है, लेकिन हम चार्ट के विभिन्न उपयोगों के बारे मे बात करे तो कुछ इस प्रकार है –
- चार्ट के उपयोग से बड़े बड़े डाटा को एकत्रित कर के एक Structure मे स्टोर कर सकते है।
- ऐसे बड़े बड़े डाटा जिन्हे समझने और पढ़ने मे बहुत ही अधिक समय लगता है चार्ट के उपयोग से उनको बहुत ही कम समय पढ़ सकते है और समझ सकते है।
- चार्ट ले माध्यम से डाटा को देख और समझकर हम भविष्य का एक सटीक अनुमान लगा सकते है।
- चार्ट एक ऐसा साधन है जिसके चार्ट प्रकार जरिए जटिल से जटिल डाटा को आसानी से समझा और समझाया जा सकता है।
- चार्ट का उपयोग शैनक्षणिक क्षेत्रों चार्ट प्रकार मे किया जाता है जिससे की Students किसी भी विषय को आसानी से समझ पाते है।
- चार्ट का उपयोग व्यवसाय के क्षेत्रों मे काफी अधिक किया जाता है क्योंकि व्यवसाय के क्षेत्र मे व्यवसाय को सफल बनाने के लिए डाटा एक काफी महत्वपूर्ण Element है।
FAQ’s (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
चार्ट को लेकर लोगों के मन मे अक्सर कई सारे सवाल रहते है तो चलिए लोगों द्वारा चार्ट से संबंधित उन अक्सर पूछे जाने वाले सवालों के बारे मे जानते है –
चार्ट एक प्रकार का लेखन और चित्र का Combination होता है जिस वजह से इसे हम लेखचित्र कह सकते है।
वर्तमान समय मे विभिन्न प्रकार के चार्ट मौजूद है।
चार्ट का मुख्य उपयोग डाटा को प्रदर्शित करना होता है ताकि कोई भी व्यक्ति चार्ट के माध्यम से डाटा को आसानी से गहराई मे समझ चार्ट प्रकार सके।
इस लेख से क्या सिखा ?
वर्तमान समय मे चार्ट हमारे जीवन मे डाटा को समझने की प्रक्रिया को काफी चार्ट प्रकार आसान बना रहा है, Data Analytics, Data Visualization जैसे कार्यों के लिए चार्ट एक महत्वपूर्ण Element होता है। अब चार्ट प्रकार हमने इस Article के माध्यम से आपके साथ चार्ट क्या है (What is Chart in Hindi) से संबंधित समस्त जानकारी को साझा करने की कोशिश की है, जिसको पढ़ने के बाद आपने चार्ट से संबंधित समस्त जानकारी प्राप्त कर ली होगी।
चार्ट का अर्थ | चार्ट के प्रकार | चार्टो का प्रभावपूर्ण उपयोग | Charts in Hindi
चार्ट का अर्थ
चित्र या ग्राफो के रूप में जो कुछ अलग-अलग प्रदर्शित किया जा सकता है उन सभी को चार्ट प्रकार सुविधापूर्वक अलग-अलग या इक्ट्ठे रूप में प्रदर्शित करने का कार्य चाटों द्वारा अच्छी तरह किया जा सकता है। डेल के अनुसार, “चार्ट एक दृश्य सामग्री चिन्ह ” है जो विषय-वस्तु के सार, तुलना या किसी दूसरी क्रिया की व्याख्या करने में सहायता देता है” चार्ट की सहायता से संख्यात्मक और गुणात्मक दोनो ही प्रकार की सूचनाओं व तथ्यों को प्रदर्शित किया जा सकता है। कक्षा शिक्षण के प्रत्येक स्तर पर चाहे वह पूर्व ज्ञान परीक्षा या प्रस्तावना से सम्बन्धित हो या विषय वस्तु के क्रमबद्ध प्रस्तुतीकरण, पुनरावृति, अभ्यास अथवा गृहकार्य प्रदान करने से, चार्ट सभी स्तर पर अध्यापक को उसके कार्य में सहायता प्रदान करते है। यही कारण है कि सभी विषयों से सम्बन्धित पाठ्य सामग्री के शिक्षण-अधिगम कार्यो में वार्टो से पूरी सहायता लेने का प्रयास किया जाता है। तथ्यो या विचारो को एक क्रमबद्ध लड़ी में प्रस्तुत करने के लिए चार्ट अत्यन्त महत्वपूर्ण सिद्ध होते है। उदाहरण के लिए इतिहास शिक्षण में महात्मा बुद्ध की शिक्षाओं को स्पष्ट किया जा सकता है।
चार्टी के प्रकार (Types of Chart )
चार्ट कई प्रकार के होते है अध्यापक पाठ के अनुसार चार्ट तैयार करवाकर शिक्षण उपागम के रूप में प्रयोग कर सकता है। कुछ चार्ट इस प्रकार है-
(1) समय चार्ट (Time Chart ) :- इसे समय सारणी भी कहते है। इनके प्रयोग से अधिकतर ऐतिहासिक तिथियों, घटनाओं, कालक्रमानुसार विभिन्न शासको व युद्धों का वर्णन क्रम के अनुसार प्रस्तुत किया जाता है।
(2) तालिका चार्ट (Table Chart ) :- इनमें कई प्रकार के खाने बनाकर विचारो, घटनाओं तथा विवरणो को क्रमानुसार व्यवस्थित किया जाता है। ऐतिहासिक घटनाओं का क्रम, शासको का क्रम, युद्धों आदि की सूची भी समयानुसार इन चार्टो द्वारा दी जाती है।
( 3 ) धारा चार्ट (Flow Chart ):- इसके द्वारा किसी वस्तु का क्रमिक विकास तथा राजे- महाराजाओं का उत्थान व पतन दर्शाया जाता है। कानून की रचना का चार्ट बनाया जाता है।
चार्टो का प्रभावपूर्ण उपयोग ( चार्ट प्रकार चार्ट प्रकार Effective Use of Charts )
चार्टो का दृश्य साधन के रूप में अच्छी तरह प्रयोग करने के लिए निम्न बातों पर ध्यान दिया जाना चाहिए-
(i) चार्टो के द्वारा निश्चित शैक्षिक उद्देश्यो की प्राप्ति में सहायता मिलनी चाहिए।
(ii) यद्यपि विभिन्न प्रकार के चार्ट पुस्तकालय तथा बाजार में उपलब्ध हो सके परन्तु जहाँ तक संभव हो सके इनका निर्माण अध्यापक की देख-रेख में छात्रों द्वारा किया जाना चाहिये।
(iii) जिस विचार, तथ्य, सूचना अथवा प्रक्रिया को चार्ट द्वारा प्रदर्शित करना हो उसके ऊपर भली-भाँति विचार कर चार्ट की दृश्य सामग्री को इस प्रकार दिखाया जाना चाहिए कि उससे प्रस्तुत विषय को स्पष्ट एंव प्रभावपूर्ण ढंग से अभिव्यक्त किया जा सके।
(iv) विषय वस्तु, छात्रों स्तर, उपलब्ध शिक्षण-अधिगम परिस्थितियों आदि बातों को ध्यान में रखकर ही उपयुक्त प्रकार के चार्टो का चयन किया जाना चाहिये।
Embedded Chart (एम्बेडेड चार्ट)
यह चार्ट वर्कशीट में जुड़े हुए होते हैं तथा इन्हें किसी अन्य ग्राफिकल ऑब्जेक्ट की तरह Move, copy resize कर सकते हैं इसका प्रमुख लाभ यह हैं की इसे डाटा के साथ देखा जा सकता हैं तथा इसमें कई चार्ट इन्सर्ट किये जा सकते हैं |
जब एक चार्ट बनता हैं तब उस पर अलग अलग चार्ट शीट होती हैं इसमें केवल एक चार्ट हासिल होता हैं इसके लिए Insert chart as new sheet विकल्प चुनते हैं |
एक्सेल हमे द्विविमीय (Two Dimensional) एवं त्रिविमीय (Three Dimensional) चार्ट बनाने की सुविधा देता हैं |
Types of Chart (चार्ट के प्रकार)
एक्सेल में 14 प्रकार के चार्ट उपलब्ध रहते हैं जिनमे प्रमुख निम्न हैं –
यह चार्ट लम्बवत कॉलम (Vertical Column) की श्रंखला से बना होता हैं जो दो या दो से अधिक सम्बंधित वस्तुओं की तुलना को दर्शाता हैं|
यह चार्ट प्रत्येक डाटा श्रंखला को विभिन्न प्रकार के रंगों और शेडिंग की लाइन के द्वारा प्रदर्शित करता हैं |
यह चार्ट डाटा सीरीज के योग के प्रत्येक डाटा की प्रतिशत को तुलनात्मक रूप से प्रदर्शित करता हैं |
यह चार्ट परिवर्तन के विस्तार को प्रदर्शित करता हैं यह एक स्टैक की लाइन का चार्ट होता हैं यहाँ लाइनों के मध्य का क्षेत्र, रंग और शेडिंग से भरा रहता हैं सभी सीरीज एक के ऊपर एक बनी रहती हैं |
यह चार्ट बिलकुल पाई चार्ट की तरह होता हैं लिकिन यह चार्ट एक से अधिक डाटा सीरीज को प्रदर्शित करता हैं |