शेयर मार्केट में वोल्यूम क्या है?

आंकड़े बताते हैं कि पहली अप्रैल से लेकर अब तक के तीन महीने की अवधि में लगभग 300 माइक्रो कैप शेयरों में तेजी आई है। उदाहरण के तौर पर ऑप्टो सर्किट के शेयर का रोजाना का वोल्यूम 2.3 करोड़ पर पहुंच गया है। पहले रोजान 46 लाख शेयरों का वोल्यूम होता था। इस शेयर का भाव अप्रैल में 1.77 रुपए था। इस समय यह 12.25 रुपए पर कारोबार कर रहा है। यानी करीबन 6 गुना रिटर्न इसने तीन महीनों में दिया है।
Ganeshaspeaks: 4 अगस्त के लिए बाज़ार भविष्यवाणी
04 अगस्त 2010
moneycontrol.com
इस सप्ताह में 12.05 और 15.20 के समय पर निफ्टी हररोज़ उच्चतम वोल्यूम जनरेट करेगी।
अभी 9-8-2010 के बाद अप की तरफ पोजीशन बनाइए। इस सप्ताह में लंबी पोजीशन से दूर रहें।
जिन्हें इन्ट्राडे में पता न चले, वे इस सप्ताह में कुछ न करना ही मुनाफा समझें ।
04-08-2010 बुधवार
9.05 से 10.30 निफ्टी में बहुत दम नहीं दिखाई देता। किसी भी प्रकार की ट्रेडिंग न करें।
10.30 से 12.20 निफ्टी ऊपर की तरफ जाएगी।
12.20 से 13.00 निफ्टी नीचे जाएगी।
13.00 से 14.30 के दौरान निफ्टी ऊपर की तरफ जाएगी और बीच में एक डीप मारेगी।
Twitter ने पेश की ट्रांसपैरेंसी रिपोर्ट, कहा- इन्फॉर्मेशन रिक्वेस्ट का सबसे बड़ा सोर्स है भारत सरकार
Twitter ने अपनी ट्रांसपरेंसी रिपोर्ट में भारत सरकार को इन्फॉर्मेशन रिक्कावेस्ट के लिए सबसे बड़ा सोर्स बताया है.
TV9 Bharatvarsh | Edited By: स्वाती झा
Updated on: Jul 15, 2021 | 8:01 AM
माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म Twitter ने बुधवार को कहा कि जुलाई-दिसंबर 2020 की अवधि में ट्विटर द्वारा मिली अकाउंट की जानकारी के लिए सरकारी रिक्वेस्ट्स के मामले में भारत सबसे बड़ा सोर्स था, जो ग्लोबल मात्रा का 25 प्रतिशत था. ट्विटर की नई ट्रांसपरेंसी रिपोर्ट के अनुसार, जापान के बाद सामग्री हटाने की कानूनी मांगों की संख्या में भी देश दूसरे स्थान पर है.
दो साल से जिन शेयरों में कोई कारोबार नहीं था, अचानक 3 महीने में 3 गुना बढ़ गए, नए निवेशक आजमा रहे हैं दांव
मुंबई. पिछले दो सालों से जिन पेन्नी स्टॉक में कोई कारोबार नहीं हो रहा था, वे शेयर अचानक सबसे ज्यादा रिटर्न देनेवाले साबित हो रहे हैं। पिछले तीन महीनों में इस तरह के कई शेयरों ने तीन गुना रिटर्न दिया है। यही नहीं, बाजार के ट्रेडर्स भी इसमें भाग लेने लगे हैं।
इन शेयरों में दिखी है अच्छी खासी तेजी
जिन शेयरों में अच्छी खासी बढ़त देखी गई है उसमें प्रमुख रूप से रुचि इंफ्रा का शेयर 5 गुना बढ़कर 11.19 रुपए पर कारोबार कर रहा है। जेएमटी ऑटो का शेयर 4.10 गुना बढ़कर 4.70 रुपए पर कारोबार कर रहा है। वोडाफोन आइडिया का शेयर तीन गुना बढ़कर 10 रुपए पर कारोबार कर रहा है। आयुष फूड्स का शेयर 3.3 गुना बढ़कर 63.70 रुपए पर कारोबार कर रहा है। सिंटेक्स प्लास्टिक्स का शेयर 3.28 गुना बढ़कर 2.83 रुपए पर कारोबार कर रहा है। मानकसिया एल्यूमिनियम का शेयर इसी दौरान 3.17 गुना बढ़ा है। यह 10.44 रुपए पर कारोबार कर रहा है।
शीर्ष क्रिप्टोकरेंसी विकेंद्रीकृत एक्सचेंज
पारंपरिक क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज केंद्रीकृत तरीके से काम करते हैं: एक्सचेंज न केवल खरीदारों और विक्रेताओं को अपने सौदों का संचालन करने के लिए एक स्थान प्रदान करता है, बल्कि एक विश्वसनीय तृतीय-पक्ष मध्यस्थ के रूप में उनमें एक निष्क्रिय भाग भी लेता है।
केंद्रीकृत एक्सचेंज पारंपरिक रूप से कस्टोडियल होते हैं, जिसका शेयर मार्केट में वोल्यूम क्या है? अर्थ है कि उनके ग्राहकों द्वारा अपनी क्रिप्टोकरेंसी को एक एक्सचेंज खाते में जमा करने के बाद, एक्सचेंज ग्राहकों के लिए वो फंड अपने पास रखते हैं। खरीदारों और विक्रेताओं के बीच आदान-प्रदान किए जा रहे "सिक्के" वास्तव में IOU हैं जिन्हें एक एक्सचेंज के केंद्रीकृत प्राधिकरण द्वारा आंतरिक रूप से ट्रैक किया जाता है, और जब उपयोगकर्ता अपने फंड को वापस शेयर मार्केट में वोल्यूम क्या है? लेने का निर्णय लेता है, केवल तब ही उन्हें वास्तविक क्रिप्टोकरेंसी में परिवर्तित किया जाता है।
लोग विकेंद्रीकृत एक्सचेंजों का उपयोग क्यूँ करते हैं?
लोगों के लिए विकेंद्रीकृत एक्सचेंजों का उपयोग करने का पहला और सबसे महत्वपूर्ण कारण यह है कि वे अपने फंड पर पूरी आढ़त बनाए रख सकते हैं, जो बदले में कई फायदे पाने की क्षमता देता है। एक्सचेंज किसी भी कारण से उपयोगकर्ताओं की क्रिप्टोकरेंसी को फ्रीज करने, खोने में या उसमें हेरफेर करने में असमर्थ है — चाहे वह कारण नीति, अक्षमता या द्वेष हो।
इसके अलावा, ग्राहक निधि के लिए केंद्रीय भंडारण का न होना संभावित हैकर्स को एक आसान लक्ष्य से वंचित शेयर मार्केट में वोल्यूम क्या है? रखता है। केंद्रीकृत एक्सचेंजों के लिए दुर्भावनापूर्ण हमले एक बड़ी समस्या है: अकेले 2019 में, हैकर्स ने 12 प्रमुख हमलों में ग्राहकों की 292 मिलियन डॉलर से अधिक मूल्य की क्रिप्टोकरेंसी चोरी करने में कामयाबी हासिल की है।
DEX का एक और फायदा उनकी गुमनामी है। केंद्रीकृत एक्सचेंज कंपनियों द्वारा संचालित होते हैं, जिन्हें कानून द्वारा उद्योग-उपयुक्त लाइसेंस प्राप्त करने और अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) दिशानिर्देशों को बनाए रखने की आवश्यकता होती है, जिससे उनके ग्राहक एक्सचेंज तक पहुंचने से पहले व्यक्तिगत डेटा का खुलासा करने के लिए मजबूर होते हैं। इसके विपरीत, विकेंद्रीकृत एक्सचेंज अपने उपयोगकर्ताओं को गोपनीयता के अधिकार का आनंद लेने और पूरी तरह से गुमनाम रहने की अनुमति एवं क्षमता देते हैं।
मुख्य विकेंद्रित एक्सचेंज कौनसे हैं?
आज उपलब्ध कुछ प्रमुख विकेन्द्रीकृत एक्सचेंजों में शामिल हैं:
IDEX — ट्रेडिंग वॉल्यूम में 200.5 मिलियन से अधिक और लगभग 400 ट्रेडिंग जोड़ों के साथ यह एक्सचेंज बाज़ार में उपलब्ध सबसे बड़े विकल्पों में से एक। हालांकि, यह वास्तव में विकेन्द्रीकृत एक्सचेंज नहीं है, क्योंकि यह अभी भी पारंपरिक, केंद्रीकृत एक्सचेंजों के कुछ गुणों को बरकरार रखता है, जैसे कि केवाईसी नीति। बैंकोर — उपयोगकर्ताओं द्वारा प्लेटफॉर्म के मूकल BNT टोकन से क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज करके उनका क्रय-विक्रय किसी तीसरे पक्ष के बिना कर पाने की क्षमता इसकी अनूठी विशेषताओं में से एक है। यह बैंकोर को अपने बाजारों की तरलता बढ़ाने में मदद करता है - कम तरलता शेयर मार्केट में वोल्यूम क्या है? अक्सर विकेन्द्रीकृत एक्सचेंजों के लिए एक प्रमुख बाधा होती है। बाइनेंस DEX — एक विकेंद्रीकृत शेयर मार्केट में वोल्यूम क्या है? एक्सचेंज जिसे बनाया है बाइनेंस ने, जो क्रिप्टो बाजार में ट्रेडिंग वॉल्यूम के हिसाब से सबसे बड़े केंद्रीकृत एक्सचेंजों में से एक का संचालन भी करते हैं।
विकेंद्रीकृत एक्सचेंजों के लिए सामान्य शुल्क क्या हैं?
विभिन्न विकेंद्रीकृत एक्सचेंजों के बीच ट्रेडिंग शुल्क काफी भिन्न होता है, लेकिन कुल मिलाकर ये कीमतें केंद्रीकृत समकक्षों के समान 0.1-0.3% की सीमा में होती हैं।
विकेंद्रीकृत एक्सचेंज ग्राहकों के फंड अपने पास नहीं रखते हैं, यह बात DEX को सुरक्षा भेदों के प्रति केंद्रीकृत एक्सचेंजों की तुलना में काफी कम संवेदनशील बनाती है। हालांकि, अलग-अलग प्लेटफॉर्म विकेंद्रीकरण के अलग-अलग स्तर रखते हैं, जिसका अर्थ है कि वे अभी भी अलग-अलग हद तक कमजोर हैं। उदाहरण के लिए, 2018 में हैकरों ने बैंकोर के वॉलेट की एक भेद्यता का फायदा उठाया था जो अस्थायी रूप से ग्राहकों के फंड अपने पास रखने के लिए उपयोग की जाती थी। हैकर्स 23.5 मिलियन डॉलर की क्रिप्टो लेकर भाग गए।
डीमेट अकाउंट क्या है ? Demat account in hindi
डीमेट अकाउंट की फुल फार्म डीमैटरियलाइज्ड (Dematerialized) अकाउंट है (Demat account in hindi) यानि यह एक ऐसा अकाउंट है जिसका संचालन डिजिटल तरीके से होता है। सेबी की गाइडलाइंस के अनुसार शेयर्स को खरीदने बेचने के लिए डीमेट अकाउंट होना जरूरी है। इससे आप शेयर ट्रेडिंग आसानी और शीघ्रता से कर सकते है और भौतिक रुप से शेयर्स की खरीदारी मे होने कठिनाइयों और खतरों से भी बच सकते हैं।
Demat account in hindi
डीमेट अकाउंट क्या है ? Demat account kya hei. Demat account in hindi.
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पुराने समय मे शेयर्स को खरीदने और बेचने का सभी काम भौतिक रुप मे होता था मतलब आपको शेयर खरीदने के लिए कंपनी का फार्म भरना होता था। कंपनी शेयर सर्टिफिकेट के रूप मे आपको शेयर अलॉट करती थी। यानी सब फिजिकल तरीके से होता था। जिसमे वहुत वक्त बरबाद होता था। अब आपके पास शेयरों को खरीदने के लिये डीमेट अकाउंट का होना जरूरी है। साधारण बैक खाते की तरह ही डीमेट (Demat account in hindi) डिजिटल तरीके से शेयर जमा किये जा सकते हैं और निकाले जा सकते है। जब आप शेयर खरीदेंगे तो वह इस खाते मे आ जायेंगे और जब बेचेंगे तो वह निकल जायेगें। एक डीमेट अकाउंट मे आप शेयर्स, बांड, गवर्नमेंट सिक्यूरिटीज, म्युचुअल फंड्स को होल्ड करके रख सकते है।
देश मे सभी डीमेट अकाउंट की देख रेख दो संस्थाएं NSDL ( National Securities Depository Limited) और CDSL ( Central Depository Limited ) करती है।
डीमेट अकाउंट कैसे काम करता है:( How does it works- Demat account in hindi.)
शेयर मार्केट मे स्टोक्स की खरीदारी ट्रेडिंग अकाउंट के माध्यम से होती है। डीमेट अकाउंट ट्रेडिंग अकाउंट द्वारा खरीदे शेयरों को होल्ड करता शेयर मार्केट में वोल्यूम क्या है? शेयर मार्केट में वोल्यूम क्या है? है। इसे निम्न प्रकार से समझ सकते हैं,
- सबसे पहले जब आप शेयर खरीदने का आर्डर प्लेस करते हैं, आपकी डिपोसिटरी उस आर्डर को स्टोक मार्केट को भेजती है।
- स्टोक एक्सचेंज उस रिक्वेस्ट को सेल रिक्वेस्ट से मैच करके क्लियरिंग हाउस को भेजता है।
- क्लियरिंग हाउस उस ट्रांजेक्शन को सैटल करते हुये सेलर्स के डीमेट अकाउंट को डेबिट करता है और समान रूप से आपके डीमेट अकाउंट को क्रेडिट करते हुये उस ट्रांजेक्शन को कम्प्लीट करता है।
डीमेट अकाउंट के फायदे ( Benefits of Demat Account- Demat account in hindi.)
शेयर ट्रेडिंग के शेयर मार्केट में वोल्यूम क्या है? शेयर मार्केट में वोल्यूम क्या है? लिए डीमेट एक अनिवार्य जरूरत है, एक डीमेट अकाउंट से होने वाले फायदे निम्न है,
- ट्रांजेक्शन तेजी से सुगमता पूर्वक सम्पन्न होती है।
- ट्रांसपरेंसी बढती है।
- शेयर ट्रेडिंग वोल्यूम मे बढोत्तरी होती है।
- पेपर वर्क खत्म होता है।
- न्यूनतम रिस्क
- इन्वेस्टर्स मे कांफिडेंस बिल्डअप होता है।