सीएफडी और फॉरेक्स ट्रेडिंग

क्या मुझे कोशिश करनी चाहिए और ट्रेडिंग कैसे शुरू करनी चाहिए

क्या मुझे कोशिश करनी चाहिए और ट्रेडिंग कैसे शुरू करनी चाहिए
यहां ये भी ध्यान रखना है कि यदि पहले ही ट्रेड में हमें 150 रुपए का प्रॉफिट मिल जाता है तो अब जो शुरुआत में अपना रिस्क 300 रु. का था उसे हटा कर अब ये सोचना है कि जो अभी हमें 150 रु. का प्रॉफिट हुआ है इसमें से 100 रु. तो आज हमें लेकर जाना ही है।

स्टॉक मार्केट में Out of the Money ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे शुरू करें ?

दूर के ऑप्शन्स (Out Of The Money Options)

दूर का ऑप्शन, जी हाँ दोस्तों, जो की हमेशा एक्ट्रॅक्टिव्ह दिखता है। हमें ललचाता भी है अपने परफॉर्मन्स से! यह हो जाता है 5 रूपये से 50 का 100 का या उससे भी ज्यादा। है ना?

दूर का छोटा ऑप्शन याने की ऐसा ऑप्शन जो अंडरलेयिंग असेट (शेअर,इंडेक्स) के "चालू कीमत से काफी दूर होता है।" यह हम सभी को मालूम है। कीमत के उतार-चढ़ाव से ऑप्शन में हलचल होती है। "तेज और बड़े बदलाव से" ही दूर के ऑप्शन में बड़ी बढ़त या गिरावट आती है। इस पर हमारा एकमत हो सकता है।

और इस पर भी की बड़े मुव्ह किसी बड़े फंडामेंटल या टेक्निकल के कारण ही आतें है। इसलिए स्ट्रॉन्ग फंडामेंटल न्यूज़ या टेक्निकल सेट अप को बनते हुए देखकर ही Out Of The Money ऑप्शन्स में B.T.S.T. का ट्रेड लिया जाता है।

दूर का कॉल ऑप्शन ( Out Of The Money Call Option)

उदाहरण

1 ) कंपनी के शेअर की कीमत Rs. 500 है। ऑप्शन के लिए स्ट्राइक प्राइस 5 रूपये के फर्क से है। तो Rs. 500 से ज्यादा की स्ट्राइक प्राइसेस जैसे की 505, 510, 515, . कॉल ऑप्शन आउट ऑफ़ द मनी कहलातीं है। यहाँ दूर का छोटा कॉल ऑप्शन Rs. 550 स्ट्राइक प्राइस का हो सकता है।

2 ) बॅंक निफ़्टी अगर 36,000 पर है तो 36,100, 36,200, 36,300, . यह कीमतें कॉल ऑप्शन के लिए आउट ऑफ़ मनी कहलातीं है। इसमें दूर का छोटा कॉल ऑप्शन 37,000 के स्ट्राइक प्राइस का हो सकता है।

दूर का पुट ऑप्शन ( Out Of The Money Put Option)

उदाहरण

1 ) कंपनी के शेअर की कीमत Rs. 500 है। Rs. 500 से कम की स्ट्राइक प्राइसेस जैसे की 495, 490, 485, . यह आउट ऑफ़ द मनी पुट ऑप्शन कहलातीं है। यहाँ दूर का छोटा पुट ऑप्शन Rs. 450 स्ट्राइक प्राइस का हो सकता है।

2 ) बॅंक निफ़्टी अगर 36,000 पर है तो 35,900, 35,800, 35,700, . यह कीमतें पुट ऑप्शन के लिए आउट ऑफ़ मनी होतीं है। इसमें दूर का छोटा पुट ऑप्शन 35,000 तक के स्ट्राइक प्राइस का हो सकता है।

सुचना

स्टॉक मार्केट इंडेक्स का दूर का ऑप्शन

अब आतें है स्टॉक मार्केट में। और अपना अकाउंट खोलकर उसमें थोडासा पैसा डालतें है। और अपने अकाउंट क्या मुझे कोशिश करनी चाहिए और ट्रेडिंग कैसे शुरू करनी चाहिए पर "F&O Trading की सुविधा" चालू करतें है। हमने यह किया है तो चलिये आगे बढ़ते है। फंडामेंटल एनालिसिस अच्छे से करके हम आसानी से इंडेक्स के दूर के छोटे ऑप्शन्स में ट्रेडिंग करके बड़ा मुनाफा कमा सकतें है।

1 ) इंडेक्स जैसे की "निफ़्टी, क्या मुझे कोशिश करनी चाहिए और ट्रेडिंग कैसे शुरू करनी चाहिए बॅंक निफ़्टी" इनमें दूर के ऑप्शन्स में ट्रेडिंग करना अच्छा होता है। इसमें आवश्यक " व्होल्युम होता है।" इंडेक्स के ऑप्शन्स में बायिंग, सेलिंग आसानी से कर सकतें है।

2 ) इंडेक्स के ऑप्शन्स का लॉट साइज छोटा है। जैसे की निफ़्टी का एक लॉट 50 और बॅंक निफ़्टी का तो सिर्फ 25 क्वान्टिटी का एक लॉट आता है। कम कॅपिटल में हम "ज्यादा लॉट लें सकतें है।" एवरेज कर सकतें है। और थोड़ा-थोड़ा बेच सकतें है।

3 ) इंडेक्स के ऑप्शन्स में बहुत बड़े मात्रा में ट्रेडिंग होती है। इस लिए "कोई व्यक्तिगत मनमानी नहीं कर सकता।" कोई तय करके अपने हिसाब से भाव बढ़ा या गिरा नहीं सकता।

कंपनी के शेअर का दूर का छोटा ऑप्शन

1 ) कंपनी का शेअर "F&O लिस्ट में होना आवश्यक है।" हमें इसपर ध्यान देना चाहिये की जिन शेअर्स के दूर वाले ऑप्शन्स में व्होल्युम नहीं है। उन में ट्रेडिंग करने से हमें बचना चाहिये।

2 ) कंपनी से जुड़ा कोई "विशेष कारण होना चाहिये" जैसे की न्यूज़। न्यूज़ अच्छी हो या बुरी, उसका हमें शीघ्र पता लगाके दूर का ऑप्शन लेना होता है। अच्छी खबर के चलते कॉल लेना है। बुरी खबर हो तो पुट ऑप्शन लेना चाहिये। इस तरह की सारी न्यूज़ हम इन्व्हेस्टिंग इंडिया पर पढ़ सकतें है।

3 ) "ओपन इंटरेस्ट और चेंज इन ओपन इंटरेस्ट" को हम N.S.E.India पर कंपनी का नाम सर्च करके, डेरीव्हेटिव्हज में, ऑप्शन चेन में देख सकतें है। उनका जिक्र Change IN OI और OI ऐसा किया गया है।

4 ) टेक्निकल एनालिसिस का महत्व ध्यान में लेतें हुए ट्रेड के लिए टेक्निकली राइट एन्ट्री पॉइन्ट तय करना है। टेक्निकल एनालिसिस शेअर के चार्ट का करना होता है। सपोर्ट,रेजिस्टन्स और ट्रेन्ड लाइन तो शेअर के चार्ट पर ही लगानी है। दूर के छोटे ऑप्शन का चार्ट "मुव्ह की तुलना करने के लिये" देखा जा सकता है।

D ) "दोन स्टॉप लॉस की कीमतों में जो छोटी है, वह स्टॉप लॉस चुनें।" और जाहिर सी बात है की इससे लॉस कम होगा।

स्मॉल ऑप्शन स्टॉक्स इन इंडिया

लॉट साइज के बड़े होने से एकदम छोटा ऑप्शन लेने जायें तो भी बहुत कॅपिटल की जरूरत होती है। हमें ट्रेडिंग करने के लिए कम क्वांटिटी वाला अच्छा शेअर चुनना होता है। "जिस शेअर का प्राइस ज्यादा है उसका लॉट साइज कम होता है।" समय-समय पर लॉट साइज में बदलाव होतें रहतें है।

छोटे ऑप्शन का स्टडी

इसमें क्या-क्या स्टडी करना है। कौन-कौन से टॉपिक समज़ने है। यह समझ क्या मुझे कोशिश करनी चाहिए और ट्रेडिंग कैसे शुरू करनी चाहिए लें तो बहुत आसान है। तो आइये मिलकर शुरू करतें है।

1 ) पहला कदम यह है की Stock Market क्या है यह प्राथमिक जानकारी लेना। यह हमें मालूम है तो आगे बढ़ते है।

2 ) फिर हमें फंडामेंटल और टेक्निकल एनालिसिस के बारें में जानना है। इससे हमें ऑप्शन्स ट्रेडिंग करते वक्त आसानी होतीं है। लगातार बनते चार्ट पर सही तरीके से "टेक्निकल सेट-अप" लगाना फायदेमंद होता है।

3 ) चार्ट्स के अलग अलग प्रकार होतें है। इनका स्टडी करके अपने हिसाब से चार्ट सिलेक्ट करना है। ज्यादातर ट्रेडर्स "कॅंडल स्टिक चार्ट" का इस्तेमाल करतें है। शेअर के चार्ट में व्होलॅटिलिटी कम होनी चाहिये। शेअर में रिव्हर्सल में ट्रेड लेना और नयी पोजीशन के लिये ट्रेड लेना मुमकिन होना चाहिये। याने की जिन चार्ट पर एक तरफा के अच्छे मुव्ह दिखतें है। उनमें छोटा ऑप्शन ट्रेड लें सकतें है।

4 ) चार्ट सिलेक्ट करने के बाद चार्ट पर "सपोर्ट, रेजिस्टेन्स और ट्रेन्ड लाइन" का इस्तेमाल करना, सीखना चाहिये। हमें यह सही से करना आता है। तो अब यहाँ से आगे बढ़ते है।

5 ) कंपनी के शेअर का छोटा ऑप्शन लेने के लिये उस "कंपनी का फंडामेंटल एनालिसिस" करना चाहिये। ताकि उभरते हुए ट्रेन्ड के साथ तालमेल बनाके काम किया जाये।

इन बातों का स्टडी करके हम आत्मविश्वास के साथ छोटा ऑप्शन लें सकतें है। मन में सवाल यह उठेगा की थोड़ा पैसा ही तो लगाना है इसके लिये इतना स्टडी क्यों करना है। जवाब में कहते है की स्टडी, "थोड़ा पैसा लगाने के लिये और बड़ा पैसा कमाने के लिये करना है।" यह स्टडी करके हम छोटा ही क्या बड़े से बड़ा ऑप्शन लें सकेंगे। है की नहीं? और मुझे पूरी उम्मीद है की क्या मुझे कोशिश करनी चाहिए और ट्रेडिंग कैसे शुरू करनी चाहिए हम मिलकर यह कर सकतें है। कुछ डिफिकल्टी आये तो कमेंट में लिखना। अभी पूरा नहीं हुआ है। आगे हमारे लिये बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध है। तो चलिये आगे बढ़ते है।

छोटे ऑप्शन्स ट्रेडिंग की स्टाइल

स्टाइल याने की "काम करने का तरीका।" अपनी चाहत के अनुसार हम शेअर या इंडेक्स का चुनाव करतें है। उसके बारें में सारा स्टडी करतें है। और अपनी एक खास स्टाइल बनातें है। यहाँ पर एक स्टाइल दी गयी है। जिसके जरिए हम, फियर और ग्रीड को कंट्रोल करके ट्रेडिंग कर सकतें है।

Investment Tips: शेयर मार्केट से करोड़पति कैसे बनें? आपका भी है यही सवाल? ये 7 जवाब

अमित कुमार दुबे

पैसा कमाना हर किसी को अच्छा लगता है. कहा जाता है कि शेयर बाजार में बहुत पैसा है. कुछ लोगों को उदाहरण दिया जाता है कि इन्होंने महज 5000 रुपये से निवेश की शुरुआत की थी, और आज शेयर बाजार से करोड़ों रुपये बना रहे हैं. आखिर उनकी सफलता का राज क्या है, आज हम आपको बताएंगे? (Photo: Getty Images)

How can I earn 1 crore easily

दरअसल, आप भी कुछ आसान टिप्स को फॉलो कर शेयर बाजार से पैसे बना सकते हैं. शेयर बाजार में कुछ बातों का ध्यान रखकर आप लखपति से करोड़पति बन सकते हैं. लेकिन अक्सर लोग पैसे बनाने की होड़ में नियम और रिस्क को भूल जाते हैं, या फिर कहें जानबूझकर नजरअंदाज कर देते हैं. और फिर उनकी उनकी शिकायत होती है कि शेयर बाजार से बड़ा नुकसान हो गया. (Photo: Getty Images)

Major Reasons Retail Investors Lose Money in the Stock

यह भी एक कड़वी सच्चाई है कि शेयर बाजार से 90 फीसदी से ज्यादा रिटेलर पैसा नहीं बना पाते हैं, हर रिटेल निवेशक को शेयर बाजार में कदम रखने से पहले इसे आंकड़े को ध्यान में रखना चाहिए. लेकिन एक इसमें एक अच्छी बात यह है कि 10 फीसदी रिटेल निवेशक पैसे बनाने में सफल रहते हैं. क्योंकि वे नियमों को फॉलो करते हैं. (Photo: Getty Images)

शुरुआत कैसे करें:

अब आइए आपको बताते हैं कि शेयर बाजार के आप कैसे करोड़पति बन सकते हैं.

1. शुरुआत कैसे करें: शेयर बाजार में निवेश से पहले ये जानने की कोशिश करें कि शेयर बाजार क्या है? शेयर बाजार कैसे काम करता है? लोगों को शेयर बाजार से कैसे कमाई होती है? क्योंकि शेयर बाजार कोई पैसे बनाने की मशीन नहीं है. डिजिटल के इस दौर में आप घर बैठे ऑनलाइन इस बारे में जानकारी जुटा सकते हैं. इसके अलावा आप इस मामले में वित्तीय सलाहकार की मदद ले सकते हैं. जो आपको शुरुआत में सही दिशा बताएंगे.

छोटी रकम से करें निवेश की शुरुआत


2. छोटी रकम से करें निवेश की शुरुआत: ये जरूरी नहीं है कि शेयर बाजार में निवेश के लिए बड़ी रकम होनी चाहिए. अधिकतर लोग यही गलती करते हैं. अपनी पूरी जमापूंजी शेयर बाजार में लगा देते हैं. फिर बाजार में उतार-चढ़ाव को झेल नहीं पाते हैं. आप छोटी रकम यानी महज 5 रुपये से भी निवेश की शुरुआत कर सकते हैं. (Photo: Getty Images)

टॉप कंपनियों को चुनें

3. टॉप कंपनियों को चुनें: शुरुआत में बहुत ज्यादा रिटर्न पर फोकस करने से बचें. क्योंकि बहुत ज्यादा रिटर्न के चक्कर में लोग उन कंपनियों स्टॉक्स में पैसे लगा देते हैं, जो फंडामेंटली मजबूत नहीं होते हैं, और फिर फंस जाते हैं. इसलिए निवेश की शुरुआत अक्सर लार्ज कैप कंपनियों से करें. जो फंडामेंटली मजबूत हो. जब आपको कुछ साल का अनुभव हो जाएगा तो फिर थोड़ा रिस्क ले सकते हैं.

 निवेशित रहने की जरूरत

4. निवेशित रहने की जरूरत: जब आप छोटी रकम से क्या मुझे कोशिश करनी चाहिए और ट्रेडिंग कैसे शुरू करनी चाहिए निवेश की शुरुआत करेंगे, तो फिर हर महीने निवेश को बढ़ाते रहें. अपने पोर्टफोलियो को संतुलित बनाकर रखें. जब आप लगातार कुछ साल तक बाजार में निवेशित रहेंगे तो फिर आप लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं. अक्सर बाजार में लंबे समय के निवेशित रहने वालों क्या मुझे कोशिश करनी चाहिए और ट्रेडिंग कैसे शुरू करनी चाहिए का फायदा होता है. (Photo: Getty Images)

पैनी स्टॉक्स से रहें दूर

5. पैनी स्टॉक्स से रहें दूर: रिटेल निवेशक अक्सर सस्ते स्टॉक्स पर फोकस करते हैं. 10-15 रुपये वाले स्टॉक्स को अपने पोर्टफोलियो में शामिल कर लेते हैं और फिर गिरावट में घबरा जाते हैं. उन्हें लगता है कि सस्ते शेयर में कम निवेश कर ज्यादा कमाया जा सकता है. लेकिन ये सोच गलत है. स्टॉक्स का चयन हमेशा कंपनी की ग्रोथ को देखकर करें. उसी कंपनी में निवेश करें, जिसका बिजनेस अच्छा हो और उस बिजनेस को चलाने वाला मैनेजमेंट अच्छा हो.

 गिरावट में घबराएं नहीं

6. गिरावट में घबराएं नहीं: शेयर बाजार में जब भी गिरावट आए, तो अपने निवेश को बढ़ाने बढ़ाएं. अक्सर रिटेल निवेशक को जब तक कमाई होती है, तब तक वो निवेश में बने रहते हैं. लेकिन जैसे से बाजार में गिरावट का दौर चलता है, रिटेल निवेशक घबराने लगते क्या मुझे कोशिश करनी चाहिए और ट्रेडिंग कैसे शुरू करनी चाहिए हैं, और फिर बड़े नुकसान के डर से शेयर सस्ते में बेच देते हैं. जबकि बड़े निवेशकर खरीदारी के लिए गिरावट का इंतजार करते हैं. (Photo: Getty Images)

 कमाई का कुछ हिस्सा करें सुरक्षित निवेश


7. कमाई का कुछ हिस्सा करें सुरक्षित निवेश: शेयर बाजार से होने वाली कमाई के कुछ हिस्से को सुरक्षित निवेश के तौर पर दूसरे जगह पर भी लगाएं. इसके अलावा अपने मुनाफे को बीच-बीच में कैश करते हैं. सबसे अहम और हर रिटेल निवेशक के जरूरी बात यह है कि वे बिना जानकारी शेयर बाजार से दूर रहें, और निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें. देश के बड़े निवेशकों को फॉलो करें, उनकी बातों को गंभीरता से लें. (Photo: Getty Images)

5000 रु. से इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करे | Intraday Trading With Only 5000 rupee in hindi

क्या 5000 रु. से इंट्राडे ट्रेडिंग हो सकती है ? या एक नए ट्रेडर को इंट्राडे ट्रेडिंग कितने पैसे से शुरू करनी चाहिए ?, इंट्राडे ट्रेडिंग के लिये कितने पैसों की जरूरत होती है ?

बहुत से लोग अक्सर ऐसे सवाल पूछते रहते हैं, लेकिन उनको कोई संतोषजनक उत्तर नही मिलता है।

आज इस लेख में इसी बात पर चर्चा होगी कि आखिर इंट्राडे ट्रेडिंग की शुरुआत करने के लिए कितने पैसों की आवश्यकता होती है और क्या 5000 रु. से भी इंट्राडे ट्रेडिंग की जा सकती है ?

 Intrad-Trading-With-5000-rupee

वैसे तो इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए जितने कम पैसे लेकर आया जाए उतना ही अच्छा रहता है।

क्योंकि जितने कम पैसे होंगे नुकसान भी उतना ही कम रहेगा। ज्यादा पैसे लेकर आएंगे तो जब नुकसान होगा तो ज्यादा होगा।

बहुत से लोग ऐसा भी सोचते हैं कि ज्यादा पैसे रहेंगे तो ज्यादा पैसे भी कमा पाएंगे। कहीं तक ये बात सही तो है। लेकिन ये उनके लिए ही सही है जो इंट्राडे ट्रेडिंग में परिपक्व हो चुके हैं और यहां से पैसे कमाने में भी कामयाब हैं।

नए ट्रेडर को तो पहले ये चेक करना होता है कि वह इंट्राडे ट्रेडिंग में सफल हो भी सकते हैं या नही।

क्योंकि मेरा मानना है कि इंट्राडे ट्रेडिंग में एक खास तरह के माइंडसेट की जरूरत होती है जो कि प्रत्येक व्यक्ति में नही होता है।

नए ट्रेडर को इसीलिए ये सलाह दी जाती है कि वो शुरुआत में बहुत ही कम पैसे से ट्रेडिंग की शुरुआत करें। अब सवाल ये आता है कि कम से कम कितने पैसे से शुरुआत करें ?

नए ट्रेडर जो अभी ट्रेडिंग सीख ही रहे हैं वो केवल 5000 रु.से ही शुरू करें। 5000 रु. से इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे शुरू करें ये जानने के लिए लेख को पूरा पढ़े।

5000 रु. से क्या मुझे कोशिश करनी चाहिए और ट्रेडिंग कैसे शुरू करनी चाहिए इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें ? ( Intraday Trading with 5000 rupee in Hindi )

दोस्तों पांच हजार रुपए से ट्रेडिंग शुरू करने का मतलब ये नही है कि आज ही 5000 रु. डाले और आज से ही पैसे कमाना शुरू हो जाएगा।

हमें इन पैसों से ट्रेडिंग सीखनी है, ये सीखना है कि ट्रेडिंग होती कैसे है, और ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमा सकते हैं।

यदि एक महीने ट्रेडिंग करने के बाद भी आपके 5000 रु. डीमैट खाते में सुरक्षित बचे रह जाते हैं तब आप ट्रेडिंग के लिए और ज्यादा पैसे भी लगा सकते हैं।

क्योंकि इंट्राडे ट्रेडिंग में पैसे कमाने के लिए पहले अपनी कैपिटल बचाना सीखना जरूरी है।

जब हमारे खाते में 5000 रु. ही इंट्राडे ट्रेडिंग के लिये हो तो एक दिन की ट्रेडिंग के लिए सिर्फ 1500 रु. ही इस्तेमाल करना है। यहां पर अपने रिस्क मैनेजमेंट पर अमल करना जरूरी है यदि आपको नही पता कि रिस्क मैनेजमेंट क्या होता है तो ये intraday trading success formula हिन्दी |risk management हिन्दी लेख जरूर पढ़ें।

जब हम एक दिन की ट्रेडिंग के लिए सिर्फ 1500 रु. का इस्तेमाल करते हैं तो इन 1500 रु. में से सिर्फ 300 रु. का ही जोखिम लेंगे।

मतलब कि उस दिन यदि हमें 300 रु. का नुकसान हो जाता है तो अपनी ट्रेडिंग बंद कर देनी है।

जोखिम के साथ – साथ ये भी तय करना है कि 1500 रु. लगाकर एक दिन में कितना प्रॉफिट लेना है ?

तो मेरे हिसाब से यदि एक दिन में 150 रु. प्रॉफिट मिल जाता है तो पर्याप्त है। तो जब 150 रु. का प्रॉफिट हो जाए तब भी अपनी ट्रेडिंग बंद कर देनी चाहिए। इस मार्केट से पहले हमें छोटे – छोटे प्रॉफिट निकालने का प्रयास करना है।

5000-रु.-से-इंट्राडे-ट्रेडिंग-कैसे-करे

यहां ये भी ध्यान रखना है कि यदि पहले ही ट्रेड में हमें 150 रुपए का प्रॉफिट मिल जाता है तो अब जो शुरुआत में अपना रिस्क 300 रु. का था उसे हटा कर अब ये सोचना है कि जो अभी हमें 150 रु. का प्रॉफिट हुआ है इसमें से 100 रु. तो आज हमें लेकर जाना ही है।

यानी जब दूसरा ट्रेड लेंगे तो हम सिर्फ 50 रु. का ही रिस्क लेंगे। यदि 50 रु. का नुकसान हो जाता है तो आज की ट्रेडिंग बंद कर देनी है।

जैसे – क्या मुझे कोशिश करनी चाहिए और ट्रेडिंग कैसे शुरू करनी चाहिए जैसे प्रॉफिट बनता जाता है अपना रिस्क कम करते जाना है। हमेशा ये कोशिश होनी चाहिए कि जो भी हमें प्रॉफिट मिल रहा है उसका ज्यादा से ज्यादा हिस्सा लेकर हमें घर जाना है।

यदि आप एक बार इस फॉर्मूले को समझ कर इस पर अमल करने की आदत बना लेते हैं तो आप ट्रेडिंग में सफल हो जाएंगे फिर आप चाहे 5 लाख रुपए भी लगाकर ट्रेडिंग करें आपको नुकसान नही होगा।

इंट्राडे ट्रेडिंग एक ऐसा खेल है जहां आपके विपक्षी खिलाड़ी हमेशा आपको हराने का प्रयास करेंगे यदि आप जीतना नही जानते तो कभी भी नही जीत पाएंगे।

मार्केट हमेशा हमको पैसे देती है लेकिन हम इस पैसे को लेकर भागना ही नही जानते हैं।

जब हम 5000 रु. से इंट्राडे ट्रेडिंग शुरू करते हैं तो हमें छोटे – छोटे प्रॉफिट को लेकर भागना है जिससे हमारी पूंजी बढ़ती रहे।

दोस्तों शेयर बाजार में हम जब आते हैं तो बहुत लालची बन जाते हैं यदि हमें मार्केट 1000 रु. दे देता है तो अगले ट्रेड में हम 2 हजार चाहने लगते हैं, तीसरे ट्रेड में हम 5 हजार बनाने के चक्कर मे पड़ जाते हैं।

इसी लालच क्या मुझे कोशिश करनी चाहिए और ट्रेडिंग कैसे शुरू करनी चाहिए में हम एक के बाद एक ट्रेड लेते रहते हैं परिणाम यह होता है कि जो हमें पहले प्रॉफिट मिला है वो तो जाता ही है साथ ही साथ हमारी कैपिटल का भी बहुत बड़ा हिस्सा चला जाता है।

इसी लालच की वजह से अधिकांश लोग इंट्राडे ट्रेडिंग में फेल हो जाते हैं। अपने डर या लालच को कंट्रोल करना किसी के लिए भी इतना आसान नही होता है।

इसीलिए कहा जाता है कि ट्रेडिंग के लिए एक खास माइंडसेट की आवश्यकता होती है जो सबमें नही पाया जाता है।

जब तक ट्रे डिंग माइंडसेट नही बन जाता है तब तक हमें 5 – 5000 रु. से ही इंट्राडे ट्रेडिंग सीखते रहना है और यदि कुछ महीनों के प्रयास के बाद भी सफलता नही मिलती है तो अपनी गलतियों पर विचार करके उसे सुधारना जरूरी है।

यदि काफी प्रयास के बाद भी ट्रेडिंग में नुकसान ही हो रहा है तो हो सकता है इंट्राडे ट्रेडिंग आपके लिए नही है आप किसी दूसरे काम पर फोकस करें।

क्योंकि जब तक आपका ट्रेडिंग मनोविज्ञान नही बनेगा तब तक आपको ट्रेडिंग में सिर्फ नुकसान ही होगा।

बेशक 5000 रु. से इंट्राडे ट्रेडिंग मे हम बहुत ज्यादा पैसे नही बना पाएंगे लेकिन यदि महीने में एक हजार भी प्रॉफिट बन गया तो करीब 20 % का प्रॉफिट हुआ।

महीने का 20 प्रतिशत रिटर्न किसी भी बैंक या किसी भी अन्य वित्तीय निवेश में मिलना लगभग असंभव ही होता है।

अक्सर लोग यही गलती करते हैं कि 10,000 रु. लेकर इंट्राडे ट्रेडिंग करने आते हैं और एक ही दिन में 50 हजार बनाने की कोशिश करते हैं। लेकिन ऐसा कभी होता नही है उल्टे अपने 10 हजार रुपए भी मार्केट को देकर चले जाते हैं।

ट्रेडिंग-5000-से-करे

यदि आप ऊपर बताए गए तरीके पर अमल कर के छोटे – छोटे प्रॉफिट को पकड़ना सीख गए तो यकीन मानिए आप को महीने में एक – दो दिन ऐसे भी मिल जाएंगे जहां आप अपनी कैपिटल को आसानी से डबल भी कर लेंगे।

लेकिन इसके लिए आपको छोटे – छोटे पैसे लगाकर पहले प्रॉफिट को पकड़ना सीखकर अपना अनुभव बढ़ाना पड़ेगा।

निष्कर्ष ( The Conclusion )

दोस्तों, इंट्राडे ट्रेडिंग में चाहे कोई 5 हजार या 5 लाख रुपए लेकर आए लेकिन यदि उसने अपना ट्रेडिंग माइंडसेट नही विकसित किया तो सिर्फ नुकसान ही होगा।

चूंकि लोग शेयर बाजार में ज्यादा पैसे कमाने के ही लालच में आते हैं इसलिए वो ट्रेडिंग के दौरान भी अपनी लालच की भावना को कंट्रोल नही कर पाते हैं।

एक बात हमेशा ध्यान रखनी चाहिए कि यदि हमें ट्रेडिंग से पैसे कमाना आता है तो हम 5000 रु. से भी इंट्राडे ट्रेडिंग मे 5 लाख रुपए बना सकते हैं।

और यदि हमें प्रॉफिट बनाना और उसे लेकर जाना नही आता है तो हम 5 लाख रुपए भी कुछ ही दिनों में मार्केट में गंवा देंगे।

उम्मीद है कि जो लोग ये कहते हैं कि मेरे पास ज्यादा पैसे नही हैं मैं ट्रेडिंग कैसे करूं या जो लोग ये पूछते हैं कि क्या 5000 रु. से इंट्राडे ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं ?

उनको जवाब मिल गया होगा कि आप बिल्कुल 5000 रु. से इंट्राडे ट्रेडिंग ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं। और यदि आपने ट्रेडिंग को अच्छे से सीख लिया है तो इन 5 हजार रुपए से 5 लाख रुपए भी आसानी से और बहुत जल्दी बना लेंगे।

शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं, तो जरूरी है Demat Account होना, जानें कैसे खुलता है, क्या होता है चार्ज

How to open a Demat Account : डीमैट खाता खोलने की प्रक्रिया बहुत आसान होती है. इसके लिए सबसे पहले आपको एर फॉर्म ऑनलाइन भरना होता है. जिसके बाद ई वेरिफिकेशन होता है. ये प्रोसेस पूरी होते ही आपका डीमैट खाता खुल जाता है.

शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं, तो जरूरी है Demat Account होना, जानें कैसे खुलता है, क्या होता है चार्ज

Demat Account : शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने के लिए जरूरी है डीमैट अकाउंट. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

शेयर बाजार में ट्रेडिंग (Share Market Trading) कर पैसा बहुत से लोग बनाना चाहते हैं लेकिन शेयर्स खरीदने और बेचने के लिए जिस डीमैट अकाउंट की जरूरत होती है, उसके बारे में कम ही जानकारी होती है. डीमैट अकाउंट कैसे काम करता है, इस खाते को खोलने के लिए जरूरी कागजात कौन से होते हैं और कितनी फीस डीमैट खाते को खोलने के लिए खर्च करनी पड़ती है. ऐसे बहुत सारे सवालों के जवाब हम आपको इस खबर की मदद से दे रहे हैं क्योंकि शेयर ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट होना जरूरी है, इसके बिना ट्रेडिंग नहीं की जा सकती है.

तो आइए जानते हैं डीमैट खाते से जुड़ी हर जरूरी जानकारी.

क्या होता है डीमैट खाता

यह भी पढ़ें

जिस तरह से बैंक अकाउंट होता है. इसी तरह से डीमैट अकाउंट भी बैंक खाते की तरह काम करता है. शेयर बाजार को रेगुलेट करने वाली संस्था SEBI के साफ निर्देश हैं कि बिना डीमैट खाते के शेयरों को किसी भी अन्य तरीके से खरीदा और बेचा नहीं जा सकता है.

डीमैट खाते की सबसे अच्छी क्या मुझे कोशिश करनी चाहिए और ट्रेडिंग कैसे शुरू करनी चाहिए बात होती है ये जीरो अकाउंट बैलेंस के साथ भी खोला जा सकता है. इसमें मिनिमम बैलेंस रखने की जरूरत नहीं होती है. शेयर बाजार में निवेश के लिए निवेशक के पास बैंक अकाउंट, ट्रेडिंग अकाउंट और डीमैट खाता होने चाहिए क्योंकि डीमैट खाते में आप शेयरों को डिजिटल रूप से अपने पास रख सकते है. तो वहीं ट्रेडिंग अकाउंट से मदद से शेयर, म्युचुअल फंड और गोल्ड में निवेश किया जा सकता है.

कैसे खोलें डीमैट खाता

- शेयरों में ऑनलाइन निवेश करने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी डीमैट खाता होता है. आप इसे HDFC सिक्योरिटीज, ICICI डायरेक्ट, Axis डायरेक्ट जैसे किसी भी ब्रोकरेज के पास खुलवा सकते हैं.

- ब्रोकरेज फर्म का फैसला लेने के बाद आप उसकी वेबसाइट पर जाकर डीमैट अकाउंट ओपन करने का फॉर्म सावधानी से भरने के बाद उसकी KYC प्रोसेस को पूरा करें.

- KYC के लिए फोटो आईडी प्रूफ, एड्रेस प्रूफ के लिए डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ेगी. जब ये प्रोसेस पूरी हो जाएगा तो उसके बाद इन-पर्सन वेरिफिकेशन होगा. संभव है जिस फर्म से आप डीमैट अकाउंट खुलवा रहे हों, वो अपने सर्विस प्रोवाइडर के दफ्तर आपको बुलवाएं.

- इस प्रोसेस को पूरा होने के बाद आप ब्रोकरेज फर्म के साथ टर्म ऑफ एग्रीमेंट साइन करते है. ऐसा करने के बाद आपका डीमैट अकाउंट खुल जाता है.

- फिर आपको डीमैट नंबर और एक क्लाइंट आईडी दी जाएगी.

कौन खोलेगा डीमैट खाता

इंडिया में डीमैट खाता खोलने का काम दो संस्थाएं करती है. जिसमें पहली है NSDL (National Securities Depository Limited) और दूसरी है CDSL (central securities depository limited). 500 से अधिक एजेंट्स इन depositories के लिए काम करते है, जिनको आम भाषा में डीपी भी कहा जाता है. इनका काम डीमैट अकाउंट खोलना होता है.

जरूरी शर्तें

डीमैट अकाउंट खोलने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी शर्त होती है कि जो व्यक्ति शेयर ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट खुलवा रहा हो उसकी उम्र 18 साल से ज्यादा होनी चाहिए. साथ ही इसके लिए उस व्यक्ति के पास पैन कार्ड, बैंक अकाउंट आइडेंटिटी और एड्रेस प्रूफ होना जरूरी है.

शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं, तो जरूरी है Demat Account होना, जानें कैसे खुलता है, क्या होता है चार्ज

How to open a Demat Account : डीमैट खाता खोलने की प्रक्रिया बहुत आसान होती है. इसके लिए सबसे पहले आपको एर फॉर्म ऑनलाइन भरना होता है. जिसके बाद ई वेरिफिकेशन होता है. ये प्रोसेस पूरी होते ही आपका डीमैट खाता खुल जाता है.

शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं, तो जरूरी है Demat Account होना, जानें कैसे खुलता है, क्या होता है चार्ज

Demat Account : शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने के लिए जरूरी है डीमैट अकाउंट. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

शेयर बाजार में ट्रेडिंग (Share Market Trading) कर पैसा बहुत से लोग बनाना चाहते हैं लेकिन शेयर्स खरीदने और बेचने के लिए जिस डीमैट अकाउंट की जरूरत होती है, उसके बारे में कम ही जानकारी होती है. डीमैट अकाउंट कैसे काम करता है, इस खाते को खोलने के लिए जरूरी कागजात कौन से होते हैं और कितनी फीस डीमैट खाते को खोलने के लिए खर्च करनी पड़ती है. ऐसे बहुत सारे सवालों के जवाब हम आपको इस खबर की मदद से दे रहे हैं क्योंकि शेयर ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट होना जरूरी है, इसके बिना ट्रेडिंग नहीं की जा सकती है.

तो आइए जानते हैं डीमैट खाते से जुड़ी हर जरूरी जानकारी.

क्या होता है डीमैट खाता

यह भी पढ़ें

जिस तरह से बैंक अकाउंट होता है. इसी तरह से डीमैट अकाउंट भी बैंक खाते की तरह काम करता है. शेयर बाजार को रेगुलेट करने वाली संस्था SEBI के साफ निर्देश हैं कि बिना डीमैट खाते के शेयरों को किसी भी अन्य तरीके से खरीदा और बेचा नहीं जा सकता है.

डीमैट खाते की सबसे अच्छी बात होती है ये जीरो अकाउंट बैलेंस के साथ भी खोला जा सकता है. इसमें मिनिमम बैलेंस रखने की जरूरत नहीं होती है. शेयर बाजार में निवेश के लिए निवेशक के पास बैंक अकाउंट, ट्रेडिंग अकाउंट और डीमैट खाता होने चाहिए क्योंकि डीमैट खाते में आप शेयरों को डिजिटल रूप से अपने पास रख सकते है. तो वहीं ट्रेडिंग अकाउंट से मदद से शेयर, म्युचुअल फंड और गोल्ड में निवेश किया जा सकता है.

कैसे खोलें डीमैट खाता

- शेयरों में ऑनलाइन निवेश करने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी डीमैट खाता होता है. आप इसे HDFC सिक्योरिटीज, ICICI डायरेक्ट, Axis डायरेक्ट जैसे किसी भी ब्रोकरेज के पास खुलवा सकते हैं.

- ब्रोकरेज फर्म का फैसला लेने के बाद आप उसकी वेबसाइट पर जाकर डीमैट अकाउंट ओपन करने का फॉर्म सावधानी से भरने के बाद उसकी KYC प्रोसेस को पूरा करें.

- KYC के लिए फोटो आईडी प्रूफ, एड्रेस प्रूफ के लिए डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ेगी. जब ये प्रोसेस पूरी हो जाएगा तो उसके बाद इन-पर्सन वेरिफिकेशन होगा. संभव है जिस फर्म से आप डीमैट अकाउंट खुलवा रहे हों, वो अपने सर्विस प्रोवाइडर के दफ्तर आपको बुलवाएं.

- इस प्रोसेस को पूरा होने के बाद आप ब्रोकरेज फर्म के साथ टर्म ऑफ एग्रीमेंट साइन करते है. ऐसा करने के बाद आपका डीमैट अकाउंट खुल जाता है.

- फिर आपको डीमैट नंबर और एक क्लाइंट आईडी दी जाएगी.

कौन खोलेगा डीमैट खाता

इंडिया में डीमैट खाता खोलने का काम दो संस्थाएं करती है. जिसमें पहली है NSDL (National Securities Depository Limited) और दूसरी है CDSL (central securities depository limited). 500 से अधिक एजेंट्स इन depositories के लिए काम करते है, जिनको आम भाषा में डीपी भी कहा जाता है. इनका काम डीमैट अकाउंट खोलना होता है.

जरूरी शर्तें

डीमैट अकाउंट खोलने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी शर्त होती है कि जो व्यक्ति शेयर ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट खुलवा रहा हो उसकी उम्र 18 साल से ज्यादा होनी चाहिए. साथ ही इसके लिए उस व्यक्ति के पास पैन कार्ड, बैंक अकाउंट आइडेंटिटी और एड्रेस प्रूफ होना जरूरी है.

रेटिंग: 4.94
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 277
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *