सीएफडी और फॉरेक्स ट्रेडिंग

शेयर बाजार में भालू और बैल

शेयर बाजार में भालू और बैल

क्या वॉल स्ट्रीट भालू से बच सकता है? निफ्टी खुलेगा बढ़त के साथ!! - आज का शेयर मार्केट

ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइज (Zee Entertainment Enterprise) मंगलवार को एक ब्लॉक ट्रेड में मीडिया प्रमुख में 5.51% हिस्सेदारी बेचेगा, जिससे निवेशक को सौदे की शर्तों के अनुसार $169.5 मिलियन मिलेंगे। हिस्सेदारी 250 रुपये से 263.7 रुपये प्रति शेयर की कीमत सीमा पर उतारी जाएगी।

PVR ने सितंबर में समाप्त दूसरे क्वार्टर में 71.49 करोड़ रुपये के टैक्स के बाद कंसोलिडेटेड लॉस की सूचना दी। कंपनी ने एक साल पहले की अवधि में 153.27 करोड़ रुपये के टैक्स के बाद कंसोलिडेटेड लॉस दर्ज किया था।

टाटा कॉफी (Tata Coffee) ने सितंबर 2022 को समाप्त क्वार्टर में सालाना आधार पर 147 करोड़ रुपये के कंसोलिडेटेड प्रॉफिट में 172% की बढ़त दर्ज की, जो प्लांटेशन और इंस्टेंट कॉफी व्यवसायों के बेहतर प्रदर्शन और एक गैर-प्रमुख संपत्ति के निपटान पर एक बार की असाधारण आय से प्रेरित है। .

बैंक ऑफ महाराष्ट्र (Bank of Maharashtra) ने सितंबर 2022 की क्वार्टर में अपने नेट प्रॉफिट में दो गुना के साथ 535 करोड़ रुपये की बढ़तदर्ज की, जो खराब ऋणों में गिरावट और नेट ब्याज आय में बढ़त के कारण हुआ। ऋणदाता ने एक साल पहले की अवधि में 264 करोड़ रुपये के स्टैंडअलोन प्रॉफिट की सूचना दी थी।

क्या उम्मीद करें?

निफ्टी कल 17,155 के गैप-डाउन के साथ खुला। इंडेक्स ने 17,100 पर सपोर्ट शेयर बाजार में भालू और बैल किया और तेजी पकड़ी। 17,300 भी टूटा और निफ्टी 126 पॉइंट्स या 0.73% ऊपर 17,312 पर बंद हुआ।

बैंक निफ्टी 39,318 पर फ्लैट खुला और पलटा। इंडेक्स 40 हजार के करीब है। बैंक निफ्टी 650 पॉइंट्स या 1.56% ऊपर 39,920 पर बंद हुआ।

IT 0.2% की बढ़त हुई।

अमेरिकी बाजारों और यूरोपीय बाजारों में तेजी रही।

एशियाई बाजार ज़्यादातर हरे निशान में कारोबार कर रहे हैं।

यूएस फ्यूचर्स और यूरोपीय फ्यूचर्स DAX ट्रेडिंग फ्लैट के साथ उच्च कारोबार कर रहे हैं।

SGX NIFTY 17,455 पर कारोबार कर रहा है, जो एक गैप-अप ओपनिंग का संकेत दे रहा है।

निफ्टी को 17,350, 17,300 और 17,240 पर सपोर्ट है। हम 17,430, 17,530 और 17,600 पर रेजिस्टेंस की उम्मीद कर सकते हैं।

बैंक निफ्टी को 40,000, 39,740 और 39,540 पर सपोर्ट है। रेजिस्टेंस 40,40,300, 40,500 और 41,000 पर हैं।

निफ्टी में सबसे ज्यादा कॉल OI बिल्ड-अप 17,500 है। उच्चतम पुट OI बिल्ड-अप 17,000 पर है।

बैंक निफ्टी में सबसे ज्यादा कॉल OI बिल्ड-अप 39,500 है और सबसे बड़ा पुट OI बिल्ड-अप 39,000 है।

फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स ने 400 करोड़ रुपये के शेयरों की शुद्ध बिक्री की। डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स ने कुल 1,600 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।

अमेरिकी बाजारों ने कल पिछली लाल कैंडल के निचले स्तर की रक्षा की। सांडों को कैंडल की ऊंचाई से ऊपर बंद करना होगा, क्योंकि अगर बिकवाली का दबाव कम से नीचे बंद होने में सफल होता है, तो 28,700 संभावना है। एक बार जब यह प्रमुख स्तर टूट जाता है, तो यह एक फ़्री गिरावट हो सकती है।

ग्लोबल मार्केट के पॉजिटिव होने के साथ, हम एक अंतर देखेंगे। हमें देखना होगा कि 17,430 निफ्टी का क्या करेंगे। यह ब्रेकआउट स्तर था, जिसे हम पिछले दो हफ़्ते से देख रहे हैं। भले ही गैप-अप कायम न रहे, लेकिन बैल आज एक बड़ा नकारात्मक क्लोजर नहीं चाहते हैं, जैसे कि 17,350 या 17,300 से नीचे।

FIN NIFTY मंगलवार को फोकस में रहेगा। भरने के लिए एक गैप था और वह 17,950 पर भर जाएगा। हम स्तर से ऊपर के गैप देख सकते हैं। 18,000 से ऊपर की ओपनिंग की भी संभावना है।

13 सितंबर को निफ्टी ने उच्च स्तर बनाया और उलटफेर शुरू हो गया। 17,530 उछाल का पहला बिंदु था और इसलिए यह स्तर महत्वपूर्ण होगा।

पिछले मंगलवार को आखिरी घंटे की बिकवाली याद रखें। अन्यथा, FIN NIFTY की समाप्ति अंत तक अस्थिर हो सकती है। इसलिए, जब आप अपनी इंट्राडे पोजीशन बंद करते हैं तो अतिरिक्त सावधानी बरतें।

हम, ऊपर की तरफ 17,530 और नीचे की तरफ 17,350 देख रहे हैं।

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BULL (तेजी) और BEARS (मंदी)

Zerodha

अगर आप NEWSPAPER और TV या INTERNET पर जब स्टॉक मार्केट समाचारों को देखेंगे तो आपको अगर मार्केट ऊपर जा रहा होगा तो मार्केट को BULLISH बताया जाता है, और अगर मार्केट निचे गिर रहा हो तो मार्केट BEARISH है, ऐसे देखने और सुनने को मिलता है,

BULLS और BEARS स्टॉक मार्केट की भाषा में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाले शब्द है, इसलिए बुल्स और बेअर्स को अच्छी तरह से समझना आवश्यक है,

आज हम इसी बारे में बात करेंगे और समझेंगे,

आखिर BULLS और BEARS क्या होता है, और शेयर मार्केट में इसका क्या महत्व है और इसका इस्तेमाल किस तरह से किया जाता है,

BULLS और BEARS का अर्थ –

बुल्स और बेअर्स का सामान्य हिंदी अर्थ –

BULLS का हिंदी में अर्थ होता है – बैल,

और BEARS का हिंदी अर्थ होता है – भालू

अब आप कहेंगे कि फिर बैल और भालू का शेयर मार्केट में क्या काम , लेकिन स्टॉक मार्केट के सम्बन्ध में BULLS और BEARS का कुछ अलग अर्थ होता है,

बुल्स और बेअर्स का स्टॉक मार्केट के सम्बन्ध में हिंदी अर्थ –

स्टॉक मार्केट के सम्बन्ध में

BULLS का अर्थ होता है – तेजी

और, BEARS का हिंदी अर्थ होता है – मंदी

इसके आलावा BULLS से बना हुआ दूसरा शब्द है BULLISH और BEARS से बना हुआ दूसरा शब्द है BEARISH

इस तरह स्टॉक मार्केट में

BULLISH का अर्थ है – स्टॉक में तेजी की अवस्था,

और BEARISH का अर्थ है – स्टॉक में मंदी की अवस्था,

BULLS और BEARS ऐसा नाम क्यों पड़ा ?

अगर आप पूछे कि बुल्स या बेअर्स ऐसा नाम क्यों पड़ा, तो इसके पीछे का कारण कुछ ऐसा है,

बुल्स यानि बैल जो की एक जानवर है, और बैल का बेसिक NATURE होता है, कि बैल हमेशा अपने शिकार को निचे से ऊपर की तरफ उठाता है,

इसी तरह स्टॉक मार्केट में जब कोई शेयर्स निचे से अचानक ऊपर जाता है, तो उसे BULLS की हरकत समझीं जाती है, और मार्केट को BULLISH कहा जाता है,

BEARS यानि भालू जो की एक जानवर है, और भालू का बेसिक NATURE होता है, कि भालू हमेशा अपने शिकार को ऊपर से नीचे की तरफ गिराता है,

इसी तरह स्टॉक मार्केट में जब कोई शेयर्स नीचे की तरफ गिरने लगता है, तो उसे BEARS की हरकत समझीं जाती है, और मार्केट को BEARISH कहा जाता है,

BULLS और BEARS का इस्तेमाल और महत्व ,

जैसे हमने पहले इस तथ्य का जिक्र किया , BULLS और BEARS STOCK MARKET में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाले शब्द है,

बुल्स और बेअरस का concept बहुत लोकप्रिय और महत्वपूर्ण है क्योकि BULLS और BEARS के इस्तेमाल से MARKET की दशा और दिशा दोनों का पता चलता है,

अगर मार्केट ऊपर की तरफ जा रहा है, तो कहा जाता है मार्केट बुलिश है,

और मार्केट नीचे जाने पर कहा जाता है तो इसका मतलब मार्केट Bearish है,

और किसी स्टॉक के फंडामेंटल एनालिसिस और TECHNICAL एनालिसिस दोनों में बुल्स और बेअर्स शब्दों का बहुत अधिक इस्तेमाल किया जाता है,

BULLS और BEARS की पहचान

कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न , में सभी कैंडल्स को दो भागो में बाँटा जा सकता है

  1. BULLISH – जिसे हम GREEN या BLUE द्वारा पहचानते है,
  2. BEARISH – जिसे हम RED CANDLE द्वारा पहचानते है,

आज मार्केट BULLISH है या BEARISH कैसे पता करे-

इसे पता करने के लिए हमें ध्यान देना होगा –

  • मार्केट को BULLISH माना जायेगा अगर वो अपने पिछले दिन के क्लोज PRICE से आज ऊपर बंद होता है,
  • मार्केट को BEARISH माना जायेगा अगर वो अपने पिछले दिन के क्लोज PRICE से आज नीचे बंद होता है,

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विदेशी शेयर बाज़ारों में हो रही गिरावट क्या मंदी शुरू होने के संकेत हैं?

मंदी

पिछले शुक्रवार को ख़त्म हुआ हफ़्ता मार्च 2020 यानी कोरोना महामारी शुरू होने के समय से सबसे ख़राब साबित हुआ है.

हालांकि शेयर बाज़ार कभी-कभी कुछ वक़्त के लिए गिरता है, जिसे तकनीकी शब्दावली में 'सुधार होना' कहा जाता है. लेकिन कई जानकार बता रहे हैं कि शेयर बाजार में भालू और बैल शेयर बाज़ार में अब 'मंदी' का माहौल शुरू होने वाला है.

शेयर बाज़ार में 'मंदी' आ गई है, ऐसा तब माना जाता है जब शेयरों के दाम हाल के अधिकतम स्तर से 20 फ़ीसदी से भी अधिक गिर जाए.

दूसरे शब्दों में, जब किसी अवधि के दौरान निवेशकों ने जितने की ख़रीद की हो, यदि उससे ज़्यादा की बिक्री की हो और उस चलते बाज़ार की दिशा तय करने वाली कंपनियों का पूंजीकरण घट जाए, तब कहा जाता है कि बाज़ार में 'मंदी' हावी हो गई है.

इमेज स्रोत, Getty Images

मंदी का दौर कब तक चलेगा?

एसएंडपी 500 सूचकांक 1929 से अब तक कुल 26 बार मंदी की चपेट में आ चुका है. हालांकि 1929 की आर्थिक मंदी के चलते पैदा हुई अस्थिरता के चलते 1950 तक ही 14 बार ऐसी गिरावट हो चुकी थी. लेकिन उसके बाद के 72 सालों में ऐसी गिरावट 12 बार हो चुकी है.

वैसे पिछले कुछ सालों के दौरान, बाज़ार में मंदी का आना पहले से काफ़ी कम हो गया है. ऐसा तभी होता है जब आर्थिक संकट या मंदी आने वाली होती या उसकी शुरुआत हो चुकी होती है.

1970 के दशक के शुरुआत में आए तेल संकट के दौरान एसएंडपी 500 सूचकांक में बहुत बड़ी गिरावट दर्ज हुई थी. नवंबर 1973 से 1974 के दौरान केवल तीन महीनों के भीतर सूचकांक 48.2 फ़ीसदी गिर गया था. उसके बाद, 2008 में आई आर्थिक मंदी से ठीक पहले अक्तूबर 2007 से नवंबर 2008 के बीच इस सूचकांक में क़रीब 52 फ़ीसदी की भारी गिरावट दर्ज की गई थी.

दो साल पहले, फरवरी और मार्च 2020 के बीच के केवल एक महीने में ही यह सूचकांक 33 फ़ीसदी गिर गया था. कोरोना महामारी की आशंका के चलते आर्थिक मंदी आने की आशंका के चलते ऐसा हुआ था.

अभी तक जितनी बार बाज़ार मंदी की चपेट में गया है, उसकी स्टडी बताती है कि एसएंडपी 500 के गिरने का दौर औसतन 289 दिनों तक चला है.

वहीं गिरावट के आंकड़ों का औसत निकालने पर पाया गया कि मंदी आने पर इस सूचकांक में उस समय के उच्चतम स्तर से औसतन 36 फ़ीसदी की गिरावट हुई थी.

वैश्विक आर्थिक महामंदी की आहट और दुनियाभर के गिरते बाजार, आखिर क्या है बीयर मार्केट?

दुनियाभर की अर्थव्यवस्थाएं इस समय नाजुक हालत में हैं. भारतीय शेयर बाजार इस साल 11 फीसदी से ज्यादा गिर चुका है. अमेरिका का S&P 500 इंडेक्स बीयर मार्केट में है. भारतीय स्टार्टअप्स छंटनी कर रहे हैं. क्या ये वैश्विक आर्थिक महामंदी के संकेत हैं?

Bear Market

पंकज कुमार

  • नई दिल्ली,
  • 16 जून 2022,
  • (अपडेटेड 16 जून 2022, 12:14 PM IST)
  • S&P 500 बीयर मार्केट में है
  • Sensex इस साल 11 फीसदी से ज्यादा गिरा

वैश्विक आर्थिक महामंदी की आहट है और दुनियाभर के बाजार गिर रहे हैं. भारतीय शेयर बाजार में Sensex इस साल 11 फीसदी से ज्यादा गिर चुका है. अमेरिका का Dow Jones Industrial Average इस साल 15 फीसदी से ज्यादा गिर चुका है. S&P 500 इस साल की शुरुआत से शेयर बाजार में भालू और बैल अब तक 20 फीसदी गिर चुका है. S&P 500 आधिकारिक तौर पर बीयर मार्केट में है.

सिर्फ शेयर बाजार का ही नहीं क्रिप्टो मार्केट का भी बुरा हाल है. Bitcoin, Ethereum और Dogecoin समेत सभी क्रिप्टोकरेंसी में ऐतिहासिक गिरावट है. बिटकॉइन की कीमत में इस साल 51 फीसदी की गिरावट आई है, वहीं इथेरियम में 66 फीसदी और डॉज में 64 फीसदी की गिरावट है.

भारत के यूनिकॉर्न छंटनी कर रहे हैं, इस साल 23 स्टार्टअप्स ने 9500 से ज्यादा कर्मचारियों की छंटनी की है. इसमें Ola, Blinkit, Unacademy, Vedantu, Trell, Furlenco और Rupeek जैसी बड़ी कंपनियां शामिल हैं.

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चीनी अर्थव्यवस्था के इस साल 2.5 फीसदी की दर से विकास करने का अनुमान है, जो न केवल भारत से कम है बल्कि अमेरिका की भी अनुमानित विकास दर से कम है. चीन ने इस साल के लिए GDP ग्रोथ की दर 5.5 फीसदी रखी है जो पिछले तीन दशक में सबसे कम है. अमेरिका की मुद्रास्फिति 40 साल के सबसे उच्चतम स्तर 8.6 पर है. अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए बुधवार को ब्याज दरें 0.75 फीसदी बढ़ाईं, जो साल 1994 के बाद सबसे बड़ी बढ़ोत्तरी है.

कहने का मतलब यह है कि आर्थिक मोर्चे पर दुनिया की हालत खराब है. दुनिया की सबसे बड़ी दो अर्थव्यवस्थाओं की स्थिति भयावह है. अमेरिका का S&P 500 बीयर मार्केट में है. आज हम समझेंगे कि बीयर मार्केट क्या होता है, क्या बीयर मार्केट की वजह से मंदी आती है और बीयर मार्केट खत्म कब होता है.

बीयर मार्केट क्या है

बीयर मार्केट एक ऐसी स्थिति है जब शेयर बाजार में एक लंबे समय से गिरावट देखी जा रही हो. सामान्यत: जब शेयर बाजार अपने हाल के उच्चतम स्तर से 20 फीसदी या उससे ज्यादा गिरता है तो ऐसी स्थिति को बीयर मार्केट कहते हैं.

बीयर मार्केट टर्म को वॉल स्ट्रीट तब प्रयोग करता है जब S&P 500, Dow Jones इंडस्ट्रीयल एवरेज या फिर कोई इंडिविजुअल स्टॉक अपने हालिया उच्चतम स्तर से 20 फीसदी या उससे ज्यादा गिरता है.

अमेरिका का S&P 500 इंडेक्स इस साल की शुरुआत से अब तक 20 फीसदी से ज्यादा गिर चुका है. सोमवार को यह 3749.91 पर बंद हुआ. S&P 500 सूचकांक का उच्चतम स्तर 4818.62 था.

S&P 500 क्या है

The Standard and Poor's 500, उन 500 बड़ी कंपनियों की परफॉर्मेंस ट्रैक करता है जो अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड हैं. इस साल Amazon 36 फीसदी, Google की पैरेंट कंपनी Alphabet 24 फीसदी और टेस्ला के शेयर 36 फीसदी से ज्यादा गिर चुके हैं. इन कंपनियों के शेयर और ज्यादा गिरे थे लेकिन फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरें बढ़ाने के बाद बाजार संभला और कंपनियों के शेयरों में तेजी देखी गई.

CNBC के मुताबिक द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से अब तक कुल 14 बार बीयर मार्केट की स्थिति आ चुकी है और S&P औसतन 30 फीसदी तक गिरा है.

बीयर मार्केट की स्थिति क्यों आती है

सामाजिक-राजनीतिक स्थिति - पहली वजह देश की घरेलू आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक स्थिति है. राजनीतिक वजहों से भी देश की बड़ी कंपनियों पर असर पड़ता है, उनकी कार्यप्रणाली और परफॉर्मेंस पर असर पड़ता है. जिस वजह से भी बीयर मार्केट की स्थिति आ सकती है.

वैश्विक कारण - वैश्विकरण के दौर में दुनिया के ज्यादातर देश एक दूसरे पर निर्भर हैं. जब भी बड़े देशों की अर्थव्यवस्था में उतार चढ़ाव आता है तब उससे दुनिया के बाकी देश भी प्रभावित होते हैं. जैसे इस समय रूस और यूक्रेन युद्ध की वजह से ग्लोबल सप्लाई चेन प्रभावित हुई है. इस युद्ध से सिर्फ यूक्रेन ही नहीं बल्कि दुनिया के बाकी देश भी प्रभावित हुए हैं. चीन की अर्थव्यवस्था में आई सुस्ती भी दुनिया को प्रभावित कर रही है.

बीयर मार्केट की स्थिति कब-कब आ चुकी है

1929 के ग्रेट डिप्रेशन के दौरान दुनिया ने पहली बार बीयर मार्केट की स्थिति देखी. तब तीन साल के अंदर Dow Jones Industrial एवरेज में करीब 89 फीसदी की गिरावट आई. यह अब तक की सबसे बड़ी गिरावट है.

1960 के अंतिम समय में अमेरिकी शेयर बाजार में करीब 36.1 फीसदी की गिरावट आई, 1970 की शुरुआत में इसमें 48.2 फीसदी की गिरावट आई.

डॉटकॉम बूम के क्रैश होने के बाद साल 2000 से 2002 के बीच S&P 500 सूचकांक 36.8 फीसदी नीचे चला गया.
2007 – 2009 के दौरान जब दुनिया वैश्विक आर्थिक महामंदी का सामना कर रही थी तब भी बीयर मार्केट की स्थिति आई. यह अब तक की दूसरी सबसे बुरी बीयर मार्केट की स्थिति थी.

2020 - हालिया बीयर मार्केट की स्थिति कोरोना की पहली लहर के दौरान आई थी. जब दुनिया कोराना महामारी से जूझ रही थी तब दुनियाभर के बाजार गिरे. 19 फरवरी 2020 को S&P 500 सूचकांक एक महीने के अंदर करीब 34 फीसदी गिरा था. कम समय में हुई ये सबसे बड़ी गिरावट थी.

क्या बीयर मार्केट की वजह से वैश्विक महामंदी आती है ?

ऐसा जरूरी नहीं है. साल 1929 के बाद से अब तक करीब 25 बार बीयर मार्केट की स्थिति आई है लेकिन सिर्फ 14 बार इसकी वजह से मंदी आई है.

बीयर मार्केट के दौरान निवेशकों को क्या करना चाहिये?

जब भी शेयर बाजार गिरता है, निवेशकों में घबराहट होती है, खासतौर पर नये निवेशकों में. नये निवेशक मार्केट के गिरते ही अपने शेयर बेच देते हैं जिससे उनको नुकसान भी होता है. अगर आपको लंबे समय में पैसे की जरूरत नहीं है तो आपको बीयर मार्केट के दौरान पैसा नहीं निकालना चाहिये. हर बार ऐसा देखा गया है कि बीयर मार्केट के बाद जब हालात सुधरते हैं तो रिटर्न अच्छे मिलते हैं. 2020 के बीयर मार्केट के बाद भी V-shaped रिकवरी हुई थी.

बीयर मार्केट की स्थिति कब तक रह सकती है?

द्वितीय विश्व युद्ध के बाद ऐसा देखा गया है कि बीयर मार्केट से निकलने में औसतन 13 महीने लगते हैं. हालांकि पुरानी स्थिति में लौटने में करीब 27 महीने लग जाते हैं.

बीयर मार्केट कैसे खत्म होता है?

शेयर बाजार जब अपने न्यूनतम स्तर से 20 फीसदी ऊपर आ जाता है और छह महीने से लगातार ठीक परफॉर्म कर रहा हो तो ऐसा कहा जा सकता है कि अब बीयर मार्केट खत्म हो चुका है.

बाजार गिरने को बीयर मार्केट ही क्यों कहते हैं

शेयर बाजार मे दो शब्द हैं, बीयर और बुल. बुल यानी बैल अपने सींगों को हवा में ऊपर उठाता है, जबकि भालू अपने पंजे को नीचे की ओर घुमाता है. बुल और बीयर की यही दो प्रवृत्ति बाजार को परिभाषित करती है. बाजार अगर तेजी से ऊपर चढ़ रहा है तो बुल मार्केट और गिर रहा है बीयर मार्केट.

Chaibasa News : बैल ढूंढने गये व्यक्ति के सामने अचानक आ गया भालू, फिर हुआ यह

जासं, चाईबासा : मुफ्फसिल थाना अंतर्गत पंडावीर पंचायत के अंजदबेड़ा में 40 वर्षीय दुग्गा तामसोय को भालू ने हमला कर बुरी तरह जख्मी कर दिया। घटना बुधवार की सुबह 11 बजे की है। भालू ने उसे पूरे शरीर में बुरी तरह नोंच दिया है। उसका इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है। दुगा अपने बैल खोजने निकला था।

सुनसान जगह पर अचानक आ गया भालू उसके बाद किया हमला, ग्रामीणों को देख भालू भागा

Success Story : 26 साल की उम्र में ही खड़ी कर दी दो कंपनी, बने देश के सबसे युवा उद्यमी

सुनसान जगह पर अचानक भालू व उसका बच्चा सामने आ गया। यह देख दुग्गा घबरा गया। वो भागता तब तक भालू ने उस पर हमला कर दिया। हमले में वो बुरी तरह जख्मी होकर शोर मचाने लगा। ग्रामीण मौके पर पहुंचे तब तक भालू भाग गया था। जख्मी व्यक्ति को सदर अस्पताल लाया। लगभग 2 घंटे से ज्यादा के प्रयास के बाद अनेकों स्थानों पर टांका लगाए जाने के बाद जख्मी व्यक्ति के शरीर से खून निकलना बंद हुआ। सूचना मिलने पर सेतबा वन प्रक्षेत्र के अधिकारी सदर अस्पताल पहुंचकर जख्मी व्यक्ति का हालचाल लिया और वन विभाग द्वारा मिलने वाले लाभ के लिए कागजी कार्रवाई प्रारंभ कर दी।

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चाईबासा पुलिस ने एक आरोपी को भेजा जेल

जासं, चाईबासा : चाईबासा थाना पुलिस ने बुधवार को दुराचार के एक पुराने मामले में आरोपित बंडामुंडा निवासी प्रवीर राय (23 वर्ष) को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। सदर थाना प्रभारी निरंजन तिवारी ने बताया कि चाईबासा की रहने वाली एक युवती ने कुछ दिन पूर्व उसके साथ बंडामुंडा निवासी प्रवीर राय शादी का प्रलोभन देकर शारीरिक संबंध बनाया था। जब युवती ने शादी करने का दबाव दिया तो उन्होंने शादी से इंकार कर दिया। इसके बाद युवती ने सदर थाना में युवक के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। इसी मामले में सदर थाना पुलिस ने बंडामुंडा उसके घर जाकर आरोपित प्रवीर राय को गिरफ्तार कर लिया है।

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