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Platform ऐप

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Indian Railways News: सामने दिख गया टीटी तो क्या मोबाइल ऐप पर खरीद सकते हैं रेलवे का टिकट?

Indian Railways: रेल मदद ऐप क्या है? इससे क्या सुविधाएं मिलती हैं? जानें कैसे उठाएं फायदा

Indian Railway News: रेल मदद ऐप की मदद से आप अनरिजर्व्ड टिकट से लेकर प्लेटफॉर्म टिकट तक बड़ी आसानी से बुक कर सकते हैं. इन टिकटों के लिए आपको रेलवे स्टेशन पर लाइन लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. इसके अलावा रेलवे की किसी भी सुविधा की शिकायत आप घर बैठे कर सकते हैं.

Rail Madad App

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 25 सितंबर 2022,
  • (अपडेटेड 25 सितंबर 2022, 6:30 AM IST)

Rail Madad App: भारतीय रेलवे का रेल मदद ऐप बहुत काम का है. अगर आपको रेलवे से किसी भी तरह की समस्या है और आप उसकी शिकायत दर्ज कराना चाहते हैं, लेकिन वक्त की कमी की वजह से नहीं कर पा रहे हैं. ऐसे में रेल मदद ऐप आपके लिए बेहद मददगार साबित हो सकता है. इस ऐप के जरिेए आप ट्रेन या रेलवे स्टेशन से संबंधित शिकायत तुरंत दर्ज करा सकते हैं.

मेडिकल से लेकर स्टाफ के बर्ताव तक की करें शिकायत

इस ऐप पर आप मेडिकल असिस्टेंस को लेकर, सुरक्षा को लेकर, दिव्यांगजनों की सुविधाओं को लेकर, कोच में सफाई को लेकर, स्टाफ के बर्ताव समेत कई मुद्दों पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. शिकायत करने के बाद आप इसे ऐप पर भी ट्रैक कर सकते हैं. इसे आप गूगल प्ले स्टोर के माध्यम से डाउनलोड कर सकते हैं.

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अनरिजर्व्ड और प्लेटफॉर्म टिकट के Platform ऐप लिए लाइन लगाने की जरूरत नहीं

ऐप की मदद से आप अनरिजर्व्ड से लेकर प्लेटफॉर्म टिकट तक बड़ी आसानी से बुक कर सकते हैं. इन टिकटों के लिए आपको रेलवे स्टेशनों पर लाइन लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. इसके जरिए हार्ड कॉपी और पेपरलेस टिकट, दोनों पाने का विकल्प मिलता है. बिना इंटरनेट कनेक्शन ऑफलाइन मोड में टीटीई को इससे बुक हुए टिकट को दिखाया जा सकता है.

अंतिम वक्त में यात्रा करने वालों के लिए मददगार

अगर आप अचानक ट्रेन से कहीं यात्रा करने वाले हैं तो ये ऐप आपके लिए काफी मददगार साबित होगा. हालांकि, इस ऐप से आप एडवांस में टिकट नहीं बुक कर सकते हैं. आपको यात्रा वाले ही दिन इससे टिकट बुक करना होगा. प्लेटफॉर्म टिकट या अनारक्षित टिकट बुक करते वक्त ध्यान रखें कि आपका मोबाइल रेलवे स्टेशन के 2-5 किमी के दायरे में और रेलवे ट्रैक से 15-25 मीटर दूर हो. लोकेशन ट्रेस करने के लिए जीपीएस ऑन कर लें वप्मा आप टिकट बुक नहीं कर पाएंगे.

ऐसे करें पेमेंट

यह ऐप पूरी तरह कैशलेस ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देता है. इंटरनेट बैंकिंग, यूपीआई, डेबिट-क्रेडिट कार्ड, वॉलेट आदि सभी तक के पेमेंट मोड को सपोर्ट करता है. और तो और, रेल वॉलेट की सुविधा का इस्तेमाल करने वाले यात्रियों को कुछ छूट भी मिलती है.

कू ऐप के डाउनलोड पांच करोड़ पार, भारत का सबसे बड़ा हिंदी माइक्रो-ब्लॉगिंग मंच तैयार

कू ऐप के डाउनलोड पांच करोड़ पार, भारत का सबसे बड़ा हिंदी माइक्रो-ब्लॉगिंग मंच तैयार

02, नवंबर 2022: भारत के बहुभाषी माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म कू ऐप (Koo App) ने इस वर्ष जनवरी से लेकर अब तक यूजर्स, जुड़ाव और मंच पर दिए जाने वाले वक्त में जबर्दस्त बढ़ोतरी के चलते पांच करोड़ डाउनलोड्स का आंकड़ा पार कर लिया है। पिछले कुछ माह में ऐप के इंस्टालेशन और इस पर बिताए जाने वाले औसत समय के चलते इसे अपनाने वालों की तादाद काफी बढ़ी है और यह प्लेटफॉर्म भारत के देसी जुबान बोलने वालों के बीच सभी को डिजिटल रूप से एकजुट करने का सिलसिला बनाए हुए है।

इस उपलब्धि पर खुशी जताते हुए कू ऐप के सीईओ और सह-संस्थापक अप्रमेय राधाकृष्ण ने कहा, “5 करोड़ डाउनलोड का मील का पत्थर पार करने पर हम काफी उत्साहित महसूस कर रहे हैं। यह ‘सबसे पहले भारत’ को ध्यान में रखते हुए बनाए गए एक बहुभाषी सोशल मीडिया नेटवर्क पर दैनिक विचारों को साझा करने में अलग-अलग जुबान बोलने वाले भारतीयों को शामिल करने की मांग की पुष्टि करता है। हमारे मंच की तेजी से होती बढ़ोतरी और इसे अपनाया जाना इस बात का प्रमाण है कि हम एक अरब भारतीयों की समस्या का समाधान कर रहे हैं।”

वर्तमान में, कू ऐप हिंदी, मराठी, गुजराती, पंजाबी, कन्नड़, तमिल, तेलुगू, असमिया, बंगाली और अंग्रेजी समेत 10 भाषाओं में उपलब्ध है। कू ऐप पर 7500 से अधिक मशहूर हस्तियां, लाखों छात्र, शिक्षक, उद्यमी, कवि, लेखक, कलाकार, अभिनेता आदि मौजूद हैं जो सक्रिय रूप से त्योहारों, संस्कृति और समृद्ध विरासत का जश्न मनाने के लिए मंच पर मूल भाषा में पोस्ट करते हैं।

अप्रमेय ने आगे कहा, “अभी आगे बढ़ने की काफी संभावनाएं हैं। देश में तकरीबन 80 करोड़ इंटरनेट यूजर्स हैं, जिनमें से ज्यादातर अपनी मूल जुबान में खुद को अभिव्यक्त करना चाहते हैं। इन यूजर्स के विचारों का आदान-प्रदान आपसी समूहों और जान-पहचान के लोगों तक ही सीमित है और ये ओपन इंटरनेट में आजाद अभिव्यक्ति और खोजे जाने में सक्षम नहीं हैं।

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हमें देसी भाषा बोलने वाले 90 प्रतिशत भारतीयों को एकजुट करने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को सक्षम करने के हमारे मिशन पर गर्व है। हम जैसे-जैसे आगे बढ़ेंगे, भारत और दुनियाभर में मूल जुबान बोलने वाले यूजर्स के लिए डिजिटल आजादी को तेज करने के लिए ‘सबसे पहले यूजर’ के लक्ष्य के साथ मंच का निर्माण और अपनी तकनीक में निवेश का सिलसिला जारी रखेंगे।”

‘सबसे पहले भाषा’ दृष्टिकोण को लेकर बनाए गए सभी को एकजुट करने वाला मंच होने के नाते, कू ऐप का मिशन समान विचारधारा वाले यूजर्स को उनकी पसंद की जुबान में जोड़ना है। एमएलके (मल्टी-लैंगुएज कूइंग), लैंग्वेज कीबोर्ड, 10 भाषाओं में टॉपिक्स, भाषा अनुवाद, एडिट फंक्शन और मुफ्त सेल्फ-वेरिफिकेशन जैसे फीचर्स, इस मंच को अद्वितीय बनाते हैं और अपने यूजर्स को सार्थक चर्चा में जुड़ने की आजादी प्रदान करते हैं। आने वाले वक्त में, प्लेटफ़ॉर्म का मकसद यूजर्स के अनुभव को बेहतर करने की अपनी लगातार कोशिश के सिलसिले में और नए फीचर्स की घोषणा करना है।

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कू ऐप के बारे में

कू ऐप (Koo App) की लॉन्चिंग मार्च 2020 में भारतीय भाषाओं के एक बहुभाषी, माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म के रूप में की गई थी, ताकि भारतीयों को अपनी मातृभाषा में अभिव्यक्ति में सक्षम किया जा सके। कू ऐप ने भाषा-आधारित माइक्रो-ब्लॉगिंग में नया बदलाव किया है। कू ऐप फिलहाल हिंदी, मराठी, गुजराती, पंजाबी, कन्नड़, तमिल, तेलुगू, असमिया, बंगाली और अंग्रेजी समेत 10 भाषाओं में उपलब्ध है।

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कू ऐप भारतीयों को अपनी पसंद की भाषा में विचारों को साझा करने और स्वतंत्र रूप से अभिव्यक्ति के लिए सशक्त बनाकर उनकी आवाज को लोकतांत्रिक बनाता है। मंच की एक अद्भुत विशेषता अनुवाद की है जो मूल टेक्स्ट से जुड़े संदर्भ और भाव को बनाए रखते हुए यूजर्स को रीयल टाइम में कई भाषाओं में अनुवाद कर अपना संदेश भेजने में सक्षम बनाती है, जो यूजर्स की पहुंच को बढ़ाता है।

प्लेटफ़ॉर्म पर सक्रियता तेज़ करता है। प्लेटफॉर्म पांच करोड़ डाउनलोड का मील का पत्थर छू चुका है और राजनीति, खेल, मीडिया, मनोरंजन, आध्यात्मिकता, कला और संस्कृति की 7,500 से ज्यादा प्रतिष्ठित शख्सियतें अपनी मूल भाषा में दर्शकों से जुड़ने के लिए सक्रिय रूप से मंच का लाभ उठाती हैं।

Tinderella: आया 'Thursday' डेटिंग ऐप, जो सप्ताह में सिर्फ एक दिन करेगा काम

कंपनी ने साफ कहा है कि सिंगल होना कोई गुनाह नहीं है. ऐसे में लोगों को डेटिंग ऐप पर समय बिताने की वजह असली दुनिया को देखने में ज्यादा समय बिताना चाहिए.

नया डेटिंग ऐप लॉन्च

नया डेटिंग ऐप लॉन्च

लंदन: अब फालतू के डेटिंग ऐप्स को भूल जाइए, क्योंकि लगातार इन ऐप्स पर समय बिताने के बावजूद आपको अपना मनचाहा साथी नहीं मिलता. ऐसे में ब्रिटेन में एक कंपनी ने खास डेटिंग ऐप तैयार किया है, जो सप्ताह में सिर्फ एक ही दिन काम करेगा. कंपनी का कहना है कि जिंदगी और भी है दोस्त, डेटिंग ऐप से बाहर भी.

कंपनी का खास मकसद

कंपनी का खास मकसद

इस आईटी कंपनी ने टिंडेरेला बोले जा रहे इस ऐप को बनाया है, जिसका नाम 'Thursday' है. इसका नाम थर्सडे होने के पीछे कंपनी ने एक दिलचस्प वजह बताई है. कंपनी का कहना है कि ये डेटिंग ऐप सिर्फ थर्सडे को ही काम करेगा, क्योंकि बाकी के 6 दिन आपको जिंदगी जीना भी जरूरी है.

1.10 लाख से ज्यादा डाउनलोड

1.10 लाख से ज्यादा डाउनलोड

कंपनी ने अभी इस ऐप को लंदन और न्यूयॉर्क में ही लांच किया है. इतने कम समय में ही थर्सडे नाम का ये ऐप खूब पॉपुलर हो गया है. इसे अबतक Platform ऐप लाख से ज्यादा लोग डाउनलोड कर चुके हैं. कंपनी का कहना है कि हर रोज डेटिंग पार्टनर खोजना और फिर निराशा में डूब जाना, क्योंकि आपको कोई मिला नहीं. इस समस्या से ये ऐप निजात दिलाएगी.

सिर्फ एक दिन डेटिंग

सिर्फ एक दिन डेटिंग

कंपनी ने साफ कहा है कि सिंगल होना कोई गुनाह नहीं है. ऐसे में लोगों को डेटिंग ऐप पर समय बिताने की वजह असली दुनिया को देखने में ज्यादा Platform ऐप समय बिताना चाहिए. कंपनी ने इसीलिए इसके एक्सेस के लिए सिर्फ एक दिन का समय दिया है. और आपको अगर साथी मिल Platform ऐप जाता है, जो उससे आप असली दुनिया में मिलें. हालांकि कंपनी ने प्राइवेसी पॉलिसी पर अच्छा खासा जोर दिया है.

कुछ समय में इन शहरों में मिलेगी सेवा

कुछ समय में इन शहरों में मिलेगी सेवा

लंदन बेस्ड इस कंपनी का कहना है कि थर्सडे ऐप अभी भले ही लंदन और न्यूयॉर्क में ही काम कर रहा है, जल्द ही इसका डब्लिन, कार्डिफ और ग्लास्गो जैसे शहरों में विस्तार किया जाएगा. कंपनी ने जानकारी दी है कि अभी तक इस ऐप के 1 लाख 10 हजार से ज्यादा डाउनलोग हो चुके हैं. और कई लोगों को तो बहुत कम ही समय में उनके मनचाहे पार्टनर भी मिल गए हैं.

Indian Railways: अब प्लेटफॉर्म और अनारक्षित टिकट को मोबाइल से भी कर सकते हैं बुक, जानें क्या है तरीका

मोबाइल पर उठाएं प्लेटफॉर्म टिकट, अनारक्षित टिकट सुविधा का लाभ (प्रतीकात्मक तस्वीर)

रेलवे में सफर करने वाले लोगों के लिए राहत भरी खबर आई है, जिसे जानना आपके लिए बेहद जरूरी है। यदि आपके पास सही और पूरी जानकारी होती है, तो आप कोई भी काम बेहद आसानी से कर सकते हैं। अक्सर लोग जानकारी के अभाव केे चलते आज भी प्लेटफॉर्म टिकट या फिर अनारक्षित टिकट लेने के लिए रेलवे स्टेशनों पर लंबी-लंबी कतारों में खड़े रहते हैं। ऐसे में आज हम आपको इन लंबी-लंबी कतारों से छुटकारा पाने का तरीका बताने जा रहे हैं। Platform ऐप इससे आप कोरोना काल में भीड़ से भी अपना बचाव कर सकेंगे। आप सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसा कैसे हो सकता है? तो इसका जवाब है, आप अपने मोबाइल पर बड़ी आसानी से प्लेटफॉर्म टिकट या फिर अनारक्षित टिकट बुक कर सकते हैं। दरअसल, इंडियन रेलवे ने कोरोना काल के मद्देनजर लोगों का समय बचाने और अपने स्टाफ का काम आसान करने के लिए एक खास ऐप लॉन्च किया है। ये ऐप जरनल टिकट बुक करने का एक बेहतरीन विकल्प साबित हो रहा है।

Indian Railways News: सामने दिख गया टीटी तो क्या मोबाइल ऐप पर खरीद सकते हैं रेलवे का टिकट?

Indian Railway News: रेलवे स्टेशन पर जनरल टिकट की खिड़की (Booking Counter) का नजारा तो आपने देखा ही होगा। वहां लंबी लंबी लाइनें होती है, टिकट खरीदने के लिए। किसी बड़े स्टेशन (Railway station) पर तो जनरल टिकट (General Ticket) लेने के लिए कभी घंटों लाइन में खड़ा होना पड़ता है।

after seeing a tte in a train you can not book a ticket with the uts app

Indian Railways News: सामने दिख गया टीटी तो क्या मोबाइल ऐप पर खरीद सकते हैं रेलवे का टिकट?

रेलवे स्टेशन की टिकट खिड़की पर रहती है भीड़

आज से शादी ब्याह का लगन (Marriage Season) शुरू हो गया है। इससे रेलवे स्टेशनों (Railway Station) पर भीड़ बढ़ गई है। इस समय गांव से काफी लोग आस पास के शहर में जा कर खरीदारी करते हैं। इस समय आप किसी भी बड़े रेलवे स्टेशन पर चले जाएं, वहां आपको जनरल टिकट काउंटर पर भारी भीड़ मिलेगी। कभी कभी तो काउंटर पर लाइन में ही खड़े खड़े घंटों बीत जाते हैं।

यात्रियों की आसानी के लिए आया यूटीएस ऐप

डिजिटल इंडिया में रेलवे ने एक बड़ा और महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए नवंबर 2018 में यूटीएस ऐप जारी किया। यूटीएस (Unreserved Ticketing System) मोबाइल ऐप पर नजदीकी रेलवे स्टेशन से कहीं के लिए टिकट कटाया जा सकता है। मतलब कि आपके स्मार्टफोन पर यूटीएस ऐप है तो फिर जनरल टिकट (General Ticket) लेने के लिए आपको लंबी कतार में खड़े नहीं रहना होगा।

क्या क्या सुविधाएं हैं यूटीएस पर

यूटीएस मोबाइल ऐप पर आप जनरल टिकट बुक (General Ticket booking via mobile) करा सकते हैं। इससे सेकेंड क्लास या अनारक्षित श्रेणी में यात्रा कर सकेंगे। इसके साथ ही आप इस पर प्लेटफार्म टिकट भी कटा सकते हैं। साथ ही इस पर आप मंथली सीजनल टिकट या एमएसटी भी बना सकते हैं। आमतौर पर ये सेवाएं पहले रेलवे स्टेशन की जनरल टिकट खिड़की पर ही मिलती थी।

कैसे काम करता है यूटीएस ऐप?

यूटीएस ऐप का दुरूपयोग नहीं हो, इसके लिए रेलवे ने कुछ विशेष उपाय किया है। सबसे पहले रेलवे ने देश भर के रेलवे स्टेशनों और रेलवे लाइनों का जियो फेंसिंग किया है। तभी तो आप रेलवे स्टेशन या ट्रेन पर इस ऐप के जरिए टिकट नहीं कटा सकते हैं। यही नहीं, आप यदि किसी रेलवे स्टेशन Platform ऐप के चार-पांच किलोमीटर के दायरे में हैं, तभी इस पर टिकट कटेगा। यदि इस दायरे से बाहर हैं तो टिकट नहीं कटेगा।

सामने से टीटी आते दिखे तो कटेगा​ टिकट?

फर्ज कीजिए कि आप रेलवे के प्लेटफार्म पर हैं। या किसी ट्रेन में सवार हैं। सामने से आपको टीटी TTE आते दिखता है। ऐसे में आप सोचते हैं कि फटाक से यूटीएस ऐप पर टिकट कटा लेते हैं। ऐसी स्थिति में आप लाख कोशिश करें, टिकट नहीं कटेगा। इसकी वजह यह है कि आप रेलवे स्टेशन या ट्रेन पर हैं और वह इलाका पहले से जियो फेंसिंग के दायरे में है। ऐसे में आप बेटिकट यात्री के रूप में पकड़े जाएंगे। फिर नियमानुसार जुर्माना होगा।

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