बिटकॉइन भारत में वैध है या नहीं?

इक्वाडोर: 2014 में इक्वाडोर की नेशनल असेंबली ने बिटकॉइन और दूसरी क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगा दिया, लेकिन अपने "इलेक्ट्रॉनिक मनी" के लिए दिशानिर्देश जारी किए.
Bitcoin kya hai बिटकॉइन भारत में वैध है या नहीं? बिटकॉइन क्या है ? इसे कैसे खरीदे ?
Bitcoin kya hai (What is Bitcoin in hindi) : बिटकॉइन इस समय निवेश की दुनिया का बादशाह बना हुआ है। इस समय ये दुनिया की सबसे महँगी करेंसी है। आइये जानते हैं कि Bitcoin kya hai (What is Bitcoin in hindi). Bitcoin kaise kaam karta hai. निवेश की दुनिया में इसकी कीमत लगातार क्यों बढ़ रही ? आइये जानते है कि Bitcoin kya hota hai इस बिटकॉइन भारत में वैध है या नहीं? बारे में और अधिक विस्तार से जानते हैं।
Bitcoin ही एक ऐसी करेंसी हो ज्यादातर लोगों को Cryptocurrency की दुनिया में खींच रही है। Bitcoin कई देशों में पूर्ण रूप से मान्य बिटकॉइन भारत में वैध है या नहीं? है लेकिन कुछ देशों में ये अभी गैर कानूनी है। जापान ने इसे ‘वैध’ दर्जा दिया हुआ है।
बिटकॉइन क्या होता है ? What is Bitcoin in hindi
Bitcoin kya hai : Bitcoin एक डिजिटल करेंसी है। ये भी अन्य currencies जैसे Rupees, Dollar, Euro आदि की तरह है। लेकिन फिर भी ये उन currencies के मुक़ाबले अलग है। क्यूंकि Rupees, Dollar, Euro आदि को हम online और Offline दोनों तरीकों से इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन Bitcoin के साथ ऐसा नहीं है। इसे आप सिर्फ Online ही इस्तेमाल कर सकते है। क्यूंकि बिटकॉइन भारत में वैध है या नहीं? Bitcoin को ना तो हम देख सकते हैं, ना ही हम उसे अन्य currencies जैसे की तरह छू सकते हैं। इसलिए ये सिर्फ डिजिटल करेंसी की श्रेणी में आता है। बिटकॉइन भारत में वैध है या नहीं? जो Cryptocurrency कहलाती है।
बिटकॉइन का आविष्कार 2008 में सतोषी नाकामोटो द्वारा किया गया था। और फिर 2009 में उन्होंने इसे ओपन-सोर्स बिटकॉइन भारत में वैध है या नहीं? सॉफ़्टवेयर के रूप में जारी किया था। पहला बिटकॉइन लेनदेन बिटकॉइन भारत में वैध है या नहीं? जनवरी 2009 में शुरू हुआ था। शुरुआती वर्षों में बिटकॉइन में तेजी बहुत धीरे-धीरे हुई थी। 2015 से बिटकॉइन में बड़ी तेजी देखने को मिली। फिर बहुत जल्द ही ये दुनिया की नजरों में आने लगा। इस समय बिटकॉइन की कीमत 34,23,652 रुपये है।
कैसे होता है लेन-देन Bitcoin me transaction kaise hota hai
बिटकॉइन एक प्रकार की आभासी मुद्रा है। जिसका इस्तेमाल आप केवल online लेन-देन में ही कर सकते हैं। इस प्रकार होने वाले भुगतान डेबिट या क्रेडिट कार्ड के माध्यम से होने वाले भुगतान से बिलकुल अलग है।
भारत में केंद्रीय बैंक इस मुद्रा का समर्थन नहीं करता है इसलिए इस मुद्रा का विनिमय निजी तौर होता है। जिसे ‘माइनिंग’ नामक प्रक्रिया के माध्यम उत्पादित किया जाता है। इस प्रक्रिया के लिए एक विशेष किस्म के सॉफ्टवेयर की जरूरत होती बिटकॉइन भारत में वैध है या नहीं? है।
बिटकॉइन का लेन-देन एक ई-वॉलेट से दूसरे ई-वॉलेट के जरिये होता है। जो आपके निजी डेटाबेस में उपलब्ध होते हैं। बिटकॉइन का लेन-देन का रिकॉर्ड एक Public Account में रहता हैं, जिसे “Blockchain” कहते। हैं
इन देशों ने लगा रखी है बिटकॉइन यूजर्स पर पाबंदी
दुनिया की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (bitcoin) का चलन पिछले कुछ वर्षों में काफी बढ़ गया है. Allied Market Research की एक रिपोर्ट के मुताबक, ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी मार्केट साइज (hlobal cryptocurrency market size) 2020 में 1.49 बिलियन डॉलर था. 2030 तक इसके 4.94 बिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है. यह 2021 से 2030 तक 12.8% की CAGR (Compound Annual Growth Rate) से बढ़ रहा है.
दुनियाभर के अलग-अलग देशों में क्रिप्टोकरेंसी सरकार या मौद्रिक अधिकारियों से लेनदेन के माध्यम के रूप में अपना अधिकार प्राप्त करने की कोशिश कर रही है. लेकिन, अलग-अलग वित्तीय क्षेत्राधिकारों में इसकी कानूनी रुपरेखा तैयार करना मुश्किल है, क्योंकि इस पर किसी भी बैंक, या सरकार का कंट्रोल नहीं है.
क्रिप्टो पर टैक्स कैसे वसूलेगी सरकार? आपको क्या अब पूरे क्रिप्टो निवेश पर देना होगा कर? जानिए हर सवाल का जवाब
Highlights बजट बिटकॉइन भारत में वैध है या नहीं? बिटकॉइन भारत में वैध है या नहीं? में सभी क्रिप्टो ऐसेट से होने वाली आय पर 30 प्रतिशत टैक्स की हुई है घोषणा। गिफ्ट में क्रिप्टोकरेंसी लेने पर भी टैक्स देना होगा, डिजिटल संपत्ति के लेन-देन पर एक प्रतिशत टीडीएस भी देना होगा।
नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बार बजट में एक बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि भारत में अब डिजिटल ऐसेट (इसमें क्रिप्टोकरेंसी भी शामिल) पर भी टैक्स लगेगा। क्रिप्टोबाजार में दिलचस्पी दिखाने वाले लोगों ने इस कदम का स्वागत किया क्योंकि यह देश में लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी जैसे बिटकॉइन, एथेरियम और अन्य को एक तरह से कानूनी दर्जा देता है।
जानना जरूरी है: क्रिप्टोकरेंसी क्या है, लोग इसके बारे में हर जगह बात क्यों करते हैं? जानिए ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब
नई दिल्ली। पिछले कुछ सालों से दुनियाभर में क्रिप्टोकरेंसी की खूब चर्चा है। लोग बिटकॉइन, डॉजीकॉइन जैसी डिजिटल करेंसियों के बारे में जानना चाहते हैं। लोगों के मन में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर जबर्दस्त जिज्ञासा है। ऐसे में जानना जरूरी है कि आखिर ये क्रिप्टोकरेंसी है बिटकॉइन भारत में वैध है या नहीं? क्या?
क्रिप्टोकरेंसी क्या है ?
वीओ- क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल मुद्रा है जिसका मूल्य तो होता है लेकिन इसे नोट की तरह देखा या छूआ नहीं जा सकता। इससे बस ऑनलाइन लेन-देन किया जा सकता है। डिजिटल मुद्रा इनक्रिप्टेड यानी कोडेड होती हैं, इसलिए इन्हें क्रिप्टोकरेंसी भी कहा जाता है। खाता-बही से इस करेंसी का कोई लेना देना नहीं होता। शुरूआत में इसके वैल्यू को लेकर भी काफी आशंकाएं थीं, एक समय था कि जब 10 हजार बिटकॉइन से सिर्फ दो पिज्जे ही खरीदे जा सकते थे। लेकिन वर्तमान में यह सबसे महंगा टोकन मनी है और कई कंपनियों ने क्रिप्टोकरेंसी को स्वीकार किया है।
क्रिप्टो में निवेश करने से बचें
क्रिप्टो करेंसी को लेकर वित्त सचिव टीवी सोमनाथन ने कहा कि लोगों को क्रिप्टो में निवेश करने से बचना चाहिए। क्योंकि इसमें किया गया निवेश आपके लिए कितना लाभप्रद होगा इसकी कोई गारंटी नहीं होती। साथ ही वित्त सचिव ने कहा इस तरह के निवेशों में अगर आपको किसी प्रकार का घाटा होता है तो उसकी जवाबदेही कभी भी सरकार नहीं लेगी। हालांकि सरकार जो अपनी नई डिजिटल करेंसी लाने वाली है उसमें निवेश करना पूर्ण रूप से सुरक्षित रहेगा।
बता दें कल बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने यह ऐलान किया कि भारत सरकार रिजर्व बैंक द्वारा अपना नया डिजिटल करेंसी या डिजिटल रूपी जारी करेगी। इस डिजिटल करेंसी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा था की डिजिटल रूपी पूरी तरह से सुरक्षित रहेगा। फिलहाल माना जा रहा कि 1 अप्रैल को इस डिजिटल करेंसी की लॉन्चिंग हो सकती है।