क्या आप स्केलिंग से बच सकते हैं?

क्या आप भी ओरल हेल्थ से जुड़े इन मिथ्स पर करते हैं यकीन? डॉक्टर से जानें इनका सच
दांतों को हेल्थी रखने और ओरल हेल्थ को मेन्टेन रखना एक बुनियादी ज़रूरत बन गई है. मज़बूत दांत और स्वस्थ मसूड़े हेल्थी बॉडी और ओवरऑल हेल्थ को प्रभावित करता है. दांतों की सही देखभाल और सही तरीके से उनकी सफाई जैसी आदतें बच्चों को बचपन से ही सिखायी जाती हैं, ताकि उनके दांत हमेशा चमकते रहें और ओरल हेल्थ से जुड़ी समस्याएं भी कम हों. हमारे आस पास ओरल हेल्थ और उस से जुड़े कई मिथ हम सुनते आये हैं. आज डॉ आशीष बेलवाल से जानेंगे उन सभी डेंटल मिथ्स की सच्चाई.
Myth 1- मीठा खाने से कैविटी क्या आप स्केलिंग से बच सकते हैं? हो जाती है
Myth 2-स्केलिंग करने से आपके दांत कमजोर हो जाएंगे
Myth 3-चारकोल और नमक वाले टूथपेस्ट आपके दांतों के लिए बेहतर हैं
Myth 4-डेंटल चेकअप की ज़रूरत सिर्फ उन्हें है जिनके दांतों में दर्द हो
Myth 5- दादाजी को पायरिया है तो मुझे भी होगा
Myth 6- दांत तुड़वाने पर आंखें कमज़ोर हो जाएंगी
अप नेक्स्ट
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क्या दांतों की स्केलिंग जरूरी है?
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मेरे दांत इतना दर्दनाक क्यों हैं?
एक सफाई कुछ है कि आप के रूप में अक्सर के रूप में आप चाहिए अनुसूची नहीं है, या संवेदनशील दांत और गले में मसूड़ों की वजह से पूरी तरह से बचने के लिए दंत चिकित्सक देख रहा है? यह हो सकता है कि दुविधा का असली कारण यह है कि आप मसूड़ों की बीमारी से पीड़ित हैं।
मसूड़ों की बीमारी क्या है?
मसूड़ों की बीमारी को पीरियोडोन्टल रोगके रूप में जाना जाता है। यह एक संक्रमण है जो दांतों की जड़ों के चारों ओर मसूड़ों, स्नायुबंधन और हड्डी पर हमला करता है, जिससे वे अलग हो जाते हैं और दूर खींच जाते हैं। नतीजतन, सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:
- दांत संवेदनशीलता
- सूजन, मसूड़ों से खून बह रहा
- खराब सांस
- टूथ मोबिलिटी
- दांतों के बीच अंतराल
- स्थानांतरण या अपने काटने संरेखण में परिवर्तन
- टार्टर बिल्डअप
सफाई के दौरान संवेदनशील दांत
दांतों की कुछ सबसे संवेदनशील सतहें जड़ें हैं। जब मसूड़ों की बीमारी ऊतकों को वापस खींचने का कारण बनती है (पीछे हटना) यह तापमान, शारीरिक उत्तेजना (जैसे टूथब्रशिंग) और बैक्टीरिया में परिवर्तन के लिए जड़ सतहों को उजागर करता है। एक सफाई के दौरान, दांत की जड़ों से buildup के शारीरिक हटाने कुछ व्यक्तियों के लिए संवेदनशीलता की महत्वपूर्ण मात्रा का कारण बन सकता है ।
गले में और खून बह रहा मसूड़ों के साथ समस्याएं
आपके मसूड़ों के ऊतक छोटे रक्त वाहिकाओं से भरे होते हैं। जब मसूड़ों की बीमारी (मसूड़ों) के हल्के रूपों में सेट, gingiva सूजन और निविदा हो जाते हैं । यदि ब्रश करने या फ्लॉसिंग तकनीकों में परिवर्तन के बावजूद जल्दी से उलट नहीं है, तो स्थिति पीरियोडोन्टाइटिस के अधिक आक्रामक रूपों में प्रगति कर सकती है।
मध्यम से गंभीर पीरियोडोन्टल रोग मसूड़ों का कारण बन सकता है जो बहुत आसानी से खून बहता है, यहां तक कि जब टूथब्रश या सोता के साथ छुआ जाता है। सफाई के दौरान, ऐसे क्षेत्रों में सक्रिय संक्रमण की मात्रा के कारण काफी भारी खून बहता है।
एक पीरियोडोन्टल स्केलिंग और रूट प्लानिंग मदद कर सकता है
कभी-कभी "गहरी सफाई" या छोटे के लिए "SCRP" कहा जाता है, एक स्केलिंग और रूट प्लानिंग प्रक्रिया आपके स्रोत पर आपके दंत संक्रमण को लक्षित करती है: गमलाइंस के नीचे। एक गहरी सफाई का लक्ष्य क्या अपने संवेदनशील दांत पैदा कर रहा है और ऊतक टुकड़ी से बचने के स्रोत को खत्म करने के लिए है । अनुपचारित छोड़ दिया, पीरियोडोन्टल संक्रमण वयस्क दांत हानि का प्रमुख कारण हैं।
आपको आरामदायक रखने के लिए, आपका दंत चिकित्सक क्षेत्र को साफ किए जाने के लिए स्थानीय संवेदनाहारी का उपयोग करने की सिफारिश करेगा। नाइट्रस ऑक्साइड जैसे हल्के सेडेशन बेहद मददगार हो सकते हैं, बिना किसी सुस्त सोते हुए शामक की तंद्रा के बिना ।
अपने स्केलिंग और रूट प्लानिंग के बाद, आप रखरखाव यात्राओं के लिए हर 3-4 महीने के बारे में अपने दंत चिकित्सक और स्वच्छता विशेषज्ञ को देखने की योजना बनाना चाहते हैं। ये आसान सफाई रोग पतन को रोकने और अपने पूरे मुंह में कुशल उपचार सुनिश्चित करने में मदद करती है।
अपने दंत चिकित्सक या स्वच्छता विशेषज्ञ को बताएं कि क्या यह दर्द होता है
मसूड़ों से खून आना कभी सामान्य नहीं होता। जबकि मसूड़ों या मसूड़ों की बीमारी को अक्सर दोष दिया जाता है, यह एनीमिया जैसी अंतर्निहित चिकित्सा स्थितियों का लक्षण भी हो सकता है।
अगर रूटीन सफाई के दौरान आपके दांतों या मसूड़ों में चोट लगी है तो अपनी डेंटल टीम को बताएं। वे आपके आराम को सुनिश्चित करने के लिए विशेष कदम उठाएंगे ताकि निवारक प्रक्रिया एक है जिसके बारे में आप आराम महसूस करेंगे। और गहरी सफाई से जुड़ी स्थितियों के लिए, पूरे क्षेत्र को पूरी तरह से सुन्न करने के लिए हंसती गैस, एक सामयिक स्तब्ध जेल, या स्थानीय संवेदनाहारी जैसी प्रकाश गति का अनुरोध करना सुनिश्चित करें।
नरम ऊतक चिकित्सा और नियमित निवारक देखभाल के साथ, आप अतीत में अनुभव की गई दर्दनाक दंत सफाई से बच सकते हैं!
नियमित ब्रशिंग-फ्लॉसिंग से दांत-मसूढ़े स्वस्थ
खानपान की गलत क्या आप स्केलिंग से बच सकते हैं? आदतों से मुंह में पनपे बैक्टीरिया की नियमित सफाई न हो तो दांतों में सड़न, सांस की बदबू और ओरल कैंसर की आशंका रहती है। एक रिपोर्ट के मुताबिक देश की 95 फीसदी आबादी मसूढ़ों के रोगों से पीड़ित है। स्कूल में पढ़ने वालों में मुख्यत: दांत व मसूढ़े से जुड़े रोग सामने आने लगे हैं। हाल ही फिनलैंड की यूनि. ऑफ हेलिन्सकी में हुए शोध के अनुसार एक या अधिक दांतों की जड़ों में संक्रमण से हृदय रोगों का जोखिम 2.7 गुणा बढ़ जाता है। इसकी वजह संक्रमण के कारण पूरे शरीर में सूजन व क्या आप स्केलिंग से बच सकते हैं? जलन का होना है।
स्केलिंग है इलाज
संक्रमण को नियंत्रित कर मसूढ़ों के रोगों से छुटकारा पा सकते हैं। गहराई से सफाई करने की प्रक्रिया को स्केलिंग व रूट प्लानिंग कहते हैं, जिसमें प्लाक को हटाते हैं।स्केलिंग में मसूढ़ों की लाइन से टार्टर हटाते हैं जबकि रूट प्लानिंग में दांतों की जड़ों पर एकत्रित बैक्टीरिया को साफ करते हैं। यही बैक्टीरिया कई रोगों का कारक होते हैं।कई बार लेजर तकनीक से भी प्लाक और टार्टर का हटाया जाता है। इसमें दर्द और सूजन कम होने के साथ ही रक्तस्त्राव भी कम होता है।
बीमारी के 4 मुख्य कारण
स्मोकिंग : मसूढ़ों की बीमारी का एक प्रमुख कारण धूम्रपान भी है। साथ ही दांतों के सफल इलाज में भी यह बाधक बनता है।
हार्मोन्स में गड़बड़ी : हार्मोन्स में बदलाव से मसूढ़े सेंसिटिव हो जाते हैं। ऐसे में थोड़ी लापरवाही भी जिंजिवाइटिस का क्या आप स्केलिंग से बच सकते हैं? कारण है।
डायबिटीज : मधुमेह रोगियों में शुगर लेवल बिगडऩे से मसूढ़ों के रोग ज्यादा होते हैं।
दवाइयां : कई दवाइयां मुंह की क्या आप स्केलिंग से बच सकते हैं? सुरक्षा के लिए बनने वाले लार का निर्माण कम कर देती हैं। लार की कमी से मुंह में संक्रमण या मसूढ़ों की बीमारी होने की आशंका रहती है। कई बार कुछ दवाओं से मसूढ़ों के ऊत्तक बढ़ जाते हैं।
ऐसे बच सकते हैं
- रोजाना सुबह-शाम फ्लोराइड युक्त पेस्ट से ब्रश करें। दांतों के बीच का प्लाक हटाने के क्या आप स्केलिंग से बच सकते हैं? लिए फ्लॉसिंग (एक तरह के धागे से दांतों के बीच में सफाई) करें।
- धूम्रपान, शराब, तंबाकू व गुटखे की लत दांतों की चमक खराब कर देती है। दांतों की देखभाल के लिए इनसे दूरी बनाएं।
- दूसरों के टूथब्रश का इस्तेमाल न करें। इससे दांतों में संक्रमण हो सकता है।
- दांतों की बेहतर देखभाल के लिए कम से कम एक वर्ष में दो बार दांतों का चेकअप कराएं। ताकि किसी रोग या संक्रमण का समय पर पता लग सके।
- अगर आप दंत-मंजन इस्तेमाल में लेते हैं तो सुनिश्चित कर लें की मंजन अच्छी क्वालिटी का और सॉफ्ट हो। खुरदुरे दंत मंजन दातों को नुकसान पंहुचाते हैं।
- दांतों की सफाई के साथ-साथ जीभ की सफाई भी नियमित रूप से करें नहीं तो यह अधूरी सफाई मानी जाती है।
सफाई के अभाव में कई रोगों का खतरा
दांतों में सड़न
मुंह में बड़ी संख्या में बैक्टीरिया होते हैं। जो बलगम, लार व दूसरे तत्त्वों के साथ मिल दांतों पर एक चिपचिपी और रंगहीन पदार्थ (प्लाक) के रूप में जमा होते रहते हैं।ब्रश करने से प्लाक हट जाता है। लेकिन नियमित तौर पर ब्रश नहीं किया जाए तो धीरे-धीरे यह जमा होकर कठोर होने लगता है, जिसे टार्टर कहते हैं। यह इतना कठोर होता है कि सामान्य ब्रश से यह साफ नहीं होता। डेंटिस्ट्स की मदद से इसे हटवाना पड़ता है।
जिंजिवाइटिस
लंबे समय तक दांतों पर प्लाक व टार्टर के जमने से मुंह में बैक्टीरिया की संख्या बढ़ जाती है जिससे मसूढ़ों में संक्रमण होता है। इससे मसूढ़े फूल कर लाल हो जाते हैं व जलन के साथ खून आता है। यह जिंजिवाइटिस समस्या है। सफाई के अभाव में यह रोग गंभीर हो जाता है जिसके इलाज क्या आप स्केलिंग से बच सकते हैं? के लिए डेंटिस्ट की मदद लेनी होती है। इस रोग में दांतों को पकड़कर रखने वाली हड्डी व ऊत्तकों पर फर्क नहीं पड़ता।
पीरियोडॉन्टाइटिस
जिंजिवाइटिस का इलाज न होने पर स्थिति पीरियोडॉन्टाइटिस की बनती है। इसमें मसूढ़ों व दांतों के बीच क्या आप स्केलिंग से बच सकते हैं? में एक जगह बनने लगती है, जिसे पॉकेट्स कहते हैं। इनमें बैक्टीरिया के कारण संक्रमण होने लगता है। इलाज के अभाव में इंफेक्शन दांतों से जुड़ी हड्डियों व ऊत्तक को नष्ट कर देता है। ऐसे में दांत निकलवाना पड़ता है।