Trading के फायदें

फाइनेंस कितने प्रकार का होता है

फाइनेंस कितने प्रकार का होता है
Explanation : एआईएफएफ (AIFF) के वर्तमान अध्यक्ष कल्याण चौबे (Kalyan Chaubey) है। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) के 2 सितंबर 2022 को हुए अध्यक्ष पद के चुनाव में भारत के दिग्गज फुटबॉल खिलाड़ी बाईचुंग भूटिया को हराकर कल्याण चौबे एआईएफए के नए अध . Read More

Bank account kitne prakar ke hote hain | बैंक में अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं?

तैराकी कितने प्रकार का होती है?

Explanation : तैराकी चार प्रकार का होती हैं– 1. फ्री स्टाइल (Free style swimming), 2. बैक स्ट्रोक (Back stroke swimming), 3. ब्रेस्ट स्ट्रोक (Breast stroke swimming) और 4. बटर फ्लाई (Butterfly stroke swimming)। तैराकी (Swimming) एक खेल है जिसमें एक तैराक को स्विमिंग पूल (फाइनेंस कितने प्रकार का होता है Swimming pool) में बिना गलती किए हुए एक छोर से दूसरे छोर तक जल्दी से जल्दी पहुंचना होता है। जो सबसे पहले पहुंचता है वही विजेता घोषित किया जाता है। 19वीं शताब्दी के आरंभ तक तैराकी मनोरंजन और खेल के तौर पर बहुत ज्यादा लोकप्रिय नहीं हुई थी। 1837 में पहला तैराकी संगठन लंदन में बना। 1846 ई. में आस्ट्रिया में पहली तैराकी प्रतियोगिता हुई और इसके बाद हर वर्ष होने लगी। 1869 ई. में लंदन में महानगरीय तैराकी क्लब' का गठन हुआ और तैराकी प्रतियोगिताओं को बढ़ावा मिला। 1909 ई. में 'द फेडरेशन इंटरनेशनल डीनेशन एमेच्योर' (FINA) का गठन। यह संस्था अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर तैराकी प्रतियोगिताओं का नियमन एवं आयोजन करती है। एथेंस में आयोजित प्रथम ओलंपिक (1896) में तैराकी को शामिल किया गया। 1912 ई. में महिला तैराकी को भी ओलंपिक खेलों में शामिल कर लिया गया।. अगला सवाल पढ़े

सेबी ने कसी AIF स्कीम्स पर लगाम, कहा- इन स्कीम में निवेश से बचें, जानिए क्या होती हैं ये स्कीम

सेबी ने कहा कि लगातार ऐसी शिकायतें मिली थी कि स्पॉन्सर घाटे का बोझ कम ले फाइनेंस कितने प्रकार का होता है रहे थे. जबकि इसमें कुछ अन्य नियम बनाए गए थे कि जिस अनुपात में निवेश उसी हिसाब से घाटे का बोझ, लेकिन कुछ स्किमों में घाटे का बोझ उनपर यह कह कर डाला जा रहा था कि उनका पेमेंट प्रायोरिटी है.

Sebi on AIF schemes: मार्केट रेगुलेटर सेबी ने 23 नवंबर को एक बयान जारी कर कहा घाटे सहने में भेदभाव वाली AIF (अल्टरनेटिव इनवेस्टमेंट फंड्स) स्कीमों में निवेश करने से रोका है. सेबी इस पर एक सर्कुलर जारी किया है. इसमें सेबी ने कहा कि प्रायोरीरिटी डिस्ट्रिब्यूशन मॉडल पर काम करने वाले AIF स्कीम्स को किसी फाइनेंस कितने प्रकार का होता है नए निवेश से बचना चाहिए. यह रोक तब तक जारी रहेगी जब तक इस पर कोई विचार नहीं कर लेती. सेबी इस पर अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट पॉलिसी एडवाइजरी कमेटी (AIPAC) और इंडस्ट्री के साथ विचार कर रही.

क्या कहता है सेबी के नियम?

सेबी ने कहा कि लगातार ऐसी शिकायतें मिली थी कि स्पॉन्सर घाटे का बोझ कम ले रहे थे. जबकि इसमें कुछ अन्य नियम बनाए गए थे कि जिस अनुपात में निवेश उसी हिसाब से घाटे का बोझ, लेकिन कुछ स्किमों में घाटे का बोझ उनपर यह कह कर डाला जा रहा था कि उनका पेमेंट प्रायोरीटी है.

अल्टरनेट इन्वेस्टमेंट फंड या एआईएफ एक ऐसा फंड है जिसे भारत में बनाया गया है, जो निजी निवेश को साथ लेकर आगे बढ़ता है. इनमें कुछ चुनिंदा लोगों से निवेश लिया जाता है और इन्वेस्टमेंट पॉलिसी के अनुसार इन्वेस्ट किया जाता है. AIF में कम से कम निवेश की शर्त 1 करोड़ रुपए होती है. बड़े निवेशक डायवर्सिफिकेशन के लिए अपनाते हैं.

AIF निजी तौर पर पूल किये गये निवेश स्कीम (investment vehicle) होते हैं. इस स्कीमों में निवेशकों से जुटाए गए पैसे को निवेशकों के लाभ के लिए एक पूर्वनिर्धारित निवेश योजना के तहत निवेश किया जाता है.

AIF कितने प्रकार का होता है?

अलग-अलग तरह के कैटेगरी के लिए आवेदक अपना रेजिस्ट्रेशन एआईएफ के लिए करवा सकते हैं. इसके तहत आवेदक अलग अलग कैटेगरी और सब कैटेगरी के लिए रजिस्ट्रेशन करवा सकते है जिस प्रकार के नियम उनपर लागू हो. इसमें 3 प्रकार के कैटेगरी के AIF होते हैं.

  • वेंचर कैपिटल फंड्स
  • एसएमई फंड्स
  • सोशल वेंचर फंड्स
  • इंफ्रास्ट्रकचर फंड्स

क्या होता है कैटेगरी I AIF?

कैटेगरी I AIF जो स्टार्ट-अप या शुरुआती चरण के उपक्रमों या सामाजिक उपक्रमों या में निवेश करते हैं. एसएमई या इंफ्रास्ट्रकचर या अन्य क्षेत्र या क्षेत्र जो सरकार या नियामक सामाजिक या आर्थिक रूप से वांछनीय मानते हैं और इसमें शामिल होंगे. वेंचर कैपिटल फंड, एसएमई फंड, सोशल वेंचर फंड, इंफ्रास्ट्रक्चर फंड और इस तरह के अन्य AIF में स्पेसीफाइ किए जा सकते हैं.

एआईएफ जो कैटेगरी I और III में नहीं आते हैं और जो अंडरटेक नहीं करते हैं. दिन-प्रतिदिन की ऑपरेशनल आवश्यकताओं को पूरा करने के अलावा अन्य लाभ उठाना या उधार लेना और सेबी (अल्टरनेट इन्वेस्टमेंट फंड) विनियमों 2012 में अनुमति के अनुसार, विभिन्न प्रकार के फंड जैसे रियल एस्टेट फंड, प्राइवेट इक्विटी फंड (पीई फंड), डिसस्ट्रेस एसेट के लिए फंड आदिकैटेगरी II AIF के रूप में रजिस्टर किए जाते है.Animation क्या है और यह कितने प्रकार के होते हैं?

Animation का उपयोग कंप्यूटर में drawing तथा अन्य प्रकार के art के लिए किया जाता है। एनिमेशन के जरिए हर प्रकार के लोगो डिजाइन संभव हुए हैं। अब तो animation का field एक बहुत बड़ा platform बन गया है जिससे छात्र इसे एक career option की तरह भी चुन सकते हैं। एनीमेशन को समझें तो यह एक ऐसी तकनीक है जिससे कोई भी ऐसा चित्र, Image या Object जो रियल में हिल नहीं सकता है या मूव नहीं कर सकता है उसको चलते हुए, बोलते हुए या कुछ करते हुए दिखाया जाता है। यानि Animation किसी रुकी हुई Image पर जान डालता है जिसके कारण Image में कुछ प्रतिक्रिया होती हुई दिखाई देती है। एनिमेशन एक प्रकार का Art और विज्ञान है। Animation एक क्रम में गति का भ्रम पैदा करने के लिए क्रमिक चित्र, मॉडल या कठपुतलियों को चित्रित करने की एक विधि है। इसको इस तरह से भी समझ सकते हैं कि Animation वह है जिसमे एक sequence (क्रम) में movement (गति) का एक illusion (भ्रम) create किया जाता है, जिसके लिए sequence photographs, models, या फिर puppets (कठपुतली) का इस्तेमाल इस विधि में किया जाता है। एनिमेशन एक प्रकार की प्रक्रिया है जिसके अंतर्गत डिजाइनिंग, drawing, लेआउट बनाना तथा फोटोग्राफिक्स के लिए इसका मुख्य उपयोग किया जाता है। एनिमेशन के माध्यम से हर प्रकार की इमेज के लेआउट को कस्टमाइज कर सकते हैं और उसे मैनेज कर सकते हैं। एनिमेशन टेक्नोलॉजी के आने के पश्चात कंप्यूटर में कई प्रकार के ग्राफिक्स कार्य को करने में मदद मिली है। एनिमेशन कंप्यूटर में कई प्रकार के ग्राफिक, logo और कार्टून बनाने के लिए उपयोग किया जाता है।

Animation क्या है? What is Animation?

साधारण सी भाषा में एनीमेशन को समझें तो यह एक ऐसी तकनीक है जिससे कोई भी ऐसा चित्र, Image या Object जो रियल में हिल नहीं सकता है या मूव नहीं कर सकता है उसको चलते हुए, बोलते हुए या कुछ करते हुए दिखाया जाता है। यानि Animation किसी रुकी हुई Image पर जान डालता है जिसके कारण Image में कुछ प्रतिक्रिया होती हुई दिखाई देती है। जैसे आप एनीमेशन की सहायता से बनाई गयी किसी Video या Movie में आप इन्सान को उड़ता हुआ देख सकते हैं। चित्रों की एक श्रृंखला द्वारा बनाई गई movement का simulation एनीमेशन कहलाता है। एनिमेशन एक प्रकार का Art और विज्ञान है। Animation एक क्रम में गति का भ्रम पैदा करने के लिए क्रमिक चित्र, मॉडल या कठपुतलियों को चित्रित करने की एक विधि है। इसको इस तरह से भी समझ सकते हैं कि Animation वह है जिसमे एक sequence (क्रम) में movement (गति) का एक illusion (भ्रम) create किया जाता है, जिसके लिए sequence photographs, models, या फिर puppets (कठपुतली) का इस्तेमाल इस विधि में किया जाता है।

बचत खाता किसे कहते हैं – Savings account kya hota hai?

जैसा की इसका नाम ही है बचत खाता यानी सेविंग अकाउंट, यह अकाउंट अपने पैसो को सेव करने के लिए खोला जाता है। इस अकाउंट को कोई भी व्यक्ति जैसे आम नागरिक, सरकारी कर्मचारी, जॉव करने वाला व्यक्ति, क्षात्र, या पेंशन वाला व्यक्ति इत्यादि कोई भी Saving account खुलवा सकता है। सेविंग अकाउंट में जमा की हुई राशि (पैसे) पर खाताधारक को 4-6% ब्याज (Interest) भी दिया जाता है। और यह Interest rate अलग-अलग बैंको की अलग-अलग होती है। इसमें आप जितने चाहे उतने पैसे जमा कर सकते हैं।

लेकिन बचत खाता में कुछ पाबंदिया होती है, इसमें आप एक दिन में केवल 5 transection ही कर सकते हैं। जिसके कारण खाताधारक सेविंग अकाउंट से पैसे निकालने में दिक्कत होती है इसके साथ ही आप बचत खाता से 50 रुपये से कम पैसे नहीं निकाल सकते हैं। और ATM से 6 महीने के अंदर 30 से अधिक बार पैसे नही निकाल सकते हैं। ज्यातर बैंक अपने सेविंग अकाउंट पर मिनिमम बैलेंस रखने के लिए बाध्य करती हैं। यह अमाउंट सरकारी बैंको में 500 से 1000 तक हो सकती है और प्राइवेट बैंको में 5000 से 25000 तक की न्यूनतम राशि रखने के लिए बाध्य करती है। लेकिन बैंक समय-समय पर इन नियमों में बदलाव भी कर सकती है।

चालू खाता क्या होता है – Current account kya hota hai in hindi

चालू खाता ऐसे लोगों के लिए होता है जिनका रोज का Transitions लाखो में होता है। और एक ही दिन में कई ट्राजेक्शन होते रहते हैं। क्योंकि चालू खाता (Current account) में आप एक दिन में जितने चाहे उतने पैसो का लेन-देन यानी ट्रान्जेक्शन कर सकते है। इसमें पैसो की लेन-देन पर किसी भी प्रकार की कोई लिमिटेशन नही होती है। करंट अकाउंट मुख्य रूप से उद्दयमी, कम्पनी, फर्म और छोटे-बड़े व्यापारी के लिए होता है। जिनके पैसो का फ्लो ज्यादा होता है। लेकिन आम तौर पर इसे भी कोई भी व्यक्ति खुलवा सकता है।

Current account में रखे गए पैसो पर बैंक कोई भी ब्याज नही देता है। यानी की आप इसमें सेविंग अकाउंट की तरह अपने जमा पैसो पर कोई भी इंटरेस्ट नही प्राप्त कर सकते हैं। लेकिन आपसे बैंक सर्विस चार्ज अलग से लेती है।

इसका बहुत बड़ा फायदा यह होता है कि इसमें Overdraft की सुविधा ग्राहक को दी जाती है। इसका मतलब यह है कि जब आपके चालू खाता (Current account) में पैसे नही रहते हैं या जितने पैसे हैं उससे ज्यादा भी आप पैसे निकाल सकते फाइनेंस कितने प्रकार का होता है हैं। और फिर बाद में बैंक को चुका सकते है। इसके अलावा बैंक डिमांड ड्राफ्ट, पेऑर्डर जारी करने, NEFT से फंड ट्रांसफर करने, चेक कलेक्शन, भुगतान और मुफ्ट कैश डिपोजिट सामिल है।

आवर्ती जमा खाता क्या होता है – Recurring deposit account meaning in hindi

आवर्ती जमा खाता यानी Recurring deposit account जिसे सॉर्ट में RD account भी कहते हैं। RD A/C उनके लिए होता है जो अपनी एक निश्चित तय धन राशि एक निश्चित समय के लिए हर महीने जमा करना चाहते हैं। और यह निश्चित समय अवधि पूरा हो जाने पर अधिक ब्याज के साथ उनका पैसा लौटा दिया जाता है।

Recurring deposit account में जमा किए गए पैसो को आप तय समय से पहले नही निकाल सकते हैं। आवर्ती जमा खाता सिंगल या ज्वाइंट खाता खोले जा सकते हैं।

सावधि जमा खाता किसे कहते हैं – Fixed deposit account meaning in hindi

Fixed deposit account जिसे आम तौर पर FD भी कहा जाता है। यह ऐसा अकाउट होता है जिसमें विशेष समय अवधि के लिए एक बार में ही एक तय की गई राशि फिक्स (जमा) कर दिया जाता है। इसमें भी RD account की तरह तय समय से पहले पैसे नही निकाल सकते हैं। समय से पहले पैसे निकाल तो सकते हैं पर आपको बैंक इसके लिए पैनालिटी देता है, जो सभी बैंको में अलग अलग होता है। Fixed deposit account में उपभोक्ता को High interest rate मिलता है। जो कि जमा किये गए पैसे और समय अवधि के हिसाव से अलग-अलग होता है। अधिकतम 10 सालों के लिए यह FD Account खोला जाता है।

तो दोस्तों ये थे बैंक अकाउंट जो कि बैंको द्वारा मेन रुप से यही 4 अकाउंट खोले जाते हैं। इस फाइनेंस कितने प्रकार का होता है पोस्ट में हमने जाना कि Bank account kitne prakar ke hote hain – बैंक में अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं? कौन से अकाउंट किस काम के लिए खोले जाते हैं। और इनके क्या क्या फायदे और नुकसान होते हैं।

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