Trading के फायदें

आसान विदेशी मुद्रा

आसान विदेशी मुद्रा
इस अतिरिक्त वित्तीय बोझ का सामना करने के लिए सरकार ने इस्पात और तेल शोधक कंपनियों के मुनाफे पर निर्यात कर लगाया है. इस कर से एक लाख करोड़ रुपये से अधिक के राजस्व संग्रहण की अपेक्षा है. यह रुपये के मूल्य में गिरावट के असर से निपटने का एक अप्रत्यक्ष तरीका है.

लगातार दूसरे हफ्ते बढ़ा देश का खजाना, जानें कितना है गोल्ड रिजर्व

नई दिल्ली. देश के विदेशी मुद्रा भंडार (Forex Reserves) में एक बार फिर तेजी आई है. 18 नवंबर, 2022 आसान विदेशी मुद्रा को खत्म हुए सप्ताह में यह 2.537 अरब डॉलर बढ़कर 547.252 अरब डॉलर पर पहुंच गया. इसमें लगातार दूसरे सप्ताह बढ़ोतरी हुई है. भारतीय रिजर्व बैंक यानी आरबीआई (RBI) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.

अगस्त 2021 के बाद देश के विदेशी मुद्रा भंडार में सबसे तेज बढ़ोतरी

आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक, 11 नवंबर को खत्म हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 14.72 अरब डॉलर बढ़कर 544.72 अरब डॉलर पर पहुंच गया था. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, अगस्त 2021 के बाद देश के विदेशी मुद्रा भंडार में इस सप्ताह सबसे तेज बढ़ोतरी हुई है. गौरतलब है कि अक्टूबर 2021 में विदेशी आसान विदेशी मुद्रा मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया था.

विदेशी मुद्रा का प्रबंधन जरूरी

बीते आठ महीनों में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने शेयर और बॉन्ड की बिकवाली कर लगभग 40 अरब डॉलर भारत से निकाल लिया है. इसी अवधि में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 52 अरब डॉलर की कमी हुई है. अमेरिकी डॉलर की तुलना में भारतीय रुपये के मूल्य में गिरावट जारी है. निर्यात की अपेक्षा आयात में तेजी से वृद्धि हो रही है. इसका मतलब है कि हमें भुगतान के लिए निर्यात से प्राप्त डॉलर से कहीं अधिक डॉलर की जरूरत है.

सामान्य परिस्थितियों में भी भारत के पास डॉलर की संभालने लायक कमी रहती आयी है, जो अमूमन सकल घरेलू उत्पादन (जीडीपी) का एक से दो प्रतिशत होती है. आम तौर पर यह 50 अरब डॉलर से कम रहती है और आयात से अधिक निर्यात होने पर इसमें बढ़ोतरी होती है. इस कमी की भरपाई शेयर बाजार में विदेशी निवेश, विदेशी कर्ज, निजी साझेदारी या बॉन्ड खरीद से की जाती है.

देश का विदेशी पूंजी भंडार 260.41 करोड़ डॉलर बढ़ा

देश का विदेशी पूंजी भंडार 260.41 करोड़ डॉलर बढ़ा

देश का विदेशी पूंजी भंडार आसान विदेशी मुद्रा आसान विदेशी मुद्रा 15 सितंबर को समाप्त सप्ताह में 260.41 करोड़ डॉलर बढ़कर 400.72 अरब डॉलर हो गया, जो 25,592.8 अरब रुपये के बराबर है. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की ओर से शुक्रवार को जारी साप्ताहिक आंकड़े के अनुसार, विदेशी पूंजी भंडार का सबसे बड़ा घटक विदेशी मुद्रा भंडार आलोच्य सप्ताह में 256.85 करोड़ डॉलर बढ़कर 376.20 अरब डॉलर हो गया, जो 24,023.9 अरब रुपये के बराबर है.

बैंक के मुताबिक, विदेशी मुद्रा भंडार को डॉलर में व्यक्त किया जाता है और इस पर भंडार में मौजूद पाउंड, स्टर्लिग, येन जैसी अंतर्राष्ट्रीय मुद्राओं के मूल्यों में होने वाले उतार-चढ़ाव का सीधा असर पड़ता है.

आलोच्य अवधि में देश का स्वर्ण भंडार 20.69 अरब डॉलर रहा, जो 1,324.6 अरब रुपये के बराबर है. इस दौरान देश के विशेष निकासी अधिकार (एसडीआर) का मूल्य 1.42 करोड़ डॉलर बढ़कर 1.52 अरब डॉलर हो गया, जो 97.1 अरब रुपये के बराबर है.

ओडिशा: आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अनिश्चितकालीन धरने पर, 60,000 केंद्र बंद

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मांग है कि उन्हें सरकारी कर्मचारी का दर्जा और 18 हज़ार आसान विदेशी मुद्रा रुपये और सहायिकाओं को 9 हज़ार रुपये मासिक मानदेय दिया जाए. इन मांगों में सेवानिवृत्ति के बाद 5,000 रुपये मासिक पेंशन और सेवा अवधि के दौरान मृत्यु होने पर परिजनों को पांच लाख रुपये मुआवज़ा देना भी शामिल है.

आतंकवाद को किसी धर्म से नहीं जोड़ा जाना चाहिए: अमित शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आतंकवाद का वित्तपोषण आतंकवाद से आसान विदेशी मुद्रा भी ज़्यादा ख़तरनाक है. उन्होंने यह भी जोड़ा कि आतंकवाद का ख़तरा किसी धर्म, राष्ट्रीयता या किसी समूह से जुड़ा नहीं हो सकता है और न ही जोड़ा जाना चाहिए.

महाराष्ट्र: सावरकर के ख़िलाफ़ टिप्पणी को लेकर राहुल गांधी पर मानहानि का केस दर्ज

भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने महाराष्ट्र के अकोला ज़िले में हुए एक संवाददाता सम्मेलन में सावरकर की आलोचना करते हुए कहा था कि उन्होंने ब्रिटिश शासकों की मदद की और दया याचिका लिखी थी. इस तरह उन्होंने महात्मा गांधी, सरदार पटेल, जवाहरलाल नेहरू और स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े अन्य नेताओं के साथ विश्वासघात किया था.

भारत का विदेशी मुद्रा भंडार में 1.09 अरब डॉलर घटकर 529.99 अरब डॉलर पर पहुंचा

देश के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट आने का मुख्य कारण यह है कि वैश्विक घटनाक्रमों की वजह से रुपये की गिरावट को थामने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक इस भंडार से मदद ले रहा है. एक साल पहले अक्टूबर, 2021 में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया था.

New Delhi: Former union minister Arif Mohammad Khan during the launch of a book entitled 'Imam e Hind Ram', in New Delhi, Sunday, Sept. 1, 2019. Khan has been appointed the new Governor of Kerala. (PTI Photo/Atul Yadav)(PTI9_1_2019_000079B)

9 बैंकों को दी गई अनुमति

यह भी देखा गया कि कैसे मास्को को आसान विदेशी मुद्रा यूक्रेन पर आक्रमण के लिए अधिक गंभीर पश्चिमी प्रतिबंधों का सामना करना पड़ा। इस कार्रवाई को मास्को के साथ वाणिज्यिक संबंधों को बढ़ावा देने के रूप में देखा गया। बता दें कि भारतीय व्यापार सचिव सुनील बर्थवाल ने इस महीने की शुरुआत में घोषणा की कि रूस के साथ रुपये के व्यापार को बढ़ावा देने के लिए नौ बैंकों को ‘Vostro’ खाते खोलने की अनुमति दी गई है।

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पहले सरकार को दो भारतीय बैंकों के साथ नौ विशेष Vostro खाते खोलने की अनुमति दी थी ताकि विदेशों में भारतीय रुपये में व्यापार किया जा सके।

आरबीआई द्वारा जुलाई में रुपये में विदेशी मुद्रा व्यापार के लिए नियम स्थापित करने के बाद, प्राधिकरण प्राप्त करने वाले पहले विदेशी ऋणदाता क्रमशः रूस के सबसे बड़े और दूसरे सबसे बड़े बैंक, Sberbank और VTB बैंक रहे।

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