बाज़ार बेचना

5 रूपए के नोट से गरीबों की लगी लॉटरी, ट्रेक्टर छपा नोट बिक रहा 6 लाख रूपए में
Old 5 Rupee Note: बाज़ार में नए नोट आने के बाज़ार बेचना बाद पुराने नोटों की नीलामी की मांग बढ़ गई है अगर आपके पास कुछ पुराने नोट है या आपको पुराने नोटों का कलेक्शन रखने की आदत थी तो अब ये आदत आपको करोड़पति बना सकती है आप आसानी से बाजार में उन्हें देखकर करोड़ों में रुपए कमा सकते हैं. जो लोग पुराने नोटों का जमा कर कर रखते बाज़ार बेचना हैं उन्हें बाजार में बेचने पर अच्छी कीमत मिलती है.
अगर आपके पास हैं पुराने सिक्के, मिलेगी 5 लाख तक की कीमत
अगर आपके पास 5 रुपए का एक खास नोट नोट है तो आप उसके लिए 30000 से लेकर 5,00,000 तक कमा सकते हैं वहीं आपके पास 5 रुपए का सिक्का है तो आपको उसके लिए 40000 रुपए तक मिल सकतें हैं.
अगर 25 पैसे का सिक्का है और उसके पीछे गैंडा या वैष्णो देवी का चित्र छपा हुआ है तो उसके लिए आपको बाज़ार बेचना 1 करोड़ रुपए तक मिल सकते हैं अगर आपके पास और भी पुरानी करेंसी 1 पैसा, 2 पैसा, 3 पैसा है तो बाजार में आपको उसके लिए भी काफी अच्छा खासा पैसा दिया जाता है. 1970 या 1980 दशक के चलने वाले 5 रुपए के सिक्के हैं जिसके बाज़ार बेचना पीछे ट्रैक्टर छपा होता है तो उसके लिए भी आपको 1 लाख रुपए तक मिल सकते हैं.
पुराने नोटों को कैसे बेचें
अगर आपके पास पुराने नोट या सिक्के हैं और आप उनको बेचना चाहते हैं तो आपको ऑनलाइन सेलर वेबसाइट पर अपना अकाउंट बनाना होगा और वहां पर अपने नोट या सिक्के की फोटो अपलोड करनी होगी बाज़ार बेचना जो भी ग्राहक उसको लेने के लिए इच्छुक होगा वह आपसे तुरंत कांटेक्ट करेगा.
Note: पुराने नोट और सिक्के बेचते समय फ्रॉड से बचें और RBI की गाइडलाइन को फॉलो करें
जानिए शेयर बाज़ार निवेशको के लिए बिगबुल के मूलमंत्र
राकेश झुनझुनवाला को कौन नहीं जानता जिन्हें शेयर बाजार का किंग कहा जाता है जिनका निधन हाल ही में 2022 में हुआ लेकिन उनकी कही गई हर एक बात को निवेशक आज भी अमर कर रहे हैं और अच्छे खासे फायदे ले रहे हैं। अगर आप भी इसी तरह से उनकी कही गई बातों को अमल करते हैं बाज़ार बेचना तो आप भी एक बेहतर निवेशक बन सकते हैं
करोड़ों की कमाई: जैसा कि राकेश झुनझुनवाला ने अपने दौर में किया। उन्होंने हर एक कंपनी के स्टॉक से करोड़ों रुपए प्रॉफिट कमाए और हर महीने उनकी झोली में करोड़ों रुपए की बारिश हुआ करती थी क्योंकि वे जानते थे कि उन्हें किस तरह से निवेश करना है
और वह सभी भारतीयों को जानते थे जिन्हें एक बेहतर निवेशक अमल करता है। तो चली हम भी जानते हैं कि उनकी कौन सी वह खास बातें हैं जैसे आप जैसे निवेशकों को भी भविष्य में फायदा हो सकता है
झुंड में ना रहें: राकेश झुनझुनवाला की तरह दुनिया के सबसे बड़े निवेशक वारेन बफे भी उन्हीं नियमों का पालन बाज़ार बेचना करते थे जिन्हें राकेश झुनझुनवाला करते हैं और यह मंत्र वह है जिसे आपने कभी ना कभी अपने जीवन में जरूर सुना होगा कि ‘जब दूसरे निवेशक बेचते हैं तब आप निवेशकों को उस स्टॉक को खरीदना चाहिए
और जब दूसरे निवेशक स्टॉक्स खरीदते हैं तो आपको उस समय डर जाना चाहिए और स्टॉक बेच देना चाहिए’. अगर आप भी इस मंत्र को अपने निवेश में अपना आते बाज़ार बेचना हैं तो आपको घाटे का सौदा नहीं होगा
धैर्य रखें: बाकी निवेशकों की तरह राकेश झुनझुनवाला ने भी यह कहा है कि आपको स्टॉक मार्केट में लॉन्ग टर्म के लिए दाव लगाना चाहिए मगर इसके लिए आपको धैर्यवान होना होगा और शॉर्ट टर्म की तलाश में आपको नुकसान होने की संभावना हो सकती है इसलिए सही कंपनी में निवेश करें और पूरी रिसर्च के बाद ही लॉन्ग टर्म के लिए उसमें निवेश करें
Disclaimer: इस आर्टिकल को कुछ अनुमानों और जानकारी के आधार पर बनाया है हम फाइनेंसियल एडवाइजर नही है आप इस आर्टिकल को पढ़कर शेयर बाज़ार (Stock Market), म्यूच्यूअल फण्ड (Mutual Fund), क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) निवेश करते है तो आपके प्रॉफिट (Profit) और लोस (Loss) के हम जिम्मेदार नही है इसलिए अपनी समझ से निवेश करे बाज़ार बेचना और निवेश करने से पहले फाइनेंसियल एडवाइजर की सलाह बाज़ार बेचना जरुर ले
KIA Cars : किआ इंडिया सेकेंड हैंड कार बाजार में उतरी
KIA Cars : नयी दिल्ली, वाहन कंपनी किआ इंडिया प्रमाणित पुरानी गाड़ियों (सेकेंड हैंड) के कारोबार में उतर गई है। कंपनी ने कारोबार बढ़ाने के लिये इस साल के अंत तक 30 बिक्री केंद्र खोलने की योजना बनायी है। किआ ने मंगलवार को बयान में कहा कि उसके प्रमाणित पुरानी कार यानी ‘सेकेंड हैंड’ गाड़ियों का कारोबार ‘किआ सीपीओ’ का मकसद ग्राहकों को अलग तरह का अनुभव प्रदान करना है। यह नई कार खरीदने के जैसा होगा। इसके तहत उन्हें पुराने वाहनों को बेचने, खरीदने और पुरानी कार को बदलकर दूसरी गाड़ी लेने की सुविधा होगी। ग्राहकों को इसके लिये स्वामित्व हस्तांतरण और कर्ज की सुविधा भी मिलेगी।
KIA Cars :
किआ इंडिया के मुख्य बिक्री अधिकारी मायुंग-सिक सोन ने कहा, ‘‘हम किआ सीपीओ के साथ पुरानी कारों के बाजार के लिये व्यवस्था को एक नया रूप देना चाहते हैं। वर्तमान में, भारतीय ग्राहकों के पास पुरानी गाड़ियों के मामले में सही और सत्यापित जानकारी तक बाज़ार बेचना पहुंच सीमित है। हम इस धारणा को बदलना चाहते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने गौर किया है कि किआ की नई कार के एक-तिहाई ग्राहक वैसे हैं जो पुराने वाहन की जगह कंपनी की कार लेने को इच्छुक हैं। हमारा मकसद अपने इस नये कारोबार के जरिये उन्हें मदद करना है।’’ किआ ने कहा कि उसकी पुराने वाहनों के कारोबार को आक्रामक रूप से आगे बढ़ाने की योजना है। इसके लिये कंपनी साल के अंत तक 30 बिक्री केंद्र खोलेगी।
कंपनी पहले ही 14 शहरों…राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली, बेंगलुरु, अहमदाबाद, हैदराबाद, चंडीगढ़, जयपुर, कोचीन, भुवनेश्वर, कालीकट, अमृतसर, नासिक, बड़ौदा, कन्नूर और मलप्पुरम में 15 बिक्री केंद्र खोल चुकी है।