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SWOT विश्लेषण पद्धति के प्रकार

SWOT विश्लेषण पद्धति के प्रकार
Probably the most authoritative answer comes from the Intergovernmental Panel on Climate Change (IPCC), which drew on the expertise of more than 2,500 climatologists, economists, and risk-analysis specialists from 80 countries.

Skill Preparation

P.R.A. की परिभाषा व्यापक रूप से की गयी है । यह एक ऐसी एप्रोच विधिया है जिनके द्वारा ग्रामीण लोगो के साथ ,उनके द्वारा तथा उनके ग्रामीण जीवन और परिस्थितियों की जानकारी हासिल की जाती हैं । इसकी विधियों में लचीलापन होता है और स्थानीय आवश्यकताओं के अनुसार इनमे परिवर्तन किया जा सकता हैं ।

  • सहभागिता पर आधारित हैं
  • लोगो को समर्थ बनाता है तथा उन्हें सशक्त करता है
  • अनुकूलनीय हैं
  • आविष्कारशील है
  • पुनरावृति -मूलक है
  • घनिष्ठता/ सौहार्द स्थापित किया जाता हैं
  • संयोजन किया जाता हैं
  • सुसाध्य किया जाता हैं
  • उत्प्रेरक का कार्य किया जाता हैं
  • पुछताछ की जाती हैं
  • नक़्शे ,माडल चित्र इत्यादि विधियों का प्रयोग किया जाता हैं
  • सुचना दी जाती हैं, स्पष्टीकरण दिए जाते है,
  • विचार विमर्श किया जाता है ।
  • स्थानीय लोग सुनते हैं, ध्यान से देखते हैं और सीखते हैं ।
  • श्रेणीबद्ध करते है ।
  • वाद विवाद करते हैं, प्रभावित करते हैं ।
  • विश्लेषण करते हैं और नियोजन करते है ।

PRA के सिद्धान्त

  1. भूमिका परिवर्तन- समुदाय को देने या सीखाने की मनोवृत्ति बदल कर ग्रामीणों से उनके परिवेश में आमने सामने बातचीत कर उनकी भौतिक ,आर्थिक तथा सामाजिक स्थिति की जानकारी उनके सुविधानुसार तथा उन्ही के तरीके से प्राप्त करना ।
  2. भागीदारी -सुचना संकलन विश्लेषण कार्यक्रमो के क्रियान्वयन व मूल्यांकन में ग्रामीणों की भागीदारी प्राप्त की जाती हैं । इस क्रम में ग्रामीणों द्वारा बनाये गए नक्शो ,चित्रो तथा बताये गए प्रमुख घटनाओं आदि से तथ्य संकलन में सहयोग मिलता हैं ।
  3. विनम्र व्यवहार – परंपरागत तरीको से हटकर एक सीखने की चेष्ठा रखने वाले जैसा विनम्र व्यवहार करना ,ग्रामीणों को सम्मान देना इसका मौलिक तत्व हैं
  4. विकास पूर्वाग्रह – पूर्व प्रचलित विकास पूर्वाग्रहों को छोड़कर ग्रामीणों में सहभागिता समन्वय ,जवाबदारी एवं हिस्सेदारी की भावना को विकसित करना ।
  5. शांतिपूर्वक सुनना – ग्रामीणों को सुनना ,न कि स्वयं भाषण देना ।
  6. शीघ्रतापूर्वक निष्कर्ष पर पहुँचने से बचना ।
  7. निर्धनों ,महिलाओं,बच्चों से भी उनकी परिस्थिति ,समस्याओं एवं प्राथमिकता की जानकारी लेना ।
  8. लचीलापन - पूर्वनिर्धारित एवं निश्चित प्रश्नावली अथवा साक्षात्कार जैसी पद्धतियों का प्रयोग न कर ,काल ,परिस्थित एवं स्थान के अनुसार पद्धतियों एवं उनके उपयोग में परिवर्तन किया जाना ।
  9. संवेदनशीलता – समुदाय तथा उनकी समस्याओं के प्रति संवेदनशील होना आवश्यक हैं ।
  10. सृजनात्मकता – इस पद्धति में समुदाय के लोग नक़्शे,चित्र एवं संकेतो में अपनी बात सहजता से SWOT विश्लेषण पद्धति के प्रकार कह लेते हैं, जो उनमें सृजनात्मक क्षमताओं को स्पष्ट करता हैं । सहभागी ग्रामीण समीक्षा का यह गुण समुदाय द्वारा समस्याओं को स्वीकार करनेअपनाने एवं इसके समाधान हेतु सामुदायिक सुझाव एवं प्रयास को आसान बना देता हैं ।
  11. स्वयं समीक्षा – जानकारी एकत्रित करने वाला निरंतर अपने व्यवहार और कार्य की समीक्षा करता हैं । इससे उसे अपनी गलतियों को समझने एवं उन्हें स्वीकार करने का अवसर मिलता हैं । जिससे वह भविष्य में और अच्छा करने का प्रयास करता हैं । स्वयं समीक्षा की यह प्रक्रिया प्रत्येक समय सही निर्णय लेने में सहायक होतीं हैं ।
  12. अनावश्यक को छोड़ना – सूचना एकत्रित करने के क्रम में अनेक अनावश्यक एवं अनुपयोगी जानकारियां भी मिलती है ऐसी स्थिति में उनकी सुने जरूर परन्तु आवश्यकतानुसार ही जानकारी उपयोग के लिए संग्रह करे । यहाँ किसी जानकारी का आवश्यक और अनावश्यक होना इस बात पर निर्भर करता हैं कि किस उद्देश्य के लिए जानकारी एकत्र की जा रही हैं ।
  13. त्रिकोणात्मक जाँच – प्रत्येक जानकारी की प्रामाणिकता दो या दो से अधिक व्यक्तियों से जाँच कर लेना आवश्यक होता हैं ।
  14. प्रत्यक्ष अवलोकन – ग्रामीणों से प्राप्त जानकारी के अतिरिक्त सहभागी ग्रामीण समीक्षा की पद्धति अपनाकर जानकारी एकत्रित करने वाला स्वयं भी अवलोकन करता हैं एवं प्रत्यक्ष दर्शन कर जानकारी लेता हैं । ये सभी सिद्धान्त व्यवहारिक हैं क्योंकि ये जानकारी प्राप्त करने वाले द्वारा प्रयोग में लाये जाते हैं । इनमें कुछ ज्ञान के सिद्धान्त पर आधारित है तथा कुछ व्यक्तिगत । अतः इन्हें इसी परिपेक्ष्य में लिया जाना चाहिये ।

जोखिम विश्लेषण в английский

निगरानी के उचित स्तर का पता लगाने के लिए सरकारी निकाय इन तरीकों का वैज्ञानिक विधियों से जोखिम विश्लेषण करा सकती हैं.

In order to determine the appropriate level of oversight, government bodies would presumably conduct a science-based risk analysis.

Примеры

निगरानी के उचित स्तर का पता लगाने के लिए सरकारी निकाय इन तरीकों का वैज्ञानिक विधियों से जोखिम विश्लेषण करा सकती हैं.

In order to determine the appropriate level of oversight, government bodies would presumably conduct a science-based risk analysis.

हालांकि दो कंपनियों के बीच स्थापित निजी समझौतों में, उदाहरण के लिए, ऋण उद्यम और जोखिम विश्लेषण के प्रदर्शन के लिए मानदंड नहीं भी हो सकते हैं।

However, in private agreements between two companies, for example, there may not be benchmarks for performing due diligence and risk SWOT विश्लेषण पद्धति के प्रकार analysis.

अंतर्सरकारी जलवायु परिवर्तन समिति (IPCC) ने ८० देशों के २,५०० से अधिक जलवायु-वैज्ञानिकों, अर्थशास्त्रियों और जोखिम-विश्लेषण विशेषज्ञों की राय ली, और यह समिति संभवतः सबसे प्रमाणिक उत्तर देती है।

Why Why Analysis In Hindi - 5 Why Analysis क्या है?

Why Why Analysis या 5 Why Analysis यह एक ऐसी तकनीक है जिसमे हर बार प्रश्नों के एक अलग क्रम को दोहराया जाता है, जिसका उपयोग किसी विशेष समस्या के कारण और प्रभाव संबंधों का पता लगाने के लिए किया जाता है।

आसान भाषा में कहा जाये तो यह "5 Why" बार बार दोहराने वाली पूछताछ विधि है, जिसमे why नामक बार बार सवाल पूछा जाता है। इस तकनीक से किसी भी प्रकार के समस्या का मूल कारण को समझा जा सकता है और उस समस्या का समाधान भी किया जा सकता है, इसलिए यह तकनीक मूल कारण विश्लेषण याने Root Cause Analysis के रूप में भी जाना जाता है।

Why Why Analysis Example - 5 क्यों विश्लेषण का उदाहरण

किसी भी समस्या का एक ही मूल कारण नहीं होता है, इसलिए हर बार प्रश्नों को एक अलग क्रम में पूछते हुए विधि को दोहराना चाहिए जिससे कई मूल कारणों को उजागर किया जा सकता है।

5 Why का Root Cause Analysis कैसे पूरा करें?

सबसे पहले एक विशिष्ट समस्या से शुरू करें जैसे की, ऐसी कोनसी बात है जिससे समस्या हो रही है, उस पर पहले ध्यान केन्द्रित करना आवश्यक है।

बार बार पूछे की समस्या क्यों हो रही है, हर why के निचे उत्तर लिखें और जब तक आप समस्या के मूल कारण तक नहीं पहुंच जाते, तब तक आपके द्वारा लिखे गए प्रत्येक उत्तर के लिए "Why Why" पूछते रहें।

सुनिश्चित करें कि आप प्रत्येक "Why" के उत्तर के साथ अंतिम मूल समस्या के आसपास है।

Five Why Technique Tools

why why analysis के लिए दो प्राथमिक तकनीकों का उपयोग किया जाता है:

  • Fishbone Diagram
  • Tabular Format

फाइव व्हाई विधि नियोजन करने का सबसे आसान तरीका यह है कि, सभी सवाल-जवाब को केवल एक कागज पर लिख दिया जाए। परन्तु Fishbone Diagram या Tabular Format समस्याओं की पहचान करने की प्रक्रिया को आसान बनाता है।

5 Why Analysis के फायदे - Advantages of 5 Whys

  • समस्या के कारनो की पहचान और उनके लक्षणों की पहचान करने में मदद करता SWOT विश्लेषण पद्धति के प्रकार है।
  • समस्या को खोजना जटिल मूल्यांकन तकनीकों की तुलना में काफी आसान होता है।
  • Root Cause तक आसानी से जाया जा सकता है।
  • निरंतर सुधार और गुणवत्ता की और बढ़ा जा सकता है।
  • विभिन्न root cause के बिच का संबंध निर्धारित कर सकते है।
  • Process, Design, Inspection, इत्यादी को बेहतर बनाता है।
  • समस्या के वास्तविक मूल कारण पर विचार किये बिना, कार्रवाई करने से बचा जा सकता है।
  • किसी संस्था या कंपनी के 5 why analysis प्रक्रिया में प्रबंधन को शामिल करना आवश्यक है।
  • अधिक समस्या या कठिन विषयों के लिए एक सूत्रधार लाने पर भी विचार करें।
  • कंप्यूटर की जगह पेपर या व्हाइटबोर्ड का इस्तेमाल करें।
  • समस्या को लिखें और सुनिश्चित करें कि सभी लोग इसे समझें।
  • समस्या के लक्षणों के कारणों को नोट कीजिये।
  • समस्या के कारण और उनके प्रभाव संबंध के तर्क पर ध्यान दें।
  • 5 Whys के उत्तरों को अधिक सटीक बनाने का प्रयास करें।
  • अंतिम निष्कर्ष पर बिना जाये, पहले चरण दर चरण कारण की तलाश करें।
  • सभी प्रक्रिया का आकलन करें और विश्वास और ईमानदारी का माहौल बनाएं।
  • बार बार Why पूछें जब तक मूल कारण या Root Cause का पता नहीं लग जाता।
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