आरेख बनाएं

- कनेक्शन डाइग्राम के अनुसार कनेक्शन किए जाते हैं।
- कुंजी डालें। न्यूनतम तक रिओस्टे्ट का स्लाइडिंग संपर्क व्यवस्थित करें।
- अब, पाजिटिव बायस वोल्टेज प्रदान करने के लिए धीरे से रिओस्टेट संपर्क स्थानांतरित करें।
- वोल्टमीटर और मिली एमीटर रीडिंग नोट करें।
- रिओस्टेट स्लाइडर बदलकर बराबर चरणों में फारवर्ड धारा बढ़ाकर प्रक्रिया दोहराएं।
- यह देखा जा सकता है कि, शुरू में धारा बहुत धीरे-धीरे बढ़ती है। वोल्टेज के एक निश्चित मान के लिए, यह तेज वृद्धि दर्शाती है। संगत वोल्टेज उक्त डायोड के नी वोल्टेज का निरूपण करता है।
- X अक्ष के साथ-साथ फारवर्ड वोल्टेज और Y अक्ष के साथ-साथ फारवर्ड धारा के साथ ग्राफ बनाएं। इस ग्राफ से दिए गए पी-एन जंक्शन डायोड की फारवर्ड V-I विशेषताओं का पता चलता है l
Block diagram of Computer in Hindi | computer diagram with parts
फिर Central Processing Unit (CPU) अपना कार्य तीन सहायक ALU (Arithmetic Logic Unit), Control Unit, और Memory Unit उपकरणों की सहायता से पूरा करता हैं।निर्देश को कंप्यूटर में Raw Data के रूप में प्रस्तुत किया जाता है जो कि इनपुट उपकरण जैसे कीबोर्ड या माउस के माध्यम से इनपुट किया जाता है।
बाद में निर्देश को सीपीयू की मदद से प्रोसेस किया जाता है, और कंप्यूटर सिस्टम मुख्य रूप से Output Device की मदद से एक आउटपुट तैयार करता है। अस्थायी और स्थायी आरेख बनाएं रूप से Primary और Secondary stores device की सहायता से बड़ी मात्रा में डेटा को कंप्यूटर मेमोरी में स्टोर किया जाता है। इसे स्टोरेज डिवाइस कहा जाता है
CPU को कंप्यूटर का ब्रायन (Brian) कहा जाता हैं, क्योंकि सीपीयू द्वारा आवश्यक कार्रवाई के बिना उपयोगकर्ता को वांछित आउटपुट नहीं मिल सकता है।
सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (CPU) ही उन सभी इंस्ट्रक्शन को प्रोसेस करती है जो कंप्यूटर सिस्टम या पीसी को निर्देश के रूप में दिए जाते हैं। कंप्यूटर और उसके घटकों के ब्लॉक डायग्राम के लिए बेहतर से समझने के लिए आइये निचे block diagram of computer in hindi विस्तार से समझते हैं।
Table of Contents
कंप्यूटर का ब्लॉक आरेख (Block diagram of computer in Hindi) :
कंप्यूटर सिस्टम में कंप्यूटर सिस्टम के ब्लॉक आरेख ( Block diagram of computer ) कई भाग में अलग अलग प्रकार के होते हैं। कंप्यूटर प्रणाली के मूल घटक और भाग नीचे दिए गए हैं –
- इनपुट डिवाइस ( Input Devices )
- आउटपुट डिवाइसेज़ ( Output Devices )
- सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट ( Central Processing Unit – CPU)
- स्टोरेस यूनिट ( Storage Unit )
- ALU(Arithmetic Logic Unit)
- कण्ट्रोल यूनिट ( Control Unit )
01: Input devices of computer:
Instructions या information को कंप्यूटर सिस्टम या पीसी में इनपुट डिवाइस (input devices)जैसे कीबोर्ड, माउस, स्कैनर आदि की सहायता से प्रदान किया जाता है। कंप्यूटर सिस्टम को प्रस्तुत Instructions या Data आरेख बनाएं आरेख बनाएं को बाइनरी (binary) रूप में परिवर्तित किया जाता है फिर इसे आगे की प्रोसेस के लिए कंप्यूटर सिस्टम को भेजी जाती है।
इनपुट यूनिट (input unit) डेटा को सिस्टम में स्थानांतरित करने का कार्य करता है और बाद में इस डेटा को प्रोसेस किया जाता है और फिर सिस्टम आउटपुट यूनिट (output units) जैसे प्रिंटर(Printer), मॉनिटर(monitor ), स्पीकर(speakers) आदि के माध्यम से परिणाम के रूप देता है।
इनपुट डिवाइस (Input devices) बाहर से डेटा को प्राथमिक भंडारण उपकरणों (Primary Storage Devices) में दर्ज करते हैं। इनपुट डिवाइस दुनिया और हमारे कंप्यूटर सिस्टम के साथ संचार का एक साधन हैं।
इनपुट डिवाइस (Input device) कंप्यूटर के वह भाग (हार्डवेयर) होते हैं जिनके माध्यम से कंप्यूटर में कोई डाटा एंटर किया जा सकता है इनपुट के लिये आप की-बोर्ड, माउस इत्यादि इनपुट डिवाइस का प्रयोग करते हैं साथ ही Computer को सॉफ्टवेयर के माध्यम से कंमाड या निर्देश देते हैं यह i/o devices कहलाती है।
कुछ इनपुट डिवाइस:-
02: Output devices of computer:
आउटपुट डिवाइस कंप्यूटर हार्डवेयर का एक भाग है। यह कंप्यूटर से डेटा प्राप्त करता है और फिर उस डेटा को दूसरे रूप में अनुवादित करता है। दूसरे सब्द में कहे तो सूचना को मानव-पठनीय रूप में परिवर्तित करता है। वह ऑडियो, वीडियो, ग्राफिक्स या हार्ड कॉपी जैसे मुद्रित दस्तावेज़ हो सकता है।
एक इनपुट डिवाइस और एक आउटपुट डिवाइस के बीच मुख्य रूप से यह अंतर है कि एक इनपुट डिवाइस कंप्यूटर को डेटा भेजता है, जबकि एक आउटपुट डिवाइस कंप्यूटर से डेटा प्राप्त करता है।
उदाहरण के लिए, पॉडकास्ट रिकॉर्ड करने के लिए माइक्रोफोन का उपयोग करना इनपुट डिवाइस का उपयोग करने का एक उदाहरण है। कनेक्टेड स्पीकर के माध्यम से रिकॉर्ड किए गए पॉडकास्ट को सुनना आउटपुट डिवाइस का उपयोग करने का एक उदाहरण है। आउटपुट और इनपुट डिवाइस दोनों सहायक या परिधीय उपकरणों के उदाहरण हैं।
कुछ आउटपुट डिवाइस विजुअल डिस्प्ले यूनिट्स (VDU) यानी एक मॉनिटर , प्रिंटर , ग्राफिक आउटपुट डिवाइस, प्लॉटर, स्पीकर आदि हैं। इन दिनों एक नया प्रकार का आउटपुट डिवाइस विकसित किया गया है, जिसे स्पीच सिंथेसाइज़र के रूप में जाना जाता है, कंप्यूटर से जुड़ा एक तंत्र जो मौखिक आउटपुट को लगभग मानव भाषणों की तरह ध्वनि उत्पन्न करता है।
आउटपुट डिवाइस की चार अलग-अलग श्रेणियां हैं: दृश्य, डेटा, प्रिंट और ध्वनि। प्रत्येक आउटपुट डिवाइस उदाहरण में एक विशिष्ट काम होता है, इसलिए यहां मैं विशेष रूप से मुख्य आउटपुट डिवाइस तथा प्रत्येक डिवाइस कैसे काम करता है, के बारे बता रहा हूँ।
- मॉनिटर (Monitor)
- प्रिंटर (Printer)
- हेडफोन (Headphones)
- कंप्यूटर स्पीकर (Computer Speakers)
- प्रोजेक्टर (Projector)
03: Central Processing Unit – CPU (सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट )
सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (CPU) में फिर से ALU (अरिथमेटिक लॉजिक यूनिट) और CU (कंट्रोल यूनिट) होता हैं । निर्देश का सेट कंप्यूटर को कच्चे डेटा के रूप में प्रस्तुत करता है जो इनपुट डिवाइस जैसे कीबोर्ड या माउस द्वारा दर्ज किया जाता है। बाद में अनुदेश के इस सेट को सीपीयू की मदद से संसाधित किया जाता है, और कंप्यूटर सिस्टम आउटपुट डिवाइसों की मदद से ( मुख्य रूप से प्रिंटर और मॉनिटर ) परिणाम प्रदान करता है।
अस्थायी रूप प्राइमरी और सेकण्डरी मेमोरी उपकरणों की मदद से कंप्यूटर मेमोरी में बड़ी मात्रा में डेटा संग्रहीत करता है। इसे भंडारण उपकरणों के रूप में भी कहा जाता है
मानो तो सीपीयू कंप्यूटर का दिल है। CPU द्वारा आवश्यक कार्रवाई के बिना उपयोगकर्ता वांछित आउटपुट प्राप्त नहीं कर सकता। केंद्रीय प्रसंस्करण इकाई [CPU] सभी निर्देशों को संसाधित करते है जो कंप्यूटर सिस्टम या पीसी को दिया जाता है।
कंप्यूटर सिस्टम के मूल घटकों और भाग नीचे दिए गए हैं:
- Input Devices – इनपुट डिवाइस
- OutPut Device -आउटपुट डिवाइस
- CPU (Central Processing Unit) – सीपीयू (सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट)
- Storage Unit – भंडारण इकाई
- ALU (Arithmetic Logic Unit) – एएलयू (अंकगणितीय तर्क इकाई)
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आरेख बनाएं
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ग्राफी पुटक (ग्राफिएल फॉलिकिल .
Updated On: 27-06-2022
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Aap ko kya acha nahi laga
Question Details till 16/11/2022
नमस्कार दोस्तों महाराज के पास नहीं है गरासिया फोटो ज्ञानी की ग्राफियन फॉलिकल का एक नामांकित आरेख बनाइए तो हमें प्रश्न में पूछा गया है कि ग्राहकों तक का एक नाम के चित्र बनाना है यानी कि आज केक बनाना है सर्वप्रथम देखते हैं कि ग्राहक क्या होता है दोस्तों ग्राफी कोटक जिस प्रकार से हम सब जानते हैं कि मादा में जो अंडा से होता क्या होता से और मादा में जो अंडे की संख्या होती है वह दो होती है यानी कि अंडा से जो होते हैं वह जोड़ों में पाए जाते हैं और लिख सकते हैं कि दो अंडा से होते हैं ठीक है और यहां अंडा से क्या करते हैं कि अंडाणु का निर्माण करते हैं अंडा से जो होते हैं यह क्या करते हैं अंडाणु बनाते हैं या अंडाणु का निर्माण करते हैं ठीक है और इस प्रकार की जो क्रिया होती हैं अंडाणु बनने की इस प्रकार की क्रिया को हम पंडित जनन कहते हैं क्योंकि दोस्तों एक परिपक्व माता की योग्य के निर्माण को हम पंडित जनन के नाम से जानते हैं तो यह प्रोसेस को हम क्या कहेंगे अंड जनरल ठीक है तो हम लिखते हैं अंड जनन अब दोस्तों बात करते हैं कि इसमें ग्राफी बुटक क्या होता है यह संडे
के अंदर क्या होता है कि जरूर कदम जो यह रेड रेड कलर की हमें जो वही का दिखा दे रही इस वही का को हम रक्त वाहिका के नाम से जानते हैं या रुधिर वाहिका कहते हैं ठीक है और इस रुधिर वाहिका से क्या होगा कि यह आगे जाकर एक आवरण स्प्रेचर जाएगा जिसके कारण हानि से प्राथमिक प्रोडक्ट के नाम से जानेंगे और उच्च प्राथमिक मृतक के बाद क्या होगा जीते टोटल बनेगा उसी प्रकार से तर ते टूटन बनेगा और तरतीपुर के बाद क्या होगा कि एक संरचना ऐसी आएगी जिसके ऊपर तीन से ताल्लेर और चल जाएगी और यह जो प्राथमिक डर गए हैं इसके अंतर्गत हो जाएगा और धीरे-धीरे पकने लगेगा तो यह जो क्रिया होती है यह जो आकर बनेगा यहां आकर हम इसमें देख सकते हैं और यही गाजीपुर तक होता है ठीक है तो यह है हमारा ग्राफी बूटा का एक नामांकित चित्र एक नामांकित आरेख इसमें क्या होता है कि यह जो ग्राफी पुस्तक है इसका जो मॉडिफिकेशन चित्र हैं वह यहां हैं ठीक है तो हम इसमें देखते हैं आरेख बनाएं कि जो बीच में जो पाया जाता है यह केंद्र की तरह इसे हम उस साइड कहते
या इसे हम उस साइड के अतिरिक्त पाठक के नाम से भी जानते किस नाम से फोटो के नाम से ही संपूटा कहते हैं और इसके जो भाई का आवरण होता है यह इस प्रकार के आवरण को हम जो ना मिलूं सीधा के नाम से जानते हैं किस नाम से जोड़ना वैल्यू सीधा के नाम आरेख बनाएं से ठीक है इसके अतिरिक्त अगर हम देखें तो इसके बीच का जो यह खाली आवरण होता है इसे हम एंट्रम कहते हैं क्या कहते हैं एंट्रम और अब बात करते हैं कि इसकी चुप भाई आवरण होता है जो बाहर की झिल्ली होते हैं उसे हम बाय थे क्या कहते हैं क्योंकि यह बाएं तरफ का होता है ठीक है जिसके गाना में सेवाएं का कहते हैं और इसी प्रकार से जो भाई तरफ होता है उसे भाई टिका उधर जो अंदर ही प्यारा होता है जो आंतरिक होता है उसे हम क्या कर रहे हैं उसे हम आंतरिक ठेका कहते हैं ठीक है आंतरिक विकास के आसपास का जो इस योर जो साइड होता है इसे हम पूरा कर देंगे इस कोटा के आसपास
आवरण होता है इसे हम को सुना रे डाटा के नाम से जानते हैं और क्या होता है कि अब यह ग्राहकों तक जो होता है यह तृतीय पाठक के बाद की जो अवस्था होती है इसके अंतर्गत आता है और यह जो ग्राफी फोटो बताइए यहां से फूटता है ठीक है और यहां से उठेगा तो इसमें से क्या निकलेगा इसमें से अंडाणु निकलेगा या ने की ठंडक निकलेगा यहां बता सकते हैं कि अंडाणु का निर्माण होगा इसमें से क्या निकलेगा इसमें से अंडा में निकलेगा जिस प्रकार के हम इस चित्र में देख सकते हैं यह क्या है यह राशि बूटा के हैं और इस ग्राहक में से क्या होगा कि अंडाणु का निर्माण होगा जब यहां ग्राहकों तक जैसे ही टूटेगा तो यह फूटने के बाद कुछ ऐसी संरचना इसकी हो जाएगी नहीं तो यहां से यह टूटेगा तो इसकी संरचना हो जाएगी और यह अंडाणु बाहर निकल जाएगा यह क्या है यह इस प्रकार से यहां अंडाणु बनने की जो क्रिया होती हैं इस क्रिया को हम अंडोत्सर्ग के नाम से भी जानते किस नाम से अंडोत्सर्ग खेत्री जिस प्रकार की हमने देखा कि एक परी का
घुमा दे घुमा के निर्माण कोई हम अन्य जनन कहते हैं इस प्रकार की प्रोसेस को मंडे जन्म भी कहते हैं तो इसके बाद क्या होता है कि यह जो भाग होता है इसे हम कार्पस लुटियम के नाम से जानते हैं और यह एक प्रकार के हार्मोन का स्त्राव मन करता है कि हम प्रेग्नेंट हार्मोन के नाम से भी जानते तो हमने देखा दोस्तों की ग्राफिक तक का एक नामांकित चित्र आरेख धन्यवाद दोस्तों आशा करता हूं आपको यह उत्तर जरूर समझ में आया होगा
कार्बन साइकिल लेबल करें
कार्बन चक्र में होने वाली प्रक्रियाओं के बारे में सीखते समय, छात्रों के लिए आरेख बनाने में यह बहुत मददगार हो सकता है! इस गतिविधि में, छात्र एक कार्बन चक्र आरेख बनाएंगे और चक्र के माध्यम से कार्बन की गति को प्रदर्शित करेंगे। छात्रों को अपने आरेख में प्रत्येक प्रक्रिया को भी समझाना चाहिए। तैयार पोस्टरों को एक प्रस्तुति के रूप आरेख बनाएं में मुद्रित या उपयोग किया जा सकता है!
आप इस गतिविधि को छात्रों को उनके आरेखों में शामिल करने के लिए प्रक्रियाओं की एक सूची देकर संशोधित कर सकते हैं या उन्हें पहले से ही एक दृश्य प्रदान कर सकते हैं और उन्हें लेबल में भर सकते हैं। इस गतिविधि का विस्तार छात्रों को यह बताने में करें कि जब कार्बनिक रहता है तो विघटित नहीं होता है और जीवाश्म ईंधन बनाया जाता है।
टेम्पलेट और क्लास निर्देश
(ये निर्देश पूरी तरह से अनुकूलन योग्य हैं। "कॉपी एक्टिविटी" पर क्लिक करने के बाद, असाइनमेंट के एडिट टैब पर निर्देशों को अपडेट करें।)
छात्र निर्देश
आप Storyboard That पर अपना स्वयं का मॉडल बनाने के लिए कार्बन चक्र के अपने ज्ञान का उपयोग करने जा रहे हैं।
- "प्रारंभ असाइनमेंट" पर क्लिक करें।
- कार्बन चक्र को दिखाने के लिए एक उपयुक्त दृश्य का पता लगाएं। वर्ण और आइटम आवश्यकतानुसार जोड़ें।
- वायुमंडल, जीवमंडल, जलमंडल और भू-मंडल के बीच कार्बन चक्र में कार्बन की गति को दिखाने के लिए तीरों का उपयोग करें।
- टेक्स्ट और एरो के साथ कार्बन चक्र के मुख्य भागों को लेबल करें।
- टेक्स्ट बॉक्स के साथ कार्बन चक्र के बारे में अतिरिक्त जानकारी जोड़ें। आपको वर्णन करना चाहिए कि प्रत्येक चरण में क्या हो रहा है।
- अपना स्टोरीबोर्ड सहेजें और सबमिट करें।
पाठ योजना संदर्भ
क्रम स्तर 6-12
कठिनाई स्तर 3 (महारत हासिल करना)
असाइनमेंट का प्रकार व्यक्तिगत, साथी या समूह
रूब्रिक
(आप Quick Rubric पर भी अपना बना सकते हैं।)
कार्बन चक्र के एक मॉडल को फिर से बनाएं वायुमंडल, जीवमंडल, जलमंडल और भौगोलिक क्षेत्र में चक्र में कार्बन की गति को दिखाने के लिए तीरों का उपयोग करें प्रत्येक प्रक्रियाओं के विवरणों को तब लेबल और लिखने के लिए टेक्स्टबेस का उपयोग करें
सभी तीर सही ढंग से दिखा रहे हैं कि वातावरण, जीवमंडल, जलमंडल और भौगोलिक क्षेत्र में कार्बन किस प्रकार चलता है।
अधिकांश तीर सही ढंग से दिखा रहे हैं कि वातावरण, जीवमंडल, जलमंडल और भौगोलिक क्षेत्र में कार्बन किस प्रकार चलता है।
कुछ तीर सही ढंग से दिखा रहे हैं कि वातावरण, जीवमंडल, जलमंडल और भौगोलिक क्षेत्र में कार्बन किस प्रकार चलता है
सभी प्रक्रिया विवरण सही नहीं व्याकरण या वर्तनी की गलतियों के साथ हैं और इसमें अच्छे वैज्ञानिक शब्दावली शामिल हैं
अधिक Storyboard That गतिविधियों के लिए
कार्बन चक्र
गोपनीयता और सुरक्षा
Storyboard That प्रत्येक संस्करण में एक अलग गोपनीयता और सुरक्षा मॉडल है जो अपेक्षित उपयोग के अनुरूप है।
निशुल्क संस्करण
सभी स्टोरीबोर्ड सार्वजनिक हैं और इसे किसी भी व्यक्ति द्वारा देखा और कॉपी किया जा सकता है वे Google खोज परिणामों में भी दिखाई देंगे।
व्यक्तिगत संस्करण
लेखक स्टोरीबोर्ड को सार्वजनिक करने या अनलिस्टेड के रूप में चिह्नित करने का विकल्प चुन सकता है। आरेख बनाएं असूचीबद्ध स्टोरीबोर्ड को एक लिंक के माध्यम से साझा किया जा सकता है, लेकिन अन्यथा छिपी रहेंगे
शैक्षिक संस्करण
सभी स्टोरीबोर्ड और छवियां निजी और सुरक्षित हैं शिक्षक अपने सभी छात्रों के स्टोरीबोर्ड को देख सकते हैं, लेकिन छात्र केवल अपने स्वयं का ही विचार कर सकते हैं। कोई भी और कुछ भी नहीं देख सकता है। यदि वे साझाकरण की अनुमति देना चाहते हैं तो शिक्षक सुरक्षा को कम करने का विकल्प चुन सकते हैं।
व्यापार संस्करण
सभी स्टोरीबोर्ड निजी और माइक्रोसॉफ्ट Azure द्वारा होस्ट एंटरप्राइज क्लास फ़ाइल सुरक्षा का उपयोग कर पोर्टल के लिए सुरक्षित हैं पोर्टल के भीतर, सभी उपयोगकर्ता सभी स्टोरीबोर्ड को देख सकते हैं और कॉपी कर सकते हैं। इसके अलावा, किसी भी स्टोरीबोर्ड को "शेयर करने योग्य" बनाया जा सकता है, जहां स्टोरीबोर्ड के लिए एक निजी लिंक बाह्य रूप से साझा किया जा सकता है
आरेख बनाएं
प्रश्न 17 : आर्गल आरेख क्या है? इसके आधार क्या हैं? विवेचना करते हुए d 1 तथा d 9 विन्यासों के लिए अष्टफलकीय तथा चतुष्फलकीय क्षेत्र में आर्गल आरेख बनाइए।
उत्तर–ऑर्गल आरेख– संक्रमण धातु संकुलों के इलेक्ट्रॉनिक स्पेक्ट्रमों की सैद्धान्तिक व्याख्या के लिए आर्गल आरेखों को काम में लिया जाता है।
ऊर्जा स्तरों के मध्य e — संक्रमण के कारण अवशोषण बैंड उत्पन्न होते हैं तथा इन बैंडों की स्थिति Δ के मान पर निर्भर करती है।
संकुल की ज्यामिती, केन्द्रीय धातु परमाणु का e — विन्यास तथा ऑक्सीकरण अवस्था, लिगेण्डों द्वारा उत्पन्न क्षेत्रों की प्रबलता आदि घटक ऊर्जा स्तरों के अन्तर Δ के मान को प्रभावित करते हैं। इस प्रकार पदों की ऊर्जा व क्रिस्टल फील्ड की प्रबलता को चित्रित करने वाले सहसम्बन्ध आरेख को ही ऑर्गल आरेख कहते हैं।
आर्गल आरेख में केवल उन विन्यासों को सम्मिलित किया गया है, जिनकी बहुकता निम्न ऊर्जा पद की होती है।
अष्टफलकीय d 1 से d 9 विन्यास के लिए ऑर्गल आरेख
d 1 के लिए ऑर्गल आरेख— इसके लिए अष्टफलकीय क्षेत्र में Ti +3 (d 1 ) आयन का ऑर्गल आरेख बनाते हैं।
क्रिस्टल फील्ड की अनुपस्थिति में d 1 विन्यास को सममित लेवल द्वारा चित्र के बाईं ओर प्रतीक 2D द्वारा लिखा गया है। जब धातु आयन पर अष्टफलकीय क्षेत्र लगता है तो यह पद निम्नतम अवस्था प्रदर्शित करता है। व 2t2g ऊर्जा स्तर व उत्तेजित अवस्था वाले 2eg ऊर्जा स्तरों में विभाजित हो जात है यहाँ 2D पद विपाटन बिल्कुल d- कक्षकों के विभाजन जैसा है। जिसमें d’e — विन्यास वाले धातु आयन की अष्टफलकीय क्षेत्र में t’2g निम्नतम अवस्था व e’g उत्तेजित अवस्था प्राप्त होती है। क्रिस्टल क्षेत्र की प्रबलता बढ़ने के साथ-साथ इन ऊर्जा स्तरों के मध्य ऊर्जा अन्तर Δ का मान बढ़ता चला जाता है। यहाँ e — का स्थानान्तरण कम ऊर्जा के 2t2g पद से उच्च ऊर्जा के 2εg पद तक होता है।
2t2g →2eg[e — का स्थानान्तरण
d 9 के लिए ऑर्गल आरेख– निम्नतम अवस्था में d 9 विन्यास को एक ऐसे पूर्ण रूप से भरे हुए सममित इलेक्ट्रॉनिक विन्यास से बना माना जा सकता है जिसमें एक e — के स्थान पर एक vacancy हो जिसे hole कहते हैं। इसके लिए d 9 विन्यास का Cu +2 आयन के लिए ऑर्गल आरेख दिखाया गया है—
आरेख बनाएं
इस आयन के लिए कक्षकों के विपाटन के पश्चात् t2g कक्षक पूर्ण रूप से भरे रहेंगे तथा शेष तीन e—eg कक्षक में स्थान ग्रहण करते हैं जिससे संकुलित Cu +2 विन्यास t2g 6 eg 3 हो जाएगा। अत: निम्नतम अवस्था में hole eg कक्षक में पाया जाएगा। उत्तेजित अवस्था में एक e Θ t2g से t2g कक्षक में चला जाता है एवं hole का स्थानान्तरण eg से t2g कक्षक में हो जाता है। इस प्रकार d 9 विन्यासों आयन के संकुल में hole का स्थानान्तरण d 1 विन्यास वाले आयन के e — स्थानान्तरण के विपरीत दिशा में होता है।
चतुष्फलकीय क्षेत्र में d-कक्षकों का विभाजन निम्नतम ऊर्जा के आरेख बनाएं 2e कक्षकों में उच्चतर 3t2 कक्षकों में होता है।
इस प्रकार d 1 विन्यास के लिए चतुष्फलकीय क्षेत्र में ऊर्जा स्तर आरेख अष्टफलकीय क्षेत्र के आरेख से विपरीत होता है। अब चूंकि d 9 अष्टफलक भी d 1 अष्टफलक से विपरीत होता है। अतः d 1 चतुष्फलक व d 9 अष्टफलक के विन्यास समान होंगे। इसी प्रकार d 9 चतुष्फलक व d 1 अष्टफलक के विन्यास भी समान होंगे। इस प्रकार प्राप्त इन आरेख बनाएं दोनों विन्यासों को मिलाकर एक आरेख बनाया जाता है, जिसे ऑर्गल आरेख कहते हैं।
इस प्रकार अष्टफलकीय व चतुष्फलकीय क्षेत्रों में d-कक्षकों व ऊर्जा पदों का विभाजन परस्पर विपरीत होता है, इसी प्रकार 1 व 1 hole वाले विन्यासों के लिए इन ऊर्जा स्तरों का विभाजन भी विपरीत होता है। अत: अष्टफलकीय क्षेत्र में जिस विन्यास के लिए ऊर्जा स्तरों का विभाजन दाएँ भाग से प्रदर्शित किया गया उन्हीं विन्यासों के लिए चतुष्फलकीय क्षेत्र में पदों का विन्यास बायाँ होगा। एक hole वाली संरचना [d 4 व d 9 ] अष्टफलकीय क्षेत्र में बायीं ओर व चतुष्फलकीय क्षेत्र में दायीं ओर स्थान ग्रहण करती है, इन सभी विन्यासों के लिए निम्नतम अवस्था से अधिक ऊर्जा वाली एक अवस्था और होती है तथा उनके मध्य ऊर्जा अन्तर क्रिस्टल फील्ड ऊर्जा Δ होता है जिसके कारण स्पेक्ट्रम में एक बैंड व एक इलेक्ट्रॉनिक संक्रमण अपेक्षित है।
प्रक्रिया
- कनेक्शन डाइग्राम के अनुसार कनेक्शन किए जाते हैं।
- कुंजी डालें। न्यूनतम तक रिओस्टे्ट का स्लाइडिंग संपर्क व्यवस्थित करें।
- अब, पाजिटिव बायस वोल्टेज प्रदान करने के लिए धीरे से रिओस्टेट संपर्क स्थानांतरित करें।
- वोल्टमीटर और मिली एमीटर रीडिंग नोट करें।
- रिओस्टेट स्लाइडर बदलकर बराबर चरणों में फारवर्ड धारा बढ़ाकर प्रक्रिया दोहराएं।
- यह देखा जा सकता है कि, शुरू में धारा बहुत धीरे-धीरे बढ़ती है। वोल्टेज के एक निश्चित मान के लिए, यह तेज वृद्धि दर्शाती है। संगत वोल्टेज उक्त डायोड के नी वोल्टेज का निरूपण करता है।
- X अक्ष के साथ-साथ फारवर्ड वोल्टेज और Y अक्ष के साथ-साथ फारवर्ड धारा के साथ ग्राफ बनाएं। इस ग्राफ से दिए गए पी-एन जंक्शन डायोड की फारवर्ड V-I विशेषताओं का पता चलता है l
रिवर्स V-I की विशेषताएं:
- जैसे चित्र में दिखाया गया है, सर्किट आरेख बनाएं।
- कुंजी डालें। अधिकतम तक रिओस्टेट का स्लाडिंग संपर्क व्यवस्थित करें।
- रिवर्स बायस वोल्टेज प्रदान करने के लिए रिओस्टेट का स्लिाइडिंग संपर्क स्थानांतरित करें।
- वोल्टमीटर और माइक्रो एमीटर रीडिंग नोट करें।
- बराबर चरणों में रिवर्स वोल्टेज बढ़ाकर प्रक्रिया दोहराएं।
- शुरू में धारा धीरे-धीरे बढ़ती है और जब रिवर्स वोल्टेज एक निश्चित मान का हो जाता है, तो तेजी से बढ़ती है। इस वोल्टेज को रिवर्स ब्रेकडाऊन वोल्टेज के रूप में जाना जाता है।
- X अक्ष के साथ-साथ रिवर्स वोल्टेज और Y अक्ष के साथ-साथ रिवर्स धारा के साथ ग्राफ बनाएं। इस ग्राफ से दिए गए पी-एन जंक्शन डायोड की रिवर्स V-I विशेषताओं का पता चलता है l