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कमीशन और फैलता है

कमीशन और फैलता है
October 5th, 2021 Sonia Satya News, आम मुद्दे, ख़बरें, भिवानी 0 comments

बैठक में मौजूद लोग

सरधना में दूषित पानी का कहर जारी, हैजा फैलने से चार की मौत।-Medhajnews

मेरठ से सटे सरधना के मोहल्ला चमारान में दूषित पानी पीने से कई के बीमार होने का सिलसिला लगातार जारी है। सोमवार को दूषित पानी से बीमार चल रहे अब तक चार लोगो ने दम तोड़ दिया है। दूषित पानी से मंडी चमारान में यह चौथी मौत है जिससे बस्ती के लोगों में दहशत फैली हुई है। अभी तक प्रशासन ने लापरवाही और बीमारी के कारण को लेकर पालिका प्रशासन के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। वहीं लोगों के बीमार होने के बाद नगर के लोग दहशत में हैं। यहां तक कि वे पानी पीने से डर रहे हैं। मजबूरन लोग बाहर से बोतल बंद पानी ला रहे हैं। पालिका ने पानी के नमूने जांच के लिए भेजे हैं। मोहल्लावासियों का कहना है कि टंकी के पानी में सफेद रंग आ रहा था।

शिकायत के बाद भी पालिका प्रशासन ने गंभीरता से नहीं लिया। ऐसे में प्रथमदृष्टया पालिका प्रशासन की लापरवाही सामने आ रही है। मोहल्ला मंडी चमारान में दूषित पानी लोगाें को न भरने वाले जख्म दे रहा है। चमारान मोहल्ला निवासी हुमैरा पुत्री आबिद मायके आई थी। दूषित जल से बीमार होने पर उसको पांच दिन आनंद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। महिला की डिलीवरी का समय नजदीक था। महिला के पेट में संक्रमण होने से गर्भ में ही शिशु की मौत हो गई। इसके बाद महिला की हालत बिगड़ गई। महिला की जान बचाने के लिए चिकित्सकों ने ऑपरेशन कर मृत बच्चे को निकाला। संक्रमण के कारण महिला की हालत गंभीर है। पिछले दिनों सरधना में दूषित पानी पीने से अब तक करीब ढाई सौ लोग बीमार पड़े थे। जिसमें से 60 रेफर किए गए थे। जिन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ले जाया गया। जहां से उन्हें मेरठ मेडिकल अस्पताल रेफर कर दिया गया। सरधना कस्बे के मंडी चमारन मोहल्ले में कई दिनों से पानी की टंकी में दूषित पानी सप्लाई हो रहा | दूषित पानी में साबुन की तरह झाग निकल रहे थे। जो थोड़ी देर बाद स्वयं ही समाप्त हो जाता था। उसमें बदबू भी थी। खाना बनाने के दौरान रोटी काली हो जा रही थी।

भिवानी:’राईट टू सर्विस कमीशन’ ने जारी किया ऑटो अपील सिस्टम,शिकायतों का होगा तुरंत समाधान

October 5th, 2021 Sonia Satya News, आम मुद्दे, ख़बरें, भिवानी 0 comments

भिवानी। अब हरियाणा प्रदेश के निवासियों को अपनी समस्याओं के निपटान के लिए अधिकारियों के बार-बार चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे क्योंकि ‘राईट टू सर्विस कमीशन’ 31 विभागों और प्रदेश के 38 संस्थानों की 546 प्रकार की नोटिफाईड समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर निपटाने लगा है।

 राईट टू सर्विस कमीशन की कार्यशाला

राईट टू सर्विस कमीशन की कार्यशाला।

भिवानी में राईट टू सर्विस कमीशन की कार्यशाला

इसी के तहत मंगलवार को भिवानी के पंचायत भवन में ‘राईट टू सर्विस कमीशन’ की कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न विभागों के अधिकारियों और शिकायतकर्ताओं ने हिस्सा लिया। आयोग ने लोगों की समस्याओं को ना केवल निपटाने, बल्कि सम्मानपूर्वक हल करने का बीड़ा भी उठाया है। इसी को लेकर हैप्पीनस रेटिंग भी तय की गई है।

आयोग के चेयरमैन टीसी गुप्ता जानकारी देते हुए

आयोग के चेयरमैन टीसी गुप्ता जानकारी देते हुए।

ऑटो अपील तकनीक वाला पहला राज्य हरियाणा

कमीशन के चेयरमैन टीसी कमीशन और फैलता है गुप्ता ने कहा कि हरियाणा, देश में ऐसा पहला राज्य बन गया है, जिसने जनता की समस्याओं के हल ना होने की दशा में उनकी ‘ऑटो अपील’ किए जाने की तकनीक अपनाई है। इन्होंने बताया कि आयोग 31 विभागों और 38 संस्थाओं की 546 तरह के नोटिफाईड कार्यो की सुनवाई करता है। इनमें से 277 तरह की समस्याएं सरल पोर्टल के माध्यम से और 184 तरह की समस्याएं ऑनलाईन तरीके से और 85 प्रकार की समस्याएं ऑफलाईन तरीके से सुनने का काम करता है।

बैठक में मौजूद लोग

बैठक में मौजूद लोग।

शिकायतकर्ताओं को नहीं काटने होंगे कहीं चक्कर

इन्होंने कहा कि विभाग ने पहली बार देश में ‘ऑटो अपील’ सिस्टम की शुरूआत की है। इसके तहत किसी भी व्यक्ति की समस्या कोई अधिकारी निर्धारित सिटीजन चार्टर के अनुसार हल नहीं करता है तो आयोग का सिस्टम अपने आप ही उच्च अधिकारियों के पास पहली,दूसरी और तीसरी अपील भेज देगा। इसके साथ ही शिकायतकर्ता की अपील की एक सूचना प्रथम अपील अधिकारी, दूसरी द्वितीय अपील अधिकारी और तीसरी खुद शिकायतकर्ता के पास ऑनलाईन तरीके से पहुंच जाएंगी। ऐसे में शिकायतकर्ता
को बार-बार विभागों के चक्कर काटने की आवश्यकता नहीं रहेगी।

Total Weekly Turnover Income

इस इनकम के तहत Affiliate Partner और उसके टीम के द्वारा हुई सप्ताहिक टर्नओवर का 10 प्रतिशत कंपनी द्वारा Affiliate Partner को दिया जाता है।

यहाँ पर टीम का मतलब डायरेक्ट Sponsored लोगों से है। यह इनकम सिर्फ Professional पैकेज खरीदने पर ही मिलती है।

Grow Partner Review

अब बात करते है, Grow Partner पर हमारे निजी रिव्यु की।

Grow Partner एक लीगल कंपनी है और यह एक नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी नहीं है, लेकिन इसका प्लान MLM जैसा जरूर है, जिसमें दूसरे लेवल की 1 डाउनलाइन से कमीशन आता है।

Grow Partner एक बड़ी राशि हर कोर्स के बदले ले रही है। जबकि आज के समय में ऐसे कोर्स आपको फ्री में YouTube या दूसरे एजुकेशन प्लेटफार्म पर मिल जाते है।
अगर आप प्रीमियम कोर्स की तरफ जाते है, तो वो भी आपको 500 रुपये में अच्छे से अच्छे कोर्स टॉप शिक्षक के मिल जाएंगे।

इसलिए यह समझना जरूरी है, कि लोग Grow Partner से कोर्स के लिए नहीं बल्कि कमीशन के लिये जुड़ रहे है, क्योंकि यहाँ 70% कमीशन जो मिल रहा है।

लोग स्वयं के फायदे के लिये Grow Partner और इसके कोर्स का बखान कर रहे है।

यह एफिलिएट मार्केटिंग नहीं है

अब बात करते है, इसके एफिलिएट प्रोग्राम की।

एफिलिएट मार्केटिंग में हम अपनी जनता (Audience) को अच्छे प्रॉडक्ट या सर्विस के बारे में बताते है और निष्पक्ष होकर प्रॉडक्ट का रिव्यु सामने रखते है। उसके बाद लोग रिव्यु के अनुसार प्रॉडक्ट को खरीदते है व कुछ प्रतिशत कमीशन एफिलिएट मार्केटर को जाता है।

कुल मिलाकर एफिलिएट मार्केटर समीक्षा करते है, प्रचार नहीं।

लेकिन यहाँ, लोग पहले से ही कमीशन के लिए कोर्स का बखान करते है, जिसकी कीमत कई गुना ज्यादा है। अगर यहाँ किफायती प्रॉडक्ट/सर्वीस का प्रचार होता, तो उसमें कुछ समस्या नहीं थी। लेकीन सिर्फ कमीशन के लिए कुछ भी प्रमोट करना अनैतिक है।

भारत में अभी Affiliate Marketing पर कोई नियंत्रण नहीं है, इसलिए कोई भी प्रोग्राम चल जाता है, उदाहरण में LeadsArk, Bizgurukul और Grow Partner भी है।

पहले कोर्स के नाम पर घोटाले नेटवर्क मार्केटिंग में बहुत होते थे, लेकिन अब एफिलिएट मार्केटिंग में भी ऐसा देखने को मिलता है।

नौकरियों पर आफत: टेक कंपनियों में छंटनी का दौर किस ओर कर रहा इशारा?

फोटो: Getty Images

फोटो: Getty Images

तसलीम खान @TasleemKhan

दुनिया की बड़ी टेक्नालॉजी कंपनियां अपने खाते खंगाल रही हैं और हिसाब-किताब का गुणा-भाग कर मौजूदा हालात और आने वाले वक्त की आहट के लिए खुद को तैयार करने में लगी हुई है। अभी कुछ महीने पहले तक जिन कंपनियों में मोटी तंख्वाह, बेशुमार लाभ और वक्त-वक्त पर मिलने वाले मोटे कमीशन और बोनस के लिए कमीशन और फैलता है जो कंपनियां दुनिया भर के टेक्नालॉजी प्रोफेशनल को लुभाती रही थीं, अब वही कंपनियां भारी संख्या में लोगों को बाहर का रास्ता दिखा रही हैं।

ताजा खबर आई है कि ऑनलाइन शॉपिंग और ओवर-द-टॉप (ओटीटी) कंटेंट मुहैया कराने वाली बड़ी कंपनी अमेज़न करीब 11,000 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाने वाली है। इससे पहले पिछले सप्ताह ही फेसबुक और व्हाट्सऐप की मिल्कियत वाली मार्क जकरबर्ग की कंपनी मेटा ने हजारों कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया। आईफोन और आईपैड जैसे महंगे गैजेट्स बनाने वाली कंपनी एपल ने हालांकि अभी कोई छंटनी तो नहीं की है, लेकिन आमतौर पर लगातार जारी रहने वाली भर्ती की रफ्तार एपल में जरूर धीमी हो गई है।

'पंजाब केसरी' लाला लाजपत राय जिन्होंने भारत को ऊधमसिंह और भगतसिंह दिए

'पंजाब केसरी' लाला लाजपत राय जिन्होंने भारत को ऊधमसिंह और भगतसिंह दिए

लाला लाजपत राय की असामयिक मृत्यु ने ग़ुलाम भारत को कितने ही ऊधमसिंह और भगतसिंह दिए, जो देश की कमीशन और फैलता है आज़ादी के लिए हंसते-हंसते कुर्बान हुए.

साल 1928 में साइमन कमीशन के खिलाफ एक कमीशन और फैलता है मौन विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे लाला लाजपत राय पर पुलिस अधीक्षक जेम्स स्कॉट के आदेश पर बेरहमी से लाठीचार्ज किया गया. विरोध कर रहे युवाओं को बेरहमी से पीटा गया. लाला लाजपत राय को सर पर चोट लगी, जिसमें वे गंभीर रूप से घायल हुए और कुछ ही हफ्तों बाद 17 नवम्बर, 1928 को उनकी मृत्यु हो गई.

उनकी असामयिक मृत्यु से पूरा देश स्तब्ध था. नौजवानों उत्तेजित हो उठे. चंद्रशेखर आज़ाद, भगतसिंह, राजगुरु, सुखदेव व अन्य क्रांतिकारियों ने लालाजी की मौत का बदला लेने का निर्णय किया. इस घटना के एक महीने बाद, 17 दिसंबर, 1928 को, ब्रिटिश पुलिस अफ़सर सांडर्स को गोली से उड़ा दिया. लालाजी की मौत के बदले सांडर्स की हत्या के मामले में ही राजगुरु, सुखदेव और भगतसिंह को फांसी की सज़ा सुनाई गई थी. लाला लाजपत राय खासकर युवाओं क्रांतिकारियों के लिए प्रेरणास्रोत रहे.

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