शेयर बाजार और स्टॉक एक्सचेंज

शेयर बाजार की हालत का सही अंदाजा देता है निफ्टी
भारत में दो प्रमुख शेयर बाजार (Share Market) सूचकांक हैं बॉंबे स्टॉक एक्सचेंज (Bombay Stock Exchange) या बीएसई (BSE) और शेयर बाजार और स्टॉक एक्सचेंज नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange) या एनएसई (NSE). बीएसई (BSE) जहां मुंबई में स्थित है और भारत की सबसे पुरानी सूचकांक प्रणाली है, वहीं एनएसई (NSE) बीएसई (BSE) के बाद बना और यह दिल्ली में स्थित है. भारतीय शेयर बाजार (Indian Share Market) इन्हीं दो सूचकांकों के आधार पर चलता है. निफ्टी (Nifty) एनएसई (NSE) सूचकांक के अंतर्गत आने वाला सूचकांक है.
निफ्टी और एनएसई
निफ्टी के अंतर्गत 50 कंपनियां रजिस्टर्ड हैं. यह इंडिया इंडेक्स सर्विसेज एंड प्रोडक्ट्स लिमिटेड के अंतर्गत आने वाला सूचकांक है. इंडिया इंडेक्स सर्विसेज एंड प्रोडक्ट लिमिटेड (IISL) एनएसई (NSE) तथा क्रिसिल (CRISIL या Credit Rating and Information Services of India Ltd) का संयुक्त उद्यम है. आईआईएसएल (IISL) सूचकांकों पर आधारित भारत की पहली कंपनी है. इसे अमेरिका की एस एंड पी (Standard & Poor’s) कंपनी से मार्केटिंग और लाइसेंसिंग का अधिकार मिला हुआ है. निफ्टी (Nifty) को निफ्टी सीएनएक्स (Nifty CNX) या निफ्टी 50 (Nifty 50) भी कहते हैं. निफ्टी सीएनएक्स (Nifty CNX) का अर्थ है क्रिसिल एनएसई सूचकांक (CRISIL NSE Index). निफ्टी (Nifty) भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) के 22 सेक्टरों का सूचकांक बताता है. सितंबर 2012 तक की जानकारी के अनुसार यह एनएसई (NSE) में सूचीबद्ध लगभग 67 प्रतिशत स्टॉक की मार्केट कैपिटल की जानकारी देता है.
बीएसई और सेंसेक्स
बीएसई जैसा कि ऊपर ही बताया गया है बॉंबे (मुंबई) स्टॉक एक्सचेंज (Bombay Stock Exchange) है. यह भारत की सबसे पुरानी सूचकांक प्रणाली है. इसके अंतर्गत 30 कंपनियां सूचीबद्ध हैं. सेंसेक्स (Sensex) बीएसई (BSE) के अंतर्गत आनेवाला संवेदी सूचकांक है तथा यह बीएसई में सूचीबद्ध 30 कंपनियों के कैपिटल में आए उतार चढ़ाव को प्रदर्शित करता है.
निफ्टी और सेंसेक्स में अंतर
निफ्टी (Nifty) और सेंसेक्स (Sensex) दोनों ही संवेदी सूचकांक हैं. दोनों में फर्क बस इतना है कि निफ्टी (Nifty) जहां नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange) का हिस्सा है, वहीं सेंसेक्स (Sensex) बॉंबे स्टॉक एक्सचेंज (Bombay Stock Exchange) का हिस्सा है. इसके अलावे दोनों में एक बड़ा अंतर यह भी है कि जहां बीएसई (BSE) के अंदर मात्र 30 कंपनियां सूचीबद्ध हैं, वहीं सेंसेक्स (Sensex) के अंतर्गत 50 कंपनियां. इसलिए निफ्टी (Nifty) शेयर बाजार (Share Market) के लिए ज्यादा विश्वासपरक साबित होती है क्योंकि जाहिर है कि 30 कंपनियों के मुकाबले 50 कंपनियों के कैपिटलाइजेशन का आंकलन बाजार की ज्यादा वास्तविक स्थिति दिखाएगा. पर अंत में दोनों ही संवेदी सूचकांकों का वास्तविक मकसद शेयर बाजार (Share Market) की स्थिति बताना ही है.
बाजार और संवेदी सूचकांक
यहां यह तो साफ है कि निफ्टी (Nifty) और सेंसेक्स (Sensex) दोनों ही संवेदी सूचकांक हैं जो इसके अंतर्गत सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों के उतार चढ़ाव का आंकलन करते हुए शेयर बाजार की वर्तमान स्थिति बताते हैं. शेयर बाजार (Share Market) की यह स्थिति भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) के लिए अत्यंत महत्त्वपूर्ण होती है. इसी के आधार पर निवेशक बाजार में निवेश की अपनी योजनाएं तय करते हैं. खासकर छोटे निवेशकों के लिए शेयर बाजार (Share Market) का सूचकांक उनके निवेश की पूंजी की दिशा तय करता है. शेयर बाजार (Share Market) के बढ़ते-घटते सूचकांकों के आधार पर ही वे तय करते हैं कि उन्हें किस कंपनी के शेयर खरीदने हैं या कहां निवेश करना है या निवेश करना है कितनी राशि निवेश करनी है. इसी प्रकार भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) की स्थिति को भी ये सूचकांक बहुत हद तक प्रभावित करते हैं. शेयर बाजार (Share Market) में सूचकांकों का लगातार गिरना जहां किसी भी देश की अर्थव्यवस्था (Nation’s Economy) के लिए अच्छा नहीं माना जाता, वहीं शेयर बाजार में निरंतर उछाल देश की मजबूत अर्थव्यवस्था (Economy) का द्योतक होता है. इससे निवेश की संभावनाएं बढ़ती हैं, जो अंत में देश की अर्थ्व्यवस्था (Nation’s Economy) को कई प्रकार से मजबूती प्रदान करता है.
Stock Market Holiday: दिवाली बलिप्रतिपदा पर आज शेयर बाजार बंद, बीएसई-एनएसई में नहीं होगा कारोबार
Stock Market Holiday: बुधवार यानी 26 अक्टूबर 2022 को बीएसई (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) और एनएसई (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) पर ट्रेडिंग पूरे सत्र के लिए बंद रहेगी।
भारतीय शेयर बाजार बुधवार को दिवाली बलिप्रतिपदा के कारण बंद रहेगा, इसलिए आज स्टॉक मार्केट में कोई व्यापारिक गतिविधि नहीं होगी। बीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार बुधवार यानी 26 अक्टूबर 2022 को बीएसई (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) और एनएसई (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) पर ट्रेडिंग पूरे सत्र के लिए बंद रहेगी।
बीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर 2022 के लिए शेयर बाजार की छुट्टियों की सूची के अनुसार, आज शेयर बाजार के इक्विटी सेगमेंट, इक्विटी डेरिवेटिव सेगमेंट और एसएलबी सेगमेंट में कोई खरीद-बिक्री नहीं होगी। इस बीच करेंसी डेरिवेटिव्स सेगमेंट और इंटरेस्ट रेट डेरिवेटिव्स सेगमेंट में ट्रेडिंग भी आज निलंबित रहेगी।
कमोडिटी सेगमेंट की बात करें तो मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) के तीनों मार्केट में पहले हाफ में ट्रेडिंग नहीं होगी, जबकि 26 अक्टूबर, 2022 को दूसरे हफ में शाम 5 बजे (शाम के सत्र) में ट्रेडिंग होगी।
इससे पहले बेंचमार्क इंडेक्स मंगलवार को लगातार सात दिनों तक बढ़त के बाद लाल निशान पर बंद हुए। इस दौरान बीएसई सेंसेक्स 287.70 अंक गिरकर 59,543.96 के लेवल पर आ गया, जबकि निफ्टी 74 अंकों की गिरावट के साथ 17,656 के स्तर पर बंद हुआ। शेयर बाजार में अगली छुट्टी आठ नवंबर को गुरुनानक जयंती के दिन रहेगी।
विस्तार
भारतीय शेयर बाजार बुधवार को दिवाली बलिप्रतिपदा के कारण बंद रहेगा, इसलिए आज स्टॉक मार्केट में कोई व्यापारिक गतिविधि नहीं होगी। बीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार बुधवार यानी 26 अक्टूबर 2022 को बीएसई (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) और एनएसई (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) पर ट्रेडिंग पूरे सत्र के लिए बंद रहेगी।
बीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर 2022 के लिए शेयर बाजार की छुट्टियों की सूची के अनुसार, आज शेयर बाजार के इक्विटी सेगमेंट, इक्विटी डेरिवेटिव सेगमेंट और एसएलबी सेगमेंट में कोई खरीद-बिक्री नहीं होगी। इस बीच करेंसी डेरिवेटिव्स सेगमेंट और इंटरेस्ट रेट डेरिवेटिव्स सेगमेंट में ट्रेडिंग भी आज निलंबित रहेगी।
कमोडिटी सेगमेंट की बात करें तो मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) के तीनों मार्केट में पहले हाफ में ट्रेडिंग नहीं होगी, जबकि 26 अक्टूबर, 2022 को दूसरे हफ में शाम 5 बजे (शाम के सत्र) में ट्रेडिंग होगी।
इससे पहले बेंचमार्क इंडेक्स मंगलवार को लगातार सात दिनों तक बढ़त के बाद लाल निशान पर बंद हुए। इस दौरान बीएसई सेंसेक्स 287.70 अंक गिरकर 59,543.96 के लेवल पर आ गया, जबकि निफ्टी 74 अंकों की गिरावट के साथ 17,656 के स्तर पर बंद हुआ। शेयर बाजार में अगली छुट्टी आठ नवंबर को गुरुनानक जयंती के दिन रहेगी।
Share Market Holiday : आज शेयर बाजार रहेगा बंद, नहीं होगा कामकाज, जानें- क्यों?
Share Market Holiday : आज शेयर बाजार बंद रहेगा. बीएसई और एनएसई पर कोई कामकाज नहीं होगा. शेयर मार्केट आज दिवाली बालि प्रतिपदा के कारण बंद रहेगा.
Published: October 26, 2022 9:00 AM IST
Share Market Holiday : भारतीय शेयर बाजार बुधवार को दिवाली बालिप्रतिपदा के कारण बंद रहेगा. इसलिए आज बीएसई और एनएसई पर कोई कामकाज नहीं होगा. बीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, बुधवार यानी 26 अक्टूबर 2022 को बीएसई (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) और एनएसई (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) पर ट्रेडिंग पूरे सत्र के लिए बंद रहेगी.
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बीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर 2022 के लिए शेयर बाजार की छुट्टियों की सूची के अनुसार, आज इक्विटी सेगमेंट, इक्विटी डेरिवेटिव्स सेगमेंट और एसएलबी सेगमेंट में कोई कामकाज नहीं होगा.
इस बीच, करेंसी डेरिवेटिव्स सेगमेंट और इंटरेस्ट रेट डेरिवेटिव्स सेगमेंट में भी ट्रेडिंग आज निलंबित रहेगी.
कमोडिटी सेगमेंट में, मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) में ट्रेडिंग तीनों स्टॉक मार्केट छुट्टियों पर पहली छमाही में बंद रहेगी, जबकि ट्रेडिंग 26 अक्टूबर, 2022 को शाम 5 बजे (शाम के सत्र) से दूसरी छमाही में होगी.
बीएसई और एनएसई पर 2022 में ट्रेडिंग अवकाश 8 नवंबर, 2022 को होगा, जो इस साल का आखिरी अवकाश भी होगा.
बीएसई की वेबसाइट पर उपलब्ध विवरण के अनुसार, शेयर बाजार की छुट्टियों पर, इक्विटी सेगमेंट, इक्विटी डेरिवेटिव सेगमेंट और एसएलबी सेगमेंट में कोई कामकाज नहीं होगा.
इस बीच, कमजोर एशियाई बाजार संकेतों और मिश्रित रुझानों के बीच, इक्विटी बेंचमार्क मंगलवार को कम हो गया, जिससे उनकी सात दिवसीय रैली पर विराम लग गया. बीएसई बेंचमार्क शुरुआती बढ़त को बनाए रखने में विफल रहा और 287.7 अंक गिरकर 59,543.9 पर बंद हुआ. इसी तरह एनएसई निफ्टी 0.4% गिरकर 17,656 पर बंद हुआ.
मंगलवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 7 पैसे की तेजी के साथ 82.81 (अनंतिम) पर बंद हुआ, क्योंकि कच्चे तेल की कीमतों में नरमी से निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई.
हिंदू संवत वर्ष 2079 की शुरुआत को चिह्नित करने के लिए सोमवार को एक घंटे के मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र में, बीएसई बेंचमार्क 524.5 अंक उछलकर 59,831.6 पर समाप्त हुआ. निफ्टी 0.8% बढ़कर 17,730 पर बंद हुआ.
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Stock Market Holiday: आज भारतीय शेयर बाजार में नहीं होगा कारोबार, इस साल का है आखिरी हॉलीडे
Stock Market Holiday November 2022: भारतीय शेयर बाजार शनिवार-रविवार के साप्ताहिक अवकाश के अलावा कई बार पर्व पर भी बंद . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : November 08, 2022, 08:23 IST
हाइलाइट्स
NCDEX पर आज दोनों सत्रों में कारोबार बंद रहेगा.
एमसीएक्स पर सुबह के सत्र में कारोबार नहीं होगा.
7 नवंबर को शेयर बाजार हरे निशान में बंद हुए थे.
नई दिल्ली. भारतीय शेयर बाजार में आज यानी मंगलवार 8 नवंबर को गुरुनानक जयंती (Guru Nanak Jayanti) के अवसर पर शेयर बाजार बंद (Stock Market Holiday) रहेंगे. आज न तो बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) खुलेगा और न ही नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर कारोबार होगा. बीएसई की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, 8 नवंबर 2022 को बीएसई और एनएसई पर ट्रेडिंग पूरे सत्र के लिए बंद रहेगी.
बाजार की छुट्टियों की लिस्ट के मुताबिक मंगलवार को इक्विटी सेगमेंट, इक्विटी शेयर बाजार और स्टॉक एक्सचेंज डेरिवेटिव्स सेगमेंट, कमोडिटी डेरिवेटिव्स सेगमेंट में कोई कामकाज नहीं होगा. बीएसई और एनएसई पर यह इस साल का आखिरी अवकाश होगा.
कमोडिटी डेरिवेटिव्स सेगमेंट और भारत के सबसे बड़ा कमोडिटी एक्सचेंज मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया (MCX) पर 8 नवंबर को ट्रेडिंग के पहले भाग (सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे के बीच) कारोबार बंद रहेगा. शाम के सत्र में शाम 5 बजे से 11:30 बजे तक कारोबार होगा. नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज लिमिटेड (NCDEX) पर आज दोनों सत्रों में कारोबार बंद रहेगा. इस कैलेंडर वर्ष में ट्रेडिंग कैलेंडर के अनुसार शेयर मार्केट व्यापारिक अवकाश के कारण 13 दिन बंद रहा है. 8 नवंबर की छुट्टी 2022 की अंतिम छुट्टी होगी.
शनिवार-रविवार को नहीं होता कारोबार
भारतीय शेयर शेयर बाजार और स्टॉक एक्सचेंज बाजारों में शनिवार और रविवार को साप्ताहिक अवकाश होता है. इसके अलावा कुछ अन्य दिनों पर भी यह बंद नहीं होता. ऐसा आमतौर पर किसी त्योहार या राष्ट्रीव पर्व पर ही होता है. शेयर मार्केट की छुट्टियों की जानकारी बीएसई की वेबसाइट से ली जा सकती है.
कल शेयर मार्केट में आया था उछाल
बीते्र कल, यानी सोमवार 7 नवंबर को भारतीय शेयर बाजार हरे निशान में बंद हुए हैं. बीएसई सेंसेक्स 234.79 अंकों की तेजी के साथ 61,185.15 पर बंद हुआ. निफ्टी50 में भी 85.60 अंकों की उछाल के साथ 18,202.80 पर बंद हुआ. बैंक निफ्टी (Nifty Bank) ने 428.25 अंकों की छलांग लगाई और 41,686.70 पर बंद हुआ. सेंसेक्स कल तेजी से साथ खुला था. एक बार इसने अपने आज के हाई से 400 अंकों का गोता लगाया. लेकिन, बाजार के बंद होते-होते यह संभल गया और बढ़त के साथ बंद हुआ.
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Stock Exchange क्या है कार्य और कैसे काम करता है | Stock Exchange in Hindi
Stock Exchange Kya Hai in Hindi: आज के इस लेख के द्वारा हम आपको शेयर मार्केट के Stock Exchange के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे. इस लेख में आपको जानने को मिलेगा कि Stock Exchange क्या है इन हिंदी, स्टॉक एक्सचेंज कैसे काम करता है, भारत के प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज कौन से हैं और स्टॉक एक्सचेंज का कार्य क्या है.
Stock Exchange एक Organized मार्केट होता है, जहाँ हर समय क्रेता और विक्रेता उपलब्ध होते हैं. स्टॉक एक्सचेंज में कई सारी कंपनियां लिस्ट होती हैं और निवेशक Companies के शेयर या प्रतिभूतियों में निवेश कर सकते हैं. स्टॉक एक्सचेंज के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए इस लेख को अंत तक जरुर शेयर बाजार और स्टॉक एक्सचेंज पढ़ें, क्योंकि इसमें आपको स्टॉक एक्सचेंज से सम्बंधित अनेक प्रकार की जानकारी मिलने वाली है.
तो चलिए शुरू करते हैं इस लेख को बिना समय गंवाए – शेयर एक्सचेंज क्या शेयर बाजार और स्टॉक एक्सचेंज है हिंदी में.
स्टॉक एक्सचेंज क्या है (Stock Exchange in Hindi)
स्टॉक एक्सचेंज दो शब्दों से मिलकर बना हुआ है एक स्टॉक और दूसरा एक्सचेंज. किसी कंपनी के शेयर या बांड को स्टॉक कहा जाता है और एक्सचेंज का मतलब खरीदना और बेचना होता है. स्टॉक एक्सचेंज को इस प्रकार से परिभाषित कर सकते हैं.
स्टॉक एक्सचेंज एक ऐसा स्थान होता है जहाँ पर निवेशक या ट्रेडर शेयर, बांड या सरकारी प्रतिभूतियाँ को खरीदते या बेचते हैं.
निवेशक केवल उन्हीं कंपनी के शेयर को खरीद या बेच सकते हैं जो कंपनियां स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध होती हैं. स्टॉक एक्सचेंज का नियामक SEBI होता है. स्टॉक एक्सचेंज सेबी के नियमों के अंतर्गत ही काम करते हैं.
जब किसी कंपनी को फण्ड जुटाने के लिए शेयर बाजार में पैसा उठाना होता है तो कम्पनी को पहले खुद को स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट करवाना होता है जिससे कि निवेशक कंपनी के शेयरों में निवेश कर सके.
जब कंपनी पहली बार अपने शेयर को शेयर बाजार में लाती ही तो उसे IPO (Initial Public offering) कहते हैं. स्टॉक एक्सचेंज में शेयर के अलावा बांड, म्यूच्यूअल फण्ड, सरकारी प्रतिभूतियाँ आदि में भी ट्रेडिंग की जाती है.
एक निवेशक स्टॉक एक्सचेंज से सीधे शेयर नहीं खरीद सकता है. निवेशक को शेयर खरीदने के लिए किसी ब्रोकर से अपना Demat Account और Trading Account खुलवाना होता है, जिसके जरिये निवेशक शेयर बाजार में ट्रेडिंग कर सकता है. सभी स्टॉक ब्रोकर स्टॉक एक्सचेंज के सदस्य होते हैं.
भारत में स्टॉक एक्सचेंज का इतिहास (History of Stock Exchange in Hindi)
दुनिया में सबसे पहले स्टॉक एक्सचेंज सन 1602 में Dutch East India Company के द्वारा नीदरलैंड में स्थापित किया गया था. आज इसे Euronext Amsterdam Stock Exchange के नाम से जाना जाता है. यह विश्व का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है.
भारत की बात करें तो भारत का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज Bombay Stock Exchange है, जिसकी स्थापना 1875 में मुंबई में हुई थी. BSE पुरे एशिया का भी सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है.
आज के समय में स्टॉक्स एक्सचेंज इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम के द्वारा होता है लेकिन पहले के समय में जब इंटरनेट नहीं था तब स्टॉक्स एक्सचेंज कागजों के द्वारा होता था. अगर कोई निवेशक किसी कंपनी के शेयर खरीदता था तो उसे एक सर्टिफिकेट मिलता है जो इस बात का प्रमाण रहता था कि निवेशक के पास कंपनी के शेयर हैं.
हालाँकि कागजी कारवाही में लगभग 6 महीनों का समय लग जाता था स्टॉक एक्सचेंज करने में इसलिए इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम की शुरुवात हुई. अब स्टॉक एक्सचेंज का सारा काम कंप्यूटराइज्ड किया जाता है.
स्टॉक एक्सचेंज के कंप्यूटराइज्ड होने से कई लोगों ने शेयर बाजार में निवेश करना शुरू किया, क्योंकि कागजों की तुलना में इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम सुरक्षित है.
स्टॉक्स एक्सचेंज कैसे काम करता है
स्टॉक एक्सचेंज निवेशक और कंपनी के बीच में एक मध्यस्थ शेयर बाजार और स्टॉक एक्सचेंज शेयर बाजार और स्टॉक एक्सचेंज की भूमिका निभाता है. जब कंपनी को फण्ड जुटाने के लिए पैसों की जरुरत होती है तो वह कुछ अपने कुछ प्रतिशत शेयर आम जनता के लिए सार्वजनिक करती है.
कंपनी को शेयर सार्वजनिक करने के लिए पहले खुद को स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट करवाना होता है, एक बार कंपनी स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट हो जाती है तो निवेशक ब्रोकर के द्वारा कंपनी के शेयर में ट्रेडिंग कर सकते हैं. जो ब्रोकर होता है वह स्टॉक एक्सचेंज का सदस्य होता है. एक निवेशक सीधे तौर पर स्टॉक एक्सचेंज से शेयर नहीं खरीद सकता है.
शेयर बाजार में हर समय शेयर खरीदने और बेचने के लिए अनेक सारे लोग उपलब्ध होते हैं. जब कोई निवेशक शेयर को खरीदना या बेचना चाहता है तो वह अपने आर्डर को लगा देता है. फिर स्टॉक एक्सचेंज का ट्रेडिंग सिस्टम स्वतः ही खरीदने और बेचने वाले को Match करवाकर Order Complete कर देता है.
स्टॉक एक्सचेंज में निवेश करने के तरीके
स्टॉक एक्सचेंज में दो प्रकार से निवेश किया जाता है –
#1 – प्राइमरी मार्केट
जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर को मार्केट में लाती है तो उसे IPO कहा जाता है. निवेशक जब कंपनी के IPO को खरीदता है तो उसे प्राइमरी मार्केट में खरीदना पड़ता है. मतलब कि प्राइमरी मार्केट में वह किसी अन्य निवेशक से कंपनी के शेयर को नहीं खरीद रहा है. प्राइमरी मार्केट में ही शेयर या प्रतिभूतियों का निर्माण होता है.
#2 – सेकेंडरी मार्केट
वास्तव में सेकेंडरी मार्केट को ही शेयर बाजार कहा जाता है. सेकेंडरी मार्केट में निवेशक कंपनियों को शामिल किये बिना शेयर में ट्रेड करते हैं. यानि कि सेकेंडरी मार्केट ऐसा मार्केट होता है जहाँ पर निवेशक सीधे तौर पर कंपनी से शेयर नहीं खरीदते हैं, कंपनियों के शेयरों को उन्हें अन्य निवेशकों से खरीदना पड़ता है.
भारत में मुख्य स्टॉक एक्सचेंज (Stocks Exchange in India)
भारत में मुख्य तौर पर दो स्टॉक एक्सचेंज हैं –
- BSE (Bombay Stocks Exchange)
- NSE (National Stocks Exchange)
#1 – BSE (Bombay Stocks Exchange)
BSE यानि कि बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज भारत ही नहीं बल्कि पुरे शेयर बाजार और स्टॉक एक्सचेंज एशिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है. BSE दुनिया का दसवां सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है.
BSE की स्थापना 1875 में हुई थी. BSE की शुरुवात भारत की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले शहर मुंबई में बरगद के एक पेड़ के नीचे हुई थी. उस पेड़ के नीचे कुछ लोग एकत्र होकर शेयरों की लेन – देन करते थे. धीरे – धीरे लोगों की संख्या बढ़ने लगी तो शेयरों की लेन – देन के लिए एक नया स्थान खोजा गया जो दलाल स्ट्रीट के नाम से प्रसिद्ध हुआ. BSE की स्थापना प्रेमचंद रायचंद के द्वारा 300 लोगों के साथ मिलकर की गयी थी.
BSE का सूचकांक (Index) Sensex है, जिसकी शुरुवात 1986 में हुई थी. BSE के प्रदर्शन को सेंसेक्स के द्वारा ही मापा जाता है. अगर सेंसेक्स बढ़ता है तो इसका मतलब है कि BSE में रजिस्टर कंपनियों के शेयर अच्छा प्रदर्शन कर रहें हैं. और यदि सेंसेक्स घटता है तो इसका मतलब है कि BSE में रजिस्टर कंपनियों के प्रदर्शन में गिरावट आई है. Sensex के प्रदर्शन को BSE में रजिस्टर Top 30 कंपनियों के आधार पर निर्धारित किया जाता है.