करेंसी ट्रेडिंग क्या होती है?

Forex Trading Kya Hai (forex trading, forex trading kaise kare, forex trading kaise suru kare, forex trading in hindi) फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है, कैसे सुरु करे, फॉरेक्स ट्रेडिंग की संपूर्ण जानकारी हिंदी में
Forex Trading क्या है ? Forex Trading कैसे करें – [2022] Forex Trading In Hindi
Forex trading kya hai In Hindi ,(what is forex trading in hindi ) forex trading kaise kare in hindi , (Forex trading in Hindi) , फोरेक्स ट्रेडिंग क्या है: नमस्कार दोस्तों आज मैं आपको बताऊंगा कि फोरेक्स ट्रेडिंग क्या होती है (What Is Forex Trading In Hindi) Forex Trading को Currency Trading भी कहते है क्योंकि Forex Trading में एक देश की Currency के बदले में दूसरे देश की Currency को ख़रीदा और बेचा जाता है।
दुनिया के सभी देशों की एक करेंसी होती है जैसे भारत का रुपया, अमेरिका का डॉलर, जापान का येन, ब्रिटेन का पाउंड इत्यादि इन सभी की एक कीमत होती है जो बाजार में Demand And Supply के आधार पर कम ज्यादा होती है, आपने अकसर न्यूज़ में सुना होगा की आज रुपये 0.40 पैसा गिर गया, आज रुपये 0.50 पैसा बढ़ गया जब रूपया कम या ज्यादा होता है तो कुछ लोग इसे कम दाम पर खरीद कर ज्यादा होने पर बेच देते है इसे ही फोरेक्स ट्रेडिंग या करेंसी ट्रेडिंग कहते है।
Forex trading क्या है : What is forex Trading in hindi
दोस्तों Forex सामान्य अर्थ होता है कि Foreign+exchange जिसका अर्थ होता है कि विदेशी मुद्रा का विनियम या विदेशी मुद्रा की खरीदारी या विदेशी मुद्रा की अदला बदली
Trading का सामान्य अर्थ होता है कि किसी भी चीज की खरीदारी या किसी भी चीज का मूल्य भाव तय करना या किसी भी चीज का व्यापार करना
तो इस प्रकार कह सकते हैं कि Forex trading– (Forex trading in Hindi) एक ऐसा क्रियाकलाप है जिसमें हम किसी अन्य देशों की करेंसी का एक जोड़ा खरीदते हैं और उस जोड़े में दो करेंसी होती है और उन करेंसी का मार्केट भाव ऊपर नीचे होता रहता है
भारत में करेंसी ट्रेडिंग शुरू कैसे करें – How To Start Forex Trading In India
बहुत सारे लोग पूछते है की क्या भारत में Currency Trading करना Allowed है तो इसका जवाब है, “हाँ भारत में करेंसी ट्रेडिंग करना वैध है” लेकिन भारत में सिर्फ 4 Currency Trading Pairs में ट्रेडिंग की जा सकती है और ये चार Currency Trading Pairs है USD/INR, EUR/INR, करेंसी ट्रेडिंग क्या होती है? GBP/INR JPY/INR. इनमें भारत के रुपये को दुसरे देशों की करेंसी के साथ Trade किया जाता है।
इनके अलावा 3 और Cross Currency Pairs है जिन पर ट्रेडिंग हाल – फिलहाल में ही शुरू हुई है और वे तीन क्रॉस करेंसी पेयर्स है EURO/USD, GBP/USD, USD/JPY लेकिन इनमें ज्यादा Volume नहीं है और करेंसी ट्रेडिंग क्या होती है? बहुत सारे Stock Brokers ने अभी तक Cross Currency Trading को शुरू भी नहीं किया है। क्रॉस करेंसी पेयर्स में दूसरे देशों की करेंसी को आपस में ट्रेड किया जाता है।
Forex Trading Kya Hai
अभी जानकारी के लिए बता दें फॉर ट्रेडिंग कोक करेंसी ट्रेडिंग के नाम से भी जाना जाता है और उस ट्रेडिंग एक प्रकार से करसी एक्सचेंज होता क्योंकि आप फॉरेक्स ट्रेडिंग में किसी दूसरे देश की करेंसी खरीदने और बेचने कोई फॉरेस्ट कर दिया फॉर स्प्रेडिंग बहुत ही सरल होता है क्योंकि आप बिना नॉलेज के फार्म ट्रेनिंग शुरू कर सकते हैं फॉरेक्स ट्रेडिंग पर पैसे डूबने के बहुत कम चांस होते हैं क्योंकि इस पर आपने पैसे पूरी तरह सुरक्षित रहते है और मुनाफा भी कम होता है करेंसी धीरे-धीरे ऊपर और नीचे जाती है इसी प्रकार से पहले काम करता है और इसका मार्केट भी बहुत बड़ा है।
Forex Trading Kaise Suru Kare
अगर आपकी फॉरेक्स ट्रेडिंग करना चाहते हैं और फॉरेस्ट ट्रेडिंग कैसे शुरू करें इसके बारे में जानकारी दो आपको बता दें फॉरेस्ट ट्रेडिंग शुरू करने के लिए आपके पास सेबी रजिस्टर्ड फॉरेक्स ट्रेडिंग अकाउंट होना चाहिए आपके पास जिस ब्रोकर का फॉरेक्स ट्रेडिंग अकाउंट हो वह सेबी रजिस्टर्ड होना चाहिए क्योंकि अगर आप भारत के करना चाहते हैं सेबी रजिस्टर्ड फॉरेक्स ट्रेडिंग अकाउंट होना चाहिए और फॉरेक्स ट्रेडिंग शुरू करने के लिए पैसे भी ज्यादा होना चाहिए क्योंकि यहां पर मुनाफा कम मिलता है और आपने ज्यादा पैसा लगाएंगे आपको ज्यादा फॉरेक्स ट्रेडिंग में मिलेगा।
कैसे मैंने फॉरेक्स ट्रेडिंग से 10 लाख कमाए
मैंने अपने फॉरेक्स ट्रेडिंग की शुरुआत 2020 में शुरू की थी और शुरुआती दौर पर मैंने बहुत वैसे इस मेड बाय थे लेकिन मेरे पास ज्यादा पैसे ना होने के कारण मैं इस पर कम पैसे ही निवेश करता था हालांकि उसे मेरे पैसे पूर्ण रूप से नहीं डूबते थे क्योंकि जब करेंसी कम मूल्य कम होता था तब मेरे निवेश किए गए पैसे भी कम होना चाहिए फिर बढ़ जाते थे जिसकी वजह से मेरे पैसे कभी भी पूर्ण रूप से नहीं दुबे लेकिन जल्दी करके मैं सीखता गया
अब मुझे फौरन ट्रेडिंग के बारे में काफी नॉलेज हो गया जिसकी वजह से मैं हर महीने डेट से ₹200000 कमा लेता हूं आपकी नॉलेज के लिए करेंसी ट्रेडिंग क्या होती है? बता दूंगा अगर आप भी फॉरेक्स ट्रेडिंग करके पैसे कमाना चाहते हैं तो आपको दृढ़ निश्चय के साथ कार्य करना होगा तभी जाकर आप इसमें सफलता पा सकेंगे।
फॉरेक्स ट्रेडिंग की संपूर्ण जानकारी
फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है ?
इसको करेंसी एक्सेंज भी कहते है, इसमें आप किसी दूसरे देश की करेंसी खरीद कर उसे ज्यादा मुनाफे में बेचा जाता है.
फॉरेक्स ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमाए ?
फॉरेक्स ट्रेडिंग से पैसा कमाने के लिए निरंतर कार्य करे और ज्यादा लाभ के चक्कर में ज्यादा पैसे न निवेश करे और तभी आप फॉरेक्स ट्रेडिंग से पैसे कमा सकेंगे।
फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या हैं :-
करेंसी ट्रेडिंग को दुसरे तरीके से समजते हैं, दुनिया के सभी देशों की अपनी एक करेंसी (मुद्रा) होती है जैसे की; भारत में रुपीस, अमेरिका में डॉलर, जापान में येन और ब्रिटेन में पाउंड आदि इन सभी की एक कीमत होती है जो मार्केट (बाजार) में Demand And Supply के आधार पर कम या ज्यादा होती हैं
आपने अक्सर न्यूज या अखबार में देखा होंगा की आज डॉलर के मुकाबले रुपिया 0.40 पैसे गिरा है या आज डॉलर के मुकाबले रुपिया 0.50 पैसे बढ़ा हैं इन वजहों से करेंसी (मुद्रा) में मूवमेंट होती है
इन मूवमेंट्स का फायदा उठाने के लिए करेंसी मार्केट के ट्रेडर्स इसे कम दाम पर खरीद लेते हैं और ज्यादा दाम पर बेच देते हैं इस कारोबारीक ट्रेडिंग को Forex या Currency Trading कहते हैं
मुद्रा व्यापार की पुरानी बातें
मुद्रा व्यापार और विनिमय बाजार के कार्य प्राचीन काल से चले आरहे है तब के समय में मनी – चेंजर जिसे पैसे बदलने के लिए दुसरों की मदद करने वाले और कमीशन या शुल्क (चार्ज) वसूलने वाले लोग जो इस प्रकार का कार्य करते थे
Currency Pairs Example :-
आमतौर पर आपने देखा होंगा की रूपये की कीमत डॉलर के मुकाबले इतनी है या डॉलर की कीमत यूरो के मुकाबले इतनी है इसे एक उदाहरण के माध्यम से बेहतर समजते है
इसके लिए Currency Market के 20 अप्रैल, 2021 के दिन के सभी अलग – अलग Country के Currencies को Rupee के साथ कॉम्पेर (तुलना) करके देखते हैं 1 US Dollar (USD) की कीमत 74.88 ₨. हैं, 1 Euro (EUR) की कीमत 90.74 ₨. हैं, 1 Pound Sterling (GBP) की कीमत 105.05 ₨. हैं, 1 Japanese Yen (JPY) की कीमत सिर्फ 0.69 ₨. हैं, 1 Renminbi की कीमत 11.52 Rs. हैं, 1 Australian Dollar (AUD) की कीमत 57.72 Rs. हैं, 1 Singapore Dollar (SGD) की कीमत 56.74 Rs. हैं और आखिर में 1 Taiwan Dollar की कीमत करेंसी ट्रेडिंग क्या होती है? 2.67 Rs. हैं
इसे किसी अन्य मुद्रा के सबंध में एक देश की मुद्रा के मूल्य को किसी दुसरे देश की मुद्रा के मूल्य से तुलनात्मक रूप से इन दोनों में अपने – अपने करेंसी के हिसाबसे एक्सचेंज यानि ट्रेडिंग किया जाता है जिसे Forex Trading या Currency Trading के नाम से जाना जाता हैं
करेंसी एक्सचेंज रेट क्या हैं :-
जिस प्रकार एक देश का स्टॉक मार्केट उस देश की विकास श्रेणी को दर्शाता है उसी प्रकार फॉरेन एक्सचेंज मार्केट दुनिया के सभी देशो की अर्थव्यवस्थाओं का प्रतिबिम्ब दिखता है
Forex Market में एक करेंसी को दूसरी करेंसी से बदला जाता हैं इस ट्रेडिंग में सबसे जरुरी बात एक्सचेंज रेट की होती है इसका यह मतलब है की अगर हमें एक करेंसी को दूसरी करेंसी से एक्सचेंज करना है यानि उन दो करेंसी में ट्रेडिंग करना है तो उन दोनों मार्केट दरो (रेट) को मिलाकर देखा जाता है
किसी एक करेंसी की तुलना में किसी दूसरी करेंसी की कीमत को उसकी एक्सचेंज रेट के जरिये जाना जाता है यह एक्सचेंज रेट उस देश के आर्थिक मुद्रा स्वास्थ्य का महत्वपूर्ण संकेत दिखता है, किसी देश की करेंसी के लिए उसका मुद्रा का हाई एक्सचेंज रेट्स उस देश की आर्थिक स्थिति विकसित होने का संकेत देता हैं, इसी प्रकार किसी देश की करेंसी के लिए उसका कम एक्सचेंज रेट्स उसकी विपरीत स्थिति दर्शाता हैं
करेंसी ट्रेडिंग में इन बातोँ का ध्यान रखें :-
भारत में ‘करेंसी ट्रेडिंग’ शुरू करने से पहले इन बातो का अवश्य ध्यान रखे, सबसे पहले हम किन – किन करेंसी सेक्सन में ट्रेडिंग कर सकते है तो भारत में ज्यादा वोल्यूम के साथ 4 Currency Trading of Pairs में ट्रेडिंग की जाती है और यह चार करेंसी ट्रेडिंग के जोड़े है – USD/INR, EUR/INR, GBP/INR And JPY/INR
इसमें भारत की मुद्रा को दुसरे देशों की मुद्राओ के साथ Trade किया जाता है, इनके अलावा और 3 Cross Currency Trading of Pairs है जिसमे हाल फ़िलहाल में ही ट्रेडिंग की शुरुआत हुई है और यह तिन क्रॉस करेंसी ट्रेडिंग के जोड़े है – EUR/USD, GBP/USD And USD/JPY लेकिन इन Pairs में ज्यादा Volume नहीं होता है, इसमें भारत की मुद्रा के अलावा दुसरे देशों की मुद्राओ में Trade किया जाता हैं
फॉरेक्स ट्रेडिंग के लिए एक खाता
Forex Trading में करेंसी पेयर्स, डेरिवेटिव्स और F&O ट्रेडिंग (Future Trading / Option Trading) भी शामिल हैं करेंसी ट्रेडिंग को शुरू करने के लिए एक फॉरेक्स ट्रेडिंग खाता खुलवाना जरुरी हैं
10 मिनट में समझे फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है?
आज इस पोस्ट में हम बाजार का एक प्रमुख अंग कहे जाने वाले फोरेक्स मार्किट के बारे में जानेंगे | हम में से अक्सर लोग शेयर बाजार से सुरुवात करते है और जब ओ फोरेक्स मार्किट करेंसी ट्रेडिंग क्या होती है? करेंसी ट्रेडिंग क्या होती है? में कदम रखते है तब उनका पहला ही सवाल होता है के forex trading kya hai ? तो अगले 10 मिनट में समझते है फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है?
विदेशी मुद्रा व्यापार क्या है और यह कैसे काम करता है: विदेशी मुद्रा, (Forex or FX ) विदेशी मुद्रा व्यापार एक प्रकार का व्यापार है जिसमें एक मुद्रा का दूसरे के लिए कारोबार किया जाता है। इसमें मुद्राओं की जोड़ी शामिल है जहां विदेशी मुद्रा व्यापारी विश्लेषण पर ट्रेड करता है यदि एक मुद्रा का मूल्य दूसरे की तुलना में बढ़ेगा या घटेगा|
तो Forex trading kya h? इसे और भी आसानी से ऐसे बोल सकते है के एक-दूसरे के साथ राष्ट्रीय मुद्राओं के आदान-प्रदान के लिए एक आंतरराष्ट्रीय बाजार है। व्यापार के सबसे लोकप्रिय रूपों में से एक है जो मुद्रा की कीमतों के बारे में वित्तीय अटकलों पर आधारित है।
ट्रेडिंग फॉरेक्स क्या है?
किसी भी प्रकार की ट्रेडिंग में आप कोई भी एसेट खरीदते और बेचते हैं। विदेशी मुद्रा करेंसी ट्रेडिंग क्या होती है? व्यापार में, यह कार्य मुद्रा के आदान-प्रदान के रूप में किया जाता है।
- फॉरेक्स ट्रेडिंग को करेंसी ट्रेडिंग भी कहा जाता है।
मुद्रा व्यापार सबसे लोकप्रिय व्यवसायों में से एक है। इसे एफएक्स या फॉरेक्स भी कहा जाता है। मुद्रा व्यापार किसी भी देश के अंदर चल रहे शेयर बाजार से भी लोकप्रिय है। संयुक्त राज्य अमेरिका के अनुसार, दुनिया में 180 आधिकारिक मुद्राएं हैं जिन्हें विदेशी मुद्रा व्यापार में खरीदा और बेचा जा सकता है। और यही मुद्रा व्यापार संक्षेप में है।
तो आइए जानते हैं कि फॉरेक्स कैसे काम करता है। जैसा कि हम जानते हैं कि विदेशी मुद्रा सबसे लोकप्रिय वास्तविक व्यापार है। करेंसी का लेन-देन अब सिर्फ एक देश से दूसरे देश में जानने वाले लोगों तक ही सीमित नहीं रहा, अब विदेशी मुद्रा का लेन-देन बिना कहे भी किया जा सकता है।
How Forex works?
Currencies in Forex explained for dummies
फोरेक्स मार्किट पूरी तरीके से मुद्रा के व्यापार का ही नाम है ; यह अलग अलग देशो के मुद्राओसे जुड़ा है| इसमें आपको तकरीबन २०० अलग अलग नामांकित मुद्राये मिल जायेगी |
🍁 करेंसी पेअर : 'मुद्रा जोड़े' यह एक विशिष्ट नाम है जो दो मुद्राओ और उनकी उस वक्त की कीमत के बिच के सम्बन्ध को दिखाता है| जैसे के करेन्सी पेअर USD / EUR इसमें युरो और डॉलर शामिल है|
यह जोड़ी दोनों करेंसी का विनिमय दर दिखाती है ; इसका यह मतलब होता है के 1USD में कितने यूरो ख़रीदे जा सकते करेंसी ट्रेडिंग क्या होती है? है |
🍁 जैसे के विनिमय दर 2.0 का है तो 1usd में २ यूरो ख़रीदे जाएंगे | विदेशी मुद्रा व्यपार में विनिमय दरे ही व्यापार का मुलभुत आधार है | ये दरे फिक्स्ड , फ्लोटिंग, बढ़ने और घटने वाली आदि किसम की होती है |
इस बात से आप यह अंदाजा तो लगा सकते है के एक ट्रेडर मुद्रा व्यापार में क्या करना चाहिए? उत्तर विल्कुल साफ़ है |
Forex Trading क्या होती है – FOREX TRADING IN HINDI
जिस तरह से लोग शेयर मार्केट में Profit यानी पैसा कमाने के लिए शेयरों की खरीदी बेचा करते है। इसी तरह इस forex market में किसी करेंसी को कम दाम में खरीद कर ज्यादा दाम में बेचने को ही फॉरेक्स ट्रेडिंग या करेंसी ट्रेडिंग कहते है। जिस तरह शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने पर high या medium रिस्क होता है। इस मार्केट में ट्रेडिंग करने पर medium या low रिस्क होता है। इसमें ट्रेड करने पर मार्जिन काम देना करेंसी ट्रेडिंग क्या होती है? पड़ता है। आगे हम मार्जिन और जो भी फॉरेक्स मार्केट में concept है उसको जानेंगे।
भारत में यह दो तरीके से हो सकती है
- इंडियन ब्रोकर अकाउंट जैसे – Zerodha,Upstox Etc.
- International ब्रोकर अकाउंट जैसे – Octafx, Exness,Tickmill Etc.
फॉरेक्स मार्केट को इफेक्ट करने वाले कारक
USD/INR का प्राइस कम को एप्रीसिएशन कहते है और प्राइस बढ़ने को डिप्रीशिएशन कहते है। प्राइस कम होने का मतलब है भारतीय रुपया मजबूत होता है।जब प्राइस बढ़ता है तो भारतीय रुपया कमजोर होता है।
- इनफ्लेशन (मुद्रास्फीति) – जब महगाई की दर यानी महंगाई कम होती है तब INR एप्रीसिएशन होता है
- इंटरेस्ट रेट्स (ब्याज दर) – जब rbi रेट्स बढ़ाता है तब भी INR एप्रीसिएशन होता है।
- RBI का USD/INR का बेचना – जब INR का प्राइस बढ़ने लगता है।इससे एक्सपोर्ट व इंपोर्ट करने में परेशानी होने लगती है तो RBI USD/INR बेचने लगता है इससे मार्केट स्थिर हो जाता है और एप्रेशियट होने लगता है।
- निर्यात – जब एक्सपोर्ट या निर्यात बढ़ने लगता है।तब INR एप्रीसिएशन होता है।
- राजनीतिक स्थिरता – भारत में जब सरकार बार – बार नही बदलती है और एक सरकार पूरे पांच साल तक रहती है तो भी INR एप्रीसिएशन होता है
- करेंट अकाउंट डेफिसिट – करेंट अकाउंट डेफिसिट होता है तो भी INR का प्राइस कम होने लगता है
Forex Trading में जरुरी टिप्स
- ट्रेडिंग करने के लिए सबसे जरूरी है सही ब्रोकर को चुनना।कुछ ब्रोकर hidden चार्जेस लेने लगते है।
- ट्रेडिंग करते समय जरूरी है आप इमोशन पर काबू करे नही तो ट्रेडिंग आपकी दुश्मन बन जायेगी। जिसने भी इमोशन को कंट्रोल कर लिया वह ट्रेडर बन गया। ट्रेडिंग में 90% साइकोलॉजी यानी इमोशन और 10% स्किल important है।
- आप हमेशा सीखते रहे और प्रैक्टिस करते है इससे आपकी स्किल improve होगी आप और भी अच्छे ट्रेडर बन पायेंगे।
- एक अच्छा ट्रेडर मार्केट की साइकोलॉजी को समझता है वह यह जानता है अब मार्केट ओवरबॉट या ओवरसेल हो चुका है
- जो ट्रेडर रिस्क नहीं लेता वह ट्रेडर नही होता है ।बिना रिस्क लिए आप प्रॉफिट नहीं कमा सकते है।वो डायलॉग सुना है रिस्क है तो इश्क है।
- टेक्निकल एनालिसिस करे! और उसे ज्यादा से ज्यादा सीखे और चार्ट पैटर्न को देख कर ट्रेड करने का निर्णय लीजिए ।
- स्टॉप लॉस ट्रेडिंग सबसे जरूरी हिस्सा है ।जब भी आप ट्रेड में एंटर हो पहले आप अपना स्टॉप लॉस सेट करने के बाद ही किसी ट्रेड में एंटर करे।