लाइटक्वाइन

लाइट कॉइन Litecoin क्या है- लाइट कॉइन में निवेश कैसे करे- What Is Lite coin In Hindi
देश के वह सभी व्यक्ति जो बिटकॉइन के बारे में जानते हैं उन्हें लाइट को इनके बारे में आवश्यक जानकारी होगी। क्योंकि लाइट को इन एक बहुत ही प्रसिद्ध पेमेंट सिस्टम की तरह है जो देश सुरक्षित और कम लागत वाली भुगतान प्रदान करने में कार्य करता है। इसका प्रयोग केवल डिजिटल रूप में ही किया जा सकता है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से लाइट कॉइन Litecoin क्या है- से संबंधित संपूर्ण जानकारी स्पष्ट करने जा रहे हैं। यदि आपको What Is Lite coin In Hindi से जुड़ी संपूर्ण जानकारी प्राप्त करनी है तो आपको हमारे इस लेख को अंत तक विस्तार पूर्वक पढ़ना होगा
Table of Contents
Litecoin Kya Hai?
यह एक प्रकार का क्रिप्टोकरंसी है जिसका उपयोग ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के माध्यम से देश सुरक्षित और कम लागत वाली भुगतान करने के लिए किया जाता है। लाइट कॉइन को Github द्वारा 7 अक्टूबर 11 को बनाया गया था। जिसे कुछ दिन बाद यानी 13 अक्टूबर 2021 को लाइव कर दिया गया था। यह व्यापारियों के बीच स्वीकृति प्रदान करता है और प्रचलन तेजी से बढ़ाता है। Litecoin अन्य पेमेंट सिस्टम के तरह ही काम करता है। इस प्रणाली के माध्यम से देश के लोग अन्य लोगों को पैसा भेजने में सक्षम रहते हैं। यह एक प्रकार से ब्लॉक चीन की तरह कार्य करता है जो सभी ट्रांजेक्शन को आसानी से पूरा करता है। Litecoin की पूरे विश्व में अलग ही पहचान है।
Litecoin किसके द्वारा बनाया गया?
लाइट कॉइन को 7 अक्टूबर वर्ष 2011 में Charles Lee के द्वारा बनाया गया है। जिसको बनाने के कुछ दिन बाद ही 13 अक्टूबर 2021 को लाइक कर दिया गया। यह एक प्रकार का डिजिटल सेंट्रलाइज करेंसी होता है जिसका उपयोग करके लेनदेन आसानी से किया जा सकता है। किसी भी देश में करंसी वहां की सरकार के निर्देशानुसार बनाया जाता है। परंतु Litecoin एक ऐसी करेंसी है जिसको किसी भी सरकार के निर्देशानुसार नहीं बनाया गया है। इसको केवल कुछ इंजीनियरों ने मिलकर स्थापित किया है। Litecoin में समय-समय पर उतार चढ़ाव आते रहते हैं। Charles Lee द्वारा इस करेंसी में समय-समय पर बदलाव किए जाते हैं ताकि यह एक बड़े पैमाने में पूरे विश्व में प्रस्तुत किया जा सके।
लाइट कॉइन कैसे कार्य करता है?
यह एक प्रकार का भुगतान प्रणाली है जो क्रिप्टो करेंसी के तरह कार्य करता है। परंतु यह एक अलग ही प्रकार का प्रोटोकॉल है जो गूगल पे, फोन पे, पेटीएम, पेपल आदि के तरह भुगतान को आसानी से हस्तांतरित करता है। इसका कार्य करने का तरीका काफी सरल है जिसका उपयोग करके पेमेंट करना बहुत ही आसान होता है। इसको क्रिप्टो करेंसी का सिल्वर भी कहा जाता है। क्योंकि लोग Litecoin को Alternative के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
Charles Lee के अलावा Litecoin के निर्माण में कौन कौन था?
जैसे कि हम सभी जानते हैं के लाइट कॉइन को Charles Lee द्वारा स्थापित किया गया है इसलिए उन्हें Litecoin का जनक कहा जाता है। परंतु Charles Lee के साथ तीन इंजीनियर और शामिल थे जो कि कुछ इस प्रकार है:-
- Github:- गिटहब कंपनी में केवल एक कार्यकर्ता के तौर पर शामिल किए गए थे। इनके द्वारा लाइट कॉइन को प्रोत्साहित दिया गया और मार्केट में बनाए रखा गया।
- Shaolibfry:- शाओलिबफ्राय 2016 में आए थे परंतु इनके द्वारा लाइट कॉइन में बहुत बड़ा योगदान दिया गया। उन्होंने इसकी कीमत मार्केट में कम होने से रोका है।
- Warren Togami:- वारंन तोगामी ने लाइट कॉइन मैं अपना एक बहुत बड़ा योगदान दिया है। वह समय-समय पर लीड में कार्य करते हैं।
Litecoin और Bitcoin में क्या अंतर है?
Category | Litecoin | Bitcoin |
Founder | Charlie Lee | Satoshi Nakamoto |
Release Date | 07 OCT 2011 | 09 JAN 2008 |
Release Method | Genesis Block Mined | Genesis Block Mined |
Total Coin Supply | 84 Million | 21 Million |
BlockChain Protocol | Proof Of Work | Proof Of Work |
Usage | Digital Money (Silver) | Digital Money (Gold) |
Privacy | Yes | Yes |
Trackable | Yes | Yes |
Cryptocurrency Used | Litoshi | Satoshi |
Cryptocurrency Symbol | LTC | BTC |
Transaction Fee | 0.001 LTC Average | BlockChain पर load के हिसाब से |
Algorithm | Scrypt | SHA- 256 |
Block Time | 2.5 Mins | At least 10 Mins |
Mining | GPU Script-ASIC Miners | ASIC Miners |
Segwit Scaled | Yes | Yes |
Litecoin कैसे सुरक्षित है?
यह एक ब्लॉकचेन आधारित क्रिप्टो करेंसी है जो पूर्ण रूप से सुरक्षित है एवं इसको किसी भी माध्यम से क्रैक करना व्यावहारिक रूप से असंभव है। Litecoin यह सुनिश्चित करता है कि PoW अगला वेतन का उपयोग करें जिससे लेनदेन की पुष्टि जल्दी और बिना किसी कठिनाई के हो सके। यह प्रणाली नेटवर्क की संयुक्त ताकतवर डबल खर्च और अन्य हमलों की श्रंखला को रोकता है। साथ ही सात लाइट कॉइन के माध्यम से यह सुनिश्चित लाइटक्वाइन किया जाता है यह नेटवर्क का 100% अपटाइम प्रदान करें।
लाइट कॉइन कहाँ से खरीदा जा सकता है?
लाइट कॉइन को विभिन्न प्रकार के एक्सचेंजों से खरीदा जा सकता है एवं कारोबार किया जा सकता है। कुछ प्रमुख एक्सचेंजों के नाम इस प्रकार हैं:-
- Huobi Global
- Binance
- Coinbase Pro
- OkEx
- Kraken
Litecoin कितने प्रकार का होता है?
लाइट कॉइन कम से कम दो प्रकार का होता है। लाइट कॉइन के प्रकार निम्नलिखित हैं:-
- सॉफ्टवेयर पर आधारित वॉलेट
- हार्डवेयर पर आधारित वॉलेट
यह वॉलेट लाइट को इनको प्राइवेट रखने के लिए बनाया गया है। जिसके माध्यम से हम सही प्रकार का कॉइन खरीदने में सक्षम रहते हैं।
लाइट कॉइन के लाभ क्या क्या है?
इस क्रिप्टो करेंसी के कुछ लाभ इस प्रकार हैं:-
- पूरे विश्व में मैं इसको उपयोग करना काफी आसान है।
- इसका प्रयोग हम अन्य पेमेंट एप्लिकेशन के तरह कर सकते हैं।
- लाइट कॉइन पेमेंट प्रोसेसिंग अन्य क्रिप्टो करेंसी की तुलना में बहुत तेज गति की होती हैं।
- साथ ही साथ लोग डिजिटल करेंसी को लाइट कॉइन वॉलेट में सुरक्षित रख सकते हैं।
लाइट कॉइन की कीमत हाल ही में क्या है?
वर्तमान समय की बात की जाए तो लाइट को इनकी कीमत लगभग ₹16887 है। परंतु विभिन्न सूत्रों के माध्यम से पता चला है कि इसकी वैल्यू निरंतर बढ़ती और घटती रहती है। देखा जाए तो लाइट कॉइन दुनिया के टॉप क्रिप्टो करेंसी में से पांचवें स्थान पर है।
Conclusion
आज हमने आपको इस लेख के माध्यम से लाइट कॉइन Litecoin क्या है- से संबंधित संपूर्ण जानकारी स्पष्ट कर दी है। यदि आपको इस विषय से संबंधित कोई भी कठिनाइयां मन में कोई भी प्रश्न आता है तो आप हम से नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं। हम जल्द से जल्द आपकी समस्या का समाधान देने का प्रयास करेंगे।
बिटकॉइन, D.A.S.H., एथेरियम, मोनारो, लाइटकॉइन और जेड-कैश जैसी क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग करके परियोजनाओं के लिए धन जुटाने के अनियमित साधनों को ________ नाम दिया गया है।
Additional Information
- बिटकॉइन, पहली बार 2009 में ओपन-सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप में जारी किया गया, यह पहला विकेन्द्रीकृत क्रिप्टोकरेंसी है। बिटकॉइन के जारी होने के बाद से, कई अन्य क्रिप्टोकरेंसी बनाई गई हैं।
- 1983 में, अमेरिकी क्रिप्टोग्राफर डेविड चाउम ने एक अनाम क्रिप्टोग्राफिक इलेक्ट्रॉनिक मनी की कल्पना की, जिसे ईकैश कहा जाता है।
- 1998 में, वेई दई ने बी-मनी का विवरण प्रकाशित किया, जिसे एक अनाम, वितरित इलेक्ट्रॉनिक नकदी प्रणाली के रूप में चित्रित किया गया था।
- जून 2021 में, अल सल्वाडोर बिटकॉइन को कानूनी निविदा के रूप में स्वीकार करने वाला पहला देश बन गया।
Important Points
- इनिशियल, कॉइन ऑफरिंग:
- एक इनिशियल, कॉइन ऑफरिंग या प्रारंभिक करेंसीक्रिप्टोकरेंसी का उपयोग करने वाला एक प्रकार का लाइटक्वाइन वित्तपोषण है। यह अक्सर क्राउडफंडिंग का एक रूप है, हालांकि एक निजी ICO जो सार्वजनिक निवेश की तलाश नहीं करता है, वह भी संभव है।
- डिजिटल करेंसी (डिजिटल मनी, इलेक्ट्रॉनिक मनी, या इलेक्ट्रॉनिक करेंसी) कोई भी करेंसी, मुद्रा या मुद्रा जैसी परिसंपत्ति है, जिसे मुख्य रूप से डिजिटल कंप्यूटर सिस्टम, विशेषकर इंटरनेट पर प्रबंधित, संग्रहित या विनिमय किया जाता है।
- डिजिटल मुद्राओं के प्रकारों में क्रिप्टोकरेंसी, आभासी मुद्रा और केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा शामिल हैं।
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Last updated on Nov 2, 2022
The RRB Group D Results are expected to be out soon! The Railway Recruitment Board released the RRB Group D Answer Key on 14th October 2022. The candidates will be able to raise objections from 15th to 19th October 2022. The exam was conducted from 17th August to 11th October 2022. The RRB (Railway Recruitment Board) is conducting the RRB Group D exam to recruit various posts of Track Maintainer, Helper/Assistant in various technical departments like Electrical, Mechanical, S&T, etc. The selection process for these posts includes 4 phases- Computer Based Test Physical Efficiency Test, Document Verification, and Medical Test.
प्रीलिम्स फैक्ट्स : 18 दिसंबर, 2017
डिजिटल करेंसी लाइटकॉइन आई.ओ.टी.ए. (IOTA) और रिप्पल (Ripple) को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की चौथी सबसे बड़ी क्रिप्टो करेंसी बन गई है। हालाँकि बाज़ारी पूंजीकरण के मामले में अभी भी बिटकॉइन ही नंबर एक पर कायम है।
प्रमुख बिंदु
- दूसरे एवं तीसरे नम्बर पर एथरियम (Ethereum) एवं बिटकॉइन कैश कायम है।
- वर्तमान में लाइटकॉइन का मार्किट कैपिटलाइजे़शन 0.88 लाख करोड़ रुपए है।
- अन्तर्राष्ट्रीय बाज़ार में इसकी कीमत तकरीबन 253 डॉलर है।
- सबसे महत्त्वपूर्ण बात यह है कि जहाँ बिटकॉइन में एक साल के भीतर 1550 प्रतिशत की वृद्धि हुई है वहीं लाइटकॉइन में 5700 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज़ की गई है।
खोजकर्त्ता
- लाइटकॉइन को गूगल के पूर्व कर्मचारी चार्ली ली द्वारा बनाया गया है।
- ये कॉइन बी.एस. में इंजीनियरिंग के पूर्व डायरेक्टर भी हैं।
आई.ओ.टी.ए. (IOTA)
आई.ओ.टी.ए. एक मुक्त स्रोत वितरित खात क्रिप्टोकरेंसी (open-source distributed ledger (cryptocurrency) है। यह आई.ओ.टी. (Internet of Things) पर सुरक्षित संचार और मशीनों के बीच भुगतान प्रदान पर केंद्रित क्रिप्टोकरेंसी है।
प्रमुख बिंदु- इसके अंतर्गत पारंपरिक ब्लॉकचेन (blockchain) के बजाय निर्देशित एसाइक्लिक ग्राफ (directed acyclic graph - DAG) तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है।
- इसके तहत लेन-देन के आकार की परवाह किये बिना आई.ओ.टी.ए. का नि: शुल्क लेन-देन किया जाता हैं।
- लेन-देन की पुष्टि का समय काफी तीव्र हैं, यह एक साथ असीमित संख्या में लेन-देन को व्यवस्थित कर सकता है, साथ ही इस सिस्टम को आसानी से मापा भी जा सकता है।
खोजकर्त्ता
- आई.ओ.टी.ए. को वर्ष 2015 में डेविड सोंस्तेबो (David Sønstebø), सेर्गे इवैंचेग्लो (Sergey Ivancheglo), डोमिनिक स्किनर (Dominik Schiener) और डॉ. सर्गेई पोपोव (Dr. Serguei Popov ) द्वारा स्थापित किया गया था
रिप्पल (Ripple)
रिप्पल (Ripple - XRP) एक पीयर-टू-पीयर समर्थित क्रिप्टोकरेंसी (peer-to-peer powered cryptocurrency) है, जिसे वेब के संबंध में सुरक्षित, तीव्र एवं प्रत्यक्ष भुगतान करने के लिये तैयार किया गया है।
प्रमुख बिंदु- यह आर.टी.जी.एस (real time gross settlements (RTGS), मुद्रा विनिमय और मनी ट्रांसफर की एक प्रणाली है।
- इसका एक अन्य नाम रिप्पल ट्रांजेक्शन प्रोटोकॉल (Ripple transaction protocol (RTXP) या रिप्पल प्रोटोकॉल (Ripple protocol) है।
- इसे एक वितरित खुले इंटरनेट प्रोटोकॉल (distributed open Internet protocol), सर्वसम्मति बही-खाते (consensus ledger) और एक्स.आर.पी. नामक इसकी मुद्रा के आधार पर निर्मित किया गया है।
खोजकर्त्ता
- रिप्पल भुगतान प्रोटोकॉल की स्थापना रियान फगर (Ryan Fugger), आर्थर ब्रिटो (Arthur Britto) तथा डेविड स्वार्ट्ज (David Schwartz) द्वारा की गई थी
एथरियम (Ethereum)
एथरियम (Ethereum) एक ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी पर आधारित एक खुला सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म है, जो डेवलपर को विकेंद्रित अनुप्रयोगों को तैयार करने तथा लागू करने में सक्षम बनाता है।
प्रमुख बिंदु
- बिटकॉन की तरह एथरियम भी एक वितरित सार्वजनिक ब्लॉकचेन नेटवर्क है।
- हालाँकि, इन दोनों के बीच कुछ महत्त्वपूर्ण तकनीकी मतभेद भी है, इनमें सबसे महत्वपूर्ण अंतर यह है कि बिटकॉइन और एथरियम के उद्देश्य और क्षमता में काफी भिन्नता है।
- बिटकॉइन ब्लैकचेन टेक्नोलॉजी का एक विशेष अनुप्रयोग प्रदान करता है, जो कि इलेक्ट्रॉनिक कैश सिस्टम को उत्कर्षटता प्रदान करने के लिये एक पीयर-टू-पीयर व्यवस्था है, जो ऑनलाइन बिटकॉइन भुगतानों को सक्षम बनाती है।
- हालाँकि जहाँ एक ओर बिटकॉइन ब्लॉकचेन का उपयोग डिजिटल मुद्रा (बिटकॉइन) के स्वामित्व को ट्रैक करने के लिये किया जाता है, वहीं दूसरी ओर एथरियम ब्लॉकचेन किसी भी विकेंद्रित आवेदन के प्रोग्रामिंग कोड को चलाने पर केंद्रित है।
खोजकर्त्ता
- एथरियम की अवधारणा को सबसे पहले वर्ष 2013 में विटैलिक बटरिन (Vitalik Buterin), एक क्रिप्टोकरेंसी शोधकर्त्ता और प्रोग्रामर द्वारा प्रस्तावित किया गया था।
बिटकॉइन (Bitcoin)
बिटकॉइन्स, एक प्रकार लाइटक्वाइन की मुद्राएँ होती हैं, जिन्हें डिजिटली रूप से विकेन्द्रित प्रक्रियाओं जैसे-‘माइनिंग’(mining) के द्वारा प्राप्त किया जाता है|
बनना चाहते हैं करोड़पति, तो आप भी जानें, कि क्या है Bitcoin और Litecoin
आज के हाईटेक समय में जमाना अत्याधुनिक हो गया है, जहां बात नोट और ऑनलाइन पेमेंट से काफी आगे निकल चुकी है। मार्केट में अब ऐसी आभासी मुद्राएं आ गई हैं, जिन्हें न तो देखा जा सकता है और न ही छूकर अनुभव किया जा सकता है। इन्हें सिर्फ ऑनलाइन व्यापार के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। रोचक बात यह है कि इन करंसी की कीमत इतनी ज्यादा है कि अगर किसी के पास दस बिटकॉइन हैं तो वह करोड़पति है.
हालांकि बिटकॉइन अकेली क्रिप्टोकरंसी नहीं है। इसके अलावा कई सारी वर्चुअल करंसी मार्केट में आ गई हैं जो कि अच्छे-खासे ग्रोथ के साथ आगे बढ़ रही हैं। ऐसी ही एक करंसी है लाइटकॉइन।
बिटकॉइन में माइनिंग और ट्रांजैक्शन टाइमिंग को लेकर कई सारी समस्याएं हैं। तीन साल बाद आई करंसी लिटकॉइन के संस्थापक चार्ली ली ने इन सारी समस्याओं को लाइटकॉइन में दूर करने का प्रयास किया है।
समय के साथ-साथ करंसी के रूपों में भी बदलाव हो रहा है। किसी समय में वस्तुओं के बदले दूसरी वस्तुओं का आदान प्रदान होता था, जिसे वस्तु विनिमय कहा जाता है। उसके बाद सिक्कों का प्रचलन बढ़ा उसके बाद जमाना आधुनिक हुआ और नोट आ गईं। लेकिन आज के हाईटेक समय में जमाना अत्याधुनिक हो गया जहां बात नोट और ऑनलाइन पेमेंट से आगे निकल चुकी है। अब ऐसी आभासी मुद्राएं आ गई हैं जिन्हें न तो देखा जा सकता है और न ही छूकर अनुभव किया जा सकता लाइटक्वाइन है। इन्हें सिर्फ ऑनलाइन व्यापार के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। रोचक बात यह है कि इन करंसी की कीमत इतनी ज्यादा है कि अगर किसी के पास दस बिटकॉइन हैं तो वह करोड़पति है।
विदेशी मार्केट में खोजी गईं ये करंसी काफी तेजी से विकसित हो रही हैं। हाल ही में इस प्रचलित करंसी को अमेरिका के एक शेयर बाजार में लिस्ट किया गया जिसके बाद इसकी कीमत 18,000 डॉलर के स्तर पर पहुंच गईं। यानी कि एक बिटकॉइन का दाम 12 लाख रुपये हो गया। बिटकॉइन नई इनोवेटिव टेक्नोलॉजी है। इसका इस्तेमाल ग्लोबल पेमेंट के लिए किया जा सकता है। इसका आविष्कार 2008 के आसपास संतोषी नाकामातो नामक सॉफ्टवेयर डेवलपर ने किया था। वह गायब हो चुके हैं, लेकिन कई डेवलपर्स और आंत्रप्रेन्योर्स ने बिटकॉइन को अपनाया है। अब हजारों कंपनियों, लोगों और नॉन-प्रॉफिट ऑर्गनाइजेशंस में ग्लोबल बिटकॉइन इको सिस्टम है, जो बिटकॉइन को आगे डेवेलप कर इस टेक्नोलॉजी पर आधारित सर्विसेज मुहैया कराते हैं।
भारत में भी वर्चुअल करेंसी के लिए जबरदस्त गुंजाइश है। हालांकि इसे अभी भारत सरकार ने मान्यता देने से इनकार कर दिया है, लेकिन बिटकॉइन फास्ट, सस्ता और सुरक्षित माध्यम है। मिसाल के तौर पर यह क्रेडिट कार्ड्स से ज्यादा सुरक्षित है, जहां फ्रॉड की काफी घटनाएं होती हैं। अगर आप ऑनलाइन बिजनेस चलाते हैं, तो आप इसके जरिए फ्रॉड से बच सकते हैं। साथ ही, पैसे बचाने के अलावा कई नए कस्टमर्स तक पहुंच सकते हैं। कंज्यूमर्स के लिए कई ऐसी ऑनलाइन और ऑफलाइन शॉप हैं, जहां वे बिटकॉइन के जरिए खरीदारी कर सकते हैं। आमतौर पर कारोबारी बिटकॉइन ट्रांजैक्शन पर डिस्काउंट ऑफर कर रहे हैं, क्योंकि इस पर उन्हें बचत होती है।
इसकी अच्छी बात यह है कि इसमें किसी की मंजूरी की जरूरत नहीं है। आप फ्री में बिटकॉइन सॉफ्टवेयर डाउनलोड कर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। हालांकि लाइटक्वाइन बिटकॉइन अकेली क्रिप्टोकरंसी नहीं है। इसके अलावा कई सारी वर्चुअल करंसी मार्केट में आ गई हैं जो कि अच्छे-खासे ग्रोथ के साथ आगे बढ़ रही हैं। ऐसी ही एक करंसी है लाइटकॉइन। इसे बिटकॉइन का सबसे करीबी माना जा सकता है, क्योंकि इसका कठिनाई स्तर भी बिटकॉइन से मिलता जुलता है। कॉइनमार्केटकैप वेबसाइट के अनुसार पिछले सप्ताह लाइटकॉइन अभी तक के सर्वकालिक उच्च स्तर (106.22 डॉलर) पर था जबकि 2017 की शुरुआत में यह 4 डॉलर पर था। 2017 में इसमें 2,300 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो चुकी है।
क्या है अंतर?
बिटकॉइन में माइनिंग और ट्रांजैक्शन टाइमिंग को लेकर कई सारी समस्याएं हैं। तीन साल बाद आई करंसी लिटकॉइन के संस्थापक चार्ली ली ने इन सारी समस्याओं को लाइटकॉइन में दूर करने का प्रयास किया है। जहां बिटकॉइन एक ब्लॉक को हर दस मिनट में प्रोसेस करता है वहीं लाइटकॉइन को इस काम में सिर्फ 2.5 मिनट लगते हैं। लाइटकॉइन के पास बिटकॉइन के मुकाबले ज्यादा तकरीबन 4 गुना टोकन हैं। इसके अभी 8.4 करोड़ टोकन में 5.4 करोड़ टोकन प्रचलन में हैं। हालांकि इसे पूरी तरह से माइन होने में सौ से भी ज्यादा साल लग जाएंगे। क्योंकि इसका माइनिंग डिफिकल्टी रेट काफी ज्यादा है।
दूसरा बड़ा फर्क इन दोनों करंसी द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले एल्गोरिदम में है। जहां बिटकॉइन इंटेसिव SHA256 अल्गोरिदम प्रोसेसर का इस्तेमाल करता है, लाइटकॉइन मेमोरी इंटेसिव स्क्रिप्ट अल्गोरिदम का इस्तेमाल करता है। लाइटकॉइन को अक्टूबर 2011 में गूगल में काम करने वाले इंजीनियर चाल्र्स ली ने बनाया था। हालांकि इसकी कीमत अभी बिटकॉइन से काफी कम है लेकिन छोटे लेनदेन के माइनिंग को लेकर यह आगे है। इसका भुगतान प्लेटफॉर्म एक ब्लॉक के माइनिंग में 2.5 मिनट का समय लगाता है, जबकि बिटकॉइन के मामले में यह समय लगभग 10 मिनट है।
Coingecko.com पर उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, 0.88 लाख करोड़ रुपये के मार्केट कैपिटलाइजेशन के साथ लिटकॉइन 16,313 रुपये के आसपास ट्रेड कर रही थी। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में लिटकॉइन की कीमत करीब 253 डॉलर है। सालाना आधार पर 12 दिसंबर तक लिटकॉइन की कीमत 5700 प्रतिशत उछल गई जबकि इस दौरान बिटकॉइन को महज 1550 प्रतिशत मजबूत हुई थी।
ऐसी ही एक और करंसी है रिपल। इसे 2012 में बनाया गया और यह न सिर्फ एक क्रिप्टोकरेंसी (रिपल एक्सआरपी) है, बल्कि एक भुगतान नेटवर्क (रिपलनेट) भी है। वेबसाइट कॉइनमार्केटकैप के अनुसार वर्ष 2017 में अब तक इसमें 3,600 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो चुकी है और 0.243246 डॉलर की कीमत पर इसका मार्केट वैल्युएशन 9,42,31,42,067 डॉलर हो चुका है। रिपलनेट एक लेनदेन को करने में लगभग 4 सेकंड का समय लेता है, जबकि बिटकॉइन एक घंटे के करीब। इन दोनों में बड़ा अंतर यह है कि बिटकॉइन की लाइटक्वाइन लाइटक्वाइन माइनिंग अभी भी जारी है जबकि सारे रिपल कॉइन को माइन किया जा चुका है। खुद कंपनी के पास 16 अरब डॉलर की कीमत के लगभग 61 प्रतिशत रिपल एक्सआरपी हैं।